सड़क निर्माण में 11 वर्ष बाद भी मजदूरों को नही मिली मजदूरी, कब होगा भुगतान
*गरीब मजदूर 11 वर्ष से लगा रहे न्याय की गुहार सड़क का आधा निर्माण कर निकाल ली राशि, मजदूरों ने की शिकायत और जांच की मांग*
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत अनूपपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत कदम टोला के ग्राम बंधवा टोला में आधे अधूरे ग्रेवल सड़क निर्माण का कार्य करते हुए पंचायत के द्वारा पूरी राशि आहरित कर लिए जाने के आरोप ग्रामीणों के द्वारा लगाते हुए उनके मजदूरी भुगतान पंचायत के द्वारा नहीं किए जाने की शिकायत कलेक्टर से करते हुए मजदूरी राशि दिलाए जाने एवं सड़क निर्माण की जांच कराए जाने की मांग की गई है। स्थानीय ग्रामीण गयादीन केवट, फूलचंद गुप्ता, समय लाल, लीलावती, सुख रजिया, प्रेमवती, बुधराम केवट ,सुरेश केवट के द्वारा शिकायत पत्र में उल्लेखित करते हुए बताया गया कि वर्ष 2009-10 में बंधवा टोला में बरटोला से हायर सेकेंडरी स्कूल जाने वाले मार्ग पर लाखों रुपए की लागत से किए गए ग्रेवल सड़क निर्माण के कार्य में उनके द्वारा मजदूरी की गई थी जिसकी राशि अब तक उन्हें पंचायत द्वारा नहीं दी गई है।
*आधा अधूरा कार्य करवा कर निकाल ली राशि*
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत के द्वारा जहां कार्य करने वाले मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है वहीं दूसरी ओर आधी सड़क बनाते हुए पूरी राशि आहरित कर ली है। जिसके कारण सड़क पर आवागमन में लोगों को परेशानी होती है। जिसकी जांच कराते हुए कार्यवाही की मांग कलेक्टर से की गई है।
*मजदूरी पाने के लिए 11 वर्ष से कर रहे हैं न्याय की गुहार*
सड़क तो बनाया जा रहा था मजदूरों से काम भी करवा लिया गया मगर 11 वर्ष बीत जाने के बाद अभी तक पंचायत के द्वारा मजदूरो को भुगतान नही किया गया हैं। मजे की बात यह है कि सड़क का कार्य अधूरा राशि निकल गयी तो मजदूरी का भुगतान क्यू नही किया गया हैं इसकी जांच की आवश्यकता है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा मगर बेचारे गरीब इस मामले बिना गलती के पिस गए जैसे गेंहू के साथ घुन पिस जाता हैं उसी तरह।
*कई जगह शिकायत मगर नही मिला न्याय*
सड़क मार्ग में गरीब मजदूरो के मजदूरी भुगतान न होने पर ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, कलेक्टर और सीएम हेल्पलाइन में भी मजदूरों द्वारा शिकायत की जा चुकी है मगर अभी तक बेचारे गरीब मजदूरों की मजदूरी का भुगतान कोई नही करवा पा रहा हैं ऐसे में मजदूर कहा जाए किसके पास न्याय की गुहार लगाये मजदूरों के समझ नही आ पा रहा हैं। अब तो मजदूर धीरे धीरे विश्वास खोते जा रहे है कि कभी इनका मजदूरी भुगतान हो भी पायेगा।