पुलिस का अमानवीय चेहरा, शादी से लौट रहे दूल्हा दुल्हन के कार की हवा निकाली
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अगर बिना परमिशन की शादी हुई तो मामला कायम करें न कि ऐसी घटिया हरकत*
रीवा
साल भर से रुकी शादियों में एक मां-बाप का अरमान होता है को अपनी बेटी को समय से बिदा कर देना।जब सरकार ने 10-10 की संख्या में शादी करने का आदेश जारी कर दिया है तो ये कौन सा नियम है की विदा हो रहे वाहन की हवा निकली जाए।बता दे की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने कोरोना संक्रमण को लेकर आदेश जारी किया था की कम संख्या में शादी घर से सम्पन्न की जा सकती है । ऐसे में पुलिस द्वारा की जा रही इस करतूत से समाज शर्मसार हो रहा है । जिले के पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर को ठोस कदम उठाना चाहिए और बेफालतू किसी को परेशान करने वाले पुलिसकर्मियों पर ठोस कदम उठाना चाहिए। शादी से विदा होकर लौट रहे वाहन जिसमें दूल्हा-दुल्हन सवार थे पुलिस ने रोककर वाहन की हवा निकाली। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है शादी की जानकारी पुलिस को नही लगी इसके बावजूद भी जब शादी हो ही गई तो वाहन को रोक कर हवा निकालने का औचित्य ही क्या है?
मामला कायम किया जा सकता हैं उनके खिलाफ जिन्होंने नियम का पालन नही किया वाहन का हवा निकाल कर पुलिस क्या सबित करना चाहती हैं उसमें बैठे दूल्हा दुल्हन का क्या दोष इतनी तपती धूप पर इस तरह की हरकत पुलिस विभाग को शोभा नही देता। कार्यवाही तो उस क्षेत्र के थाना प्रभारी पर होनी चाहिए जहां शादी संपन्न हो गई।