जिस थाली में खाते हैं उसी थाली में क्यू कर रहे है ? छेद बीट गार्ड अंगेश्वर साहू पर लगा गंभीर आरोप
*वन संपदा को नुकसान करके धांधली, बहुमूल्य लकड़ी एवं रेत चोरी करवा कर बिक्री का ग्रामीणों ने डीएफओ से किए शिकायत*
अनूपपुर
जिला मुख्यालय अथवा वन मंडल अनूपपुर के वन परीक्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत महज 10 किलोमीटर दूर अगरियानॉर बीट अंतर्गत कई गांव से लगा हुआ बहुमूल्य कीमती लकड़ियों से हरा भरा एवं कई नदी नालों से भरपूर रेत समाए हुए व्यापक वन का फैलाव बना हुआ है जहां पर पदस्थ बीट गार्ड वनरक्षक अंगेश्वर लाल साहू के द्वारा लगातार कई वर्षों से अपने पदस्थापना कार्यकाल से बहुमूल्य कीमती लकड़ियों को चोरी-छिपे कटवा कर विभाग के जानकारी के विरुद्ध अवैध तरीके से बिक्री कर अपना जेब गर्म करते आए हैं जिस ओर आज तक वन विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा कोई जांच करने का प्रयास नहीं किया गया और परीक्षेत्र अधिकारी को इस विषय में जानकारी ना हो ऐसा हो नहीं सकता जिसके कारण इस तरह के वन रक्षकों का हौसला बुलंद होता रहता है और रक्षक भक्षक बन कर के जंगल का सफाया करते रहते हैं। उक्त आशय के संबंध में वन बीट क्षेत्र अगरियानार के ग्रामीणों ने अपनी लिखित शिकायत पत्र वन मंडल अधिकारी अनूपपुर को दिनांक 9 फरवरी 2022 को प्रेषित कर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है।
*ऐसे किया फर्श से अर्श का सफर*
बीट गार्ड वनरक्षक अगरियानार अंगेश्वर लाल साहू का लगभग 6 से 7 वर्षों पूर्व यहां पदस्थापना हुई थी जो एक गरीब साधारण परिवार के व्यक्ति थे और अपना सफर साइकिल से शुरू किया था आदिवासी बैगा बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण लोग कुछ कहने से कतराते थे और डरते भी थे क्योंकि उन्हें जलाऊ, इमारती लकड़ियों की आस यहीं से था जिसके भरोसे घर चलता था। फिर क्या वनरक्षक के द्वारा आसपास फैले लखनपुर, खोलइया,कछराटोला,छपराटोला घोघराटोला के पीछे लगा हुआ जंगल में कीमती लकड़ी साल,शीशम,सागौन,सरई के पेड़ों को अवैध तरीके से बेचना शुरू कर दिया और बेशकीमती यू के लिप्टस को इनके द्वारा अवैध तरीके से ओरियंट पेपर मिल में विक्रय करना अभी भी जारी है। पचरी घाट लखनपुर एवं खोलइया के नदी नालों में उपलब्ध रेत को स्थानी ट्रैक्टर मालिकों को अवैध तरीके से पैसे लेकर प्रति ट्रिप बेचना शुरू किया जो अभी भी चल रहा है। इस तरह से वनरक्षक बीट गार्डअंगेश्वर लाल साहू के द्वारा जनहित की वन संपदा को बेचकर अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति बनाई और फर्श से अर्श का सफर इन्होंने तय कर दिया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके द्वारा अपने सगे संबंधियों के नाम पर कई बेशकीमती,भूमि,प्लाट,मकान तथा फोर व्हीलर वाहन वगैरह करके रखा गया है जो आय से अधिक संपत्ति के जांच का विषय है।
*विभागीय लकड़ी कटाई में घोटाला*
वर्तमान समय में वन विभाग अंतर्गत बहुमूल्य लकड़ी की कटाई कराई जा रही है जिसे विभाग अपने उपयोग के अनुसार उचित राशि में विक्रय करेगी परंतु अगरियानार बीट अंतर्गत वनरक्षक अंगेश्वर लाल साहू के द्वारा जो भी लकड़ियों की कटाई कराई गई है उनमें से यदि 2 हजार पेड़ों की कटाई कराई जाती है तो विभाग में जानकारी 5 सौ पेड़ दर्ज करा कर बाकी के बचे लकड़ियों को अवैध तरीके से इनके द्वारा विक्रय किया जा रहा है और यूकेलिप्टस का पेड़ जो बहुतायत में कटाई किया गया है उन्हें इनके द्वारा नाम मात्र का विभागीय जानकारी दर्ज करा कर सभी लकड़ियों को पीछे के रास्ते से ओरियंट पेपर मिल रवाना कर दिया जाता है और ठेकेदार के माध्यम से अवैध कमाई की राशि डकार ली जाती है। इस तरह से इनके द्वारा क्षेत्र के जंगल को वीरान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है।
*स्थानांतरण के बावजूद नहीं छोड़े स्थान*
प्राप्त जानकारी के अनुसार किन के द्वारा विगत वर्ष अगरियानार बीट से स्थानांतरण भी हो गया था परंतु फिर भी इनके द्वारा दूसरे वनरक्षक को प्रभार नहीं दिया गया और आनन-फानन जुगाड़ बना करके अपना स्थानांतरण रुकवा लिया गया और फिर से यही पदस्थ हो गए आखिर ऐसा क्यों ना करें यहीं से तो हरे-भरे जंगलों को स्मगलिंग कर अपना रुतबा बनाया है वनरक्षक अंगेश्वर लाल साहू यहां के बारे में भली भांति परिचित हो चुके थे और यहां से लकड़ी का अवैध गोरखधंधा किस तरह करना है यह उनके अनुभव में आ चुका था जिसे छोड़ कर जाना ना गवार गुजरा।
*क्षेत्रवासियों ने की जांच व कार्यवाही की मांग*
जिले के न्यायप्रिय वन मंडल अधिकारी से क्षेत्रवासियों ने लिखित पत्र सौंपकर मांग किया है कि इस ओर आवश्यक ध्यानाकर्षण कर जांच व निरीक्षण करने की आवश्यकता है ताकि वन विभाग को होने वाली राजस्व हानि एवं एवं मिलने वाली शुद्ध प्राणवायु इन हरे-भरे वृक्षों से ही संभव है और इस तरह के भ्रष्टाचारी रक्षक से भक्षक बन चुके वन रक्षकों के प्रति आवश्यक कार्यवाही करने की आवश्यकता है। ताकि भविष्य में इस तरह की घटना इनके द्वारा ना दोहराया जा सके। वनरक्षक अंगेश्वर लाल साहू का विभागीय जांच व स्थल निरीक्षण करते हुए आवश्यक कार्यवाही करना उचित होगा और तब क्षेत्र के लोगों को भी न्याय मिल सकेगा।
*इनका कहना है*
आपके द्वारा इस संबंध में जानकारी दी गई है हमारे संज्ञान में नहीं था अगर इस तरह का घटनाक्रम बीट गार्ड वनरक्षक के द्वारा किया जा रहा है तो हम जांच करके अवश्य कार्यवाही करेंगे।
*ए.ए.अंसारी वन मंडल अधिकारी जिला अनूपपुर*