शिक्षकों को कोरोना योद्धा घोषित कर अनुग्रह राशि दे सरकार-सरोज शुक्ला
अनूपपुर
पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन महासंघ(ओ पी एस) महिला मोर्चा महासंघ जिला इकाई अनूपपुर की अध्यक्ष एवं शासकीय हाई स्कूल कासा की प्राचार्य सरोज शुक्ला ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि मध्य प्रदेश में शिक्षा विभाग में कोहराम मचा हुआ है सबसे ज्यादा शिक्षकों की इस महामारी के दौरान मौत हुई है आंकड़े के आधार पर लगभग 700 शिक्षक इस दुनिया से अपने परिवार को छोड़कर जा चुके हैं और लगभग 2500 शिक्षक इस महामारी से जूस रहे हैं और यह आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है परंतु आज तक शासन प्रशासन किसी का ध्यान शिक्षा विभाग के दिवंगत शिक्षकों के परिवार की तरफ नहीं गया है।
सरकार शिक्षकों को कोरोना योद्धा घोषित करें
सरकार के द्वारा समस्त अन्य विभाग को जो इस महामारी के दौरान अपनी ड्यूटी करते हुए और दिवंगत हुए हैं उन्हें कोरोना योद्धा घोषित किया गया है जो अति प्रशंसनीय है हम सब के साथ हैं खुशी की बात है परंतु सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा शिक्षा विभाग में है परंतु आज तक किसी ने शिक्षा विभाग के उन दिवंगत शिक्षकों जो इस महामारी के दौरान अपनी ड्यूटी कर रहे हैं उन्हें कोरोना योद्धा घोषित नहीं किया गया और नाही अनुग्रह राशि प्राप्त हुई है पुरानी पेंशन मिल ही नहीं रही है इस स्थिति में उस दिवंगत शिक्षक का परिवार असहाय हो गया,मध्य प्रदेश पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन महासंघ के द्वारा अनेकों बार प्रशासन को पत्राचार किया गया और अनेकों माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया परंतु आज दिनांक तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है हम पुनः सरकार से प्रशासन से केवल एक ही मांग कर रहे हैं कि हमारी पुरानी पेंशन बहाल किया जाए हमारी वरिष्ठता बहाल किया जाए और जो साथी हमारे बीच में नहीं रहे उस परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद किया जाए और परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान किया जाए।
महामारी के पश्चात आंदोलन को होंगे बाद
ओ पी एस महिला महासंघ की अध्यक्षा ने आगे कहा है कि सरकार यदि हमारी मांगों को पूर्ति नहीं करती है तो पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन महासंघ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद द्विवेदी के नेतृत्व में सबसे बड़ी समस्या शिक्षा विभाग में है नई पेंशन योजना के तहत कार्य कर रहे उन समस्त अध्यापकों जो पुरानी पेंशन से वंचित हैं,अति शीघ्र उस परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान किया जाए और उस परिवार के किसी एक सदस्य को त्वरित अनुकंपा नियुक्ति प्रदान किया जाए,अन्यथा जब महामारी समाप्त होती है तब हम धरना आंदोलन प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चेतावनी देंगे ।