कृषि महा विद्यालय खोलने हेतु बिसाहूलाल सिंह ने की पहल, केन्द्रीय मंत्री को पत्र लिखकर विशेष पैकेज की मांग


अनूपपुर

मध्यप्रदेश शासन के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं अनूपपुर विधायक बिसाहू लाल सिंह ने केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र प्रेषित कर उद्यमिता विकास हेतु विशेष पैकेज की मांग की है। 

श्री सिंह ने विकासात्मक दूरदर्शिता का एक बार फिर परिचय देते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान को पत्र लिख कर मांग की है कि  म.प्र. और छत्तीसगढ़ के सीमा में अत्यंत पिछड़ा सीमावर्ती जिला अनूपपुर बसा हुआ है। जहाँ अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग व गरीब पिछड़े वर्ग के लोगों का निवास है। जिनका जीवन स्तर अभी भी प्राचीन काल से मिलता जुलता है। जिनके निवास के लिये आवास, भूमि, शिक्षा, कृषि संबंधित गतिविधियाँ, बुनियादी ढाँचा (सड़क, बिजली, पानी), स्वास्थ्य, कौशल विकास, रोजगार सृजन, सामाजिक सुरक्षा और उद्यमिता विकास का आभाव है। यहाँ कृषि उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने के लिये कृषकों को सहायता, पशुपालन, मुर्गी पालन, कुटीर उद्योगों को बढ़ावा, ऋण (क्रेडिट) और विपणन (मार्केटिंग), सिंचाई, स्वच्छता पंचायत भवनों, सामुदायिक भवनों मार्केट शेडो का निर्माण, सामाजिक विकास के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, कमजोर वर्गो (एस.टी./एस.सी./अल्पसंख्यकों) के लिये विशेष योजनाओं, आवास सामाजिक सुरक्षा, मनरेगा (जी राम जी योजना) कौशल विकास प्रशिक्षण, स्वरोजगार, उद्यमिता विकास, शासन और सहकारिता के विकास हेतु जिला अनूपपुर को भारत सरकार के विकासत्मक पटल पर सम्मिलित कराते हुए विशेष पैकेज दिलाकर विकास कराये जाने की आवश्यकता है। केन्द्र सरकार से  अनुरोध किया गया है कि म.प्र. व छ.ग. के सीमावर्ती अति पिछड़ा जनजाति बाहुल्य जिला अनूपपुर को उपरोक्तानुसार विकास और मूलभूत सुविधाओं का लाभ उत्तरोत्तर उन्नति हेतु भारत सरकार से विशेष पैकेज दिलाये जाने का अनुरोध है।

इसके साथ ही उच्च कृषि शिक्षा हेतु बिसाहूलाल सिंह ने श्री चौहान का ध्यानाकर्षण किया है कि  म.प्र. शासन में मुख्यमंत्री रहते हुए श्री चौहान द्वारा जिला अनूपपुर में ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में अनेकों ऐतिहासिक रचनात्मक कार्य किये गये है अनेकों गरीबी कल्याण योजनाएँ प्रारंभ की गई है। मध्यप्रदेश को कई बार कृषि के क्षेत्र कृषि कर्मण आवार्ड भी दिलाने का गौरव प्राप्त हैं किन्तु जनजातीय बाहुल्य शहडोल, डिण्डौरी व मण्डला अनूपपुर के मध्य निवास करने वाले गरीब अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के कृषकों के बच्चों को कृषि कार्य पर आधारित अत्याधुनिक शिक्षा आस-पास कृषि महाविद्यालय के नही होने से वंचित होना पड़ता है। गरीबी के कारण गरीब कृषक अपने बच्चों को बाहर भेजकर कृषि की शिक्षा प्रदान नहीं करा पाते है। यह क्षेत्र कृषि प्रधान व छत्तीसगढ़ से जुड़ा हुआ क्षेत्र है। जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र है जिस कारण से जिला अनूपपुर में कृषि महाविद्यालय खोले जाने की विशेष आवश्यकता है।

स्पा के आड में अवैध गतिविधियों के संचालन के आरोप, धार्मिक नगरी में काले व्यवसाय से जन मानस में आक्रोश 


उमरिया

जिले के धार्मिक नगरी के रूप में विख्यात  बिरसिंहपुर पाली में एनएच-43 सड़क किनारे स्थित रामपुर शुक्ला कॉम्प्लेक्स में संचालित स्पा  सेंटर को लेकर एक नया  विवाद सामने आया है।बताया जाता है की इस मामले को लेकर  स्थानीय निवासी राजेश पाण्डेय ने इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व  बिरसिंहपुर पाली को लिखित शिकायत करते हुए  स्पा एवं सैलून की आड़ में अवैध गतिविधियां संचालित होने का आरोप लगाया है।शिकायत में कहा गया है कि बिरसिंहपुर पाली में जगत जननी आराध्य देवी बिरासनी माता एवं हरिहर भगवान  का बहु प्रसिद्धि तीर्थ स्थल  लोगों के  आस्था का केंद्र बना हुआ  है, जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु और आम नागरिकों का आना जाना सदैव सदा बना रहता है। ऐसे पवित्र स्थल पर  एनएच-43 जैसे व्यस्त मार्ग पर स्थित कॉम्प्लेक्स में स्पा के आड में  आपत्तिजनक गतिविधियों को संचालित कर धन कमाने की हवस ने स्पा सेंटर को हवस  पूरी करने का अड्डा बना दिया है। इससे न सिर्फ  सामाजिक मर्यादाओ का उल्लंघन हो रहा है अपितु  धार्मिक नगरी की छवि पर भी  घातक दाग लग रहें है।  इन गतिविधियों के कारण स्थानीय नागरिकों में व्यापक स्तर पर  असंतोष फैल रहा है  और लोगों में  भय का माहौल बन हुआ है। 

 शिकायत कर्ता राजेश पाण्डेय ने इन्ही सभी आशंकाओं को देखते हुए  प्रशासन से मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो धार्मिक नगरी की छवि धूमिल होगी और असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ेगा। शिकायत की प्रतिलिपि एसडीएम पाली, कलेक्टर उमरिया और पुलिस अधीक्षक उमरिया को भी भेजी गई है।

वहीं इस पूरे मामले पर स्पा एवं सैलून सेंटर के मैनेजर चंदन मिश्रा ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। फोन पर बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके सेंटर में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियां संचालित नहीं होती हैं। उनका कहना है कि यह सेंटर हाल ही में शुरू हुआ है और कुछ लोग बिना कारण अफवाह फैला रहे हैं। चंदन मिश्रा के अनुसार स्पा एवं सैलून पूरी तरह नियमों के तहत संचालित है और यहां किसी भी तरह की आपत्तिजनक गतिविधि नहीं होती।

फिलहाल मामला प्रशासन के संज्ञान में है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन जांच के बाद क्या कदम उठाता है और आरोप सही पाए जाते हैं या इन्हें महज अफवाह मानकर खारिज किया जाता है। क्षेत्रवासियों की नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।

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विज्ञान प्रदर्शनी में नन्हे वैज्ञानिकों ने दिखाया अपना हुनर, शिक्षा के क्षेत्र में लिटिल स्टेप्स स्कूल के बढ़ते कदम

अनूपपुर

लिटिल स्टेप्स हाई स्कूल, अनुपपुर द्वारा आयोजित अनुपपुर जिले की अब तक की सबसे बड़ी विज्ञान प्रदर्शनी ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा।  इस विज्ञान प्रदर्शनी में नन्हे वैज्ञानिकों ने अपना हुनर दिखाया और एक से बढ़कर एक मॉडल बनाकर विज्ञान प्रदर्शनी में आने वाले  अभिभावक व अन्य लोगो का ध्यान अपनी ओर खींचा । इस प्रदर्शनी के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश गया कि आज की शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रयोग, नवाचार और व्यावहारिक समझ पर आधारित है।

प्रदर्शनी में नर्सरी से कक्षा 10 तक के विद्यार्थियों ने एयर प्यूरीफायर, वॉटर प्यूरीफायर, रोबोटिक्स,ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट, पवन ऊर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित मॉडल, सोलर एनर्जी, हाइड्रोपोनिक खेती, नदी सफाई उपकरण, जल व भूकंप अलार्म, माइक्रोस्कोप, दिन-रात की प्रक्रिया सहित विज्ञान के लगभग सभी प्रमुख विषयों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने आत्मविश्वास के साथ अपने मॉडलों की व्याख्या की और आगंतुकों के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया।

इस आयोजन ने यह सिद्ध किया कि अनुपपुर के विद्यार्थी किसी भी रूप में वैश्विक स्तर के विद्यार्थियों से कम नहीं हैं। आवश्यकता केवल सही मार्गदर्शन, उपयुक्त अवसर और निरंतर सहयोग की है, जिसके माध्यम से विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभा सामने आ सकती है। प्रदर्शनी की सफलता में अभिभावकों की सक्रिय सहभागिता उल्लेखनीय रही। उनकी उपस्थिति, जिज्ञासु प्रश्नों और उत्साहवर्धन ने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया और उनके सीखने के अनुभव को और अधिक सशक्त बनाया। विद्यालय के शिक्षकों की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय रही। शिक्षकों ने विद्यार्थियों को केवल पाठ्यवस्तु ही नहीं सिखाई, बल्कि उन्हें सोचने, प्रयोग करने और अपने विचार आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। शिक्षकों का समर्पण और मार्गदर्शन इस प्रदर्शनी की सफलता का आधार बना।

यह विज्ञान प्रदर्शनी न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा का प्रदर्शन थी, बल्कि अनुपपुर में आधुनिक और भविष्य उन्मुख शिक्षा की मजबूत शुरुआत भी थी।

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कृषि महा विद्यालय खोलने हेतु बिसाहूलाल सिंह ने की पहल, केन्द्रीय मंत्री को पत्र लिखकर विशेष पैकेज की मांग

अनूपपुर

मध्यप्रदेश शासन के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं अनूपपुर विधायक बिसाहू लाल सिंह ने केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र प्रेषित कर उद्यमिता विकास हेतु विशेष पैकेज की मांग की है। 

श्री सिंह ने विकासात्मक दूरदर्शिता का एक बार फिर परिचय देते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान को पत्र लिख कर मांग की है कि  म.प्र. और छत्तीसगढ़ के सीमा में अत्यंत पिछड़ा सीमावर्ती जिला अनूपपुर बसा हुआ है। जहाँ अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग व गरीब पिछड़े वर्ग के लोगों का निवास है। जिनका जीवन स्तर अभी भी प्राचीन काल से मिलता जुलता है। जिनके निवास के लिये आवास, भूमि, शिक्षा, कृषि संबंधित गतिविधियाँ, बुनियादी ढाँचा (सड़क, बिजली, पानी), स्वास्थ्य, कौशल विकास, रोजगार सृजन, सामाजिक सुरक्षा और उद्यमिता विकास का आभाव है। यहाँ कृषि उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने के लिये कृषकों को सहायता, पशुपालन, मुर्गी पालन, कुटीर उद्योगों को बढ़ावा, ऋण (क्रेडिट) और विपणन (मार्केटिंग), सिंचाई, स्वच्छता पंचायत भवनों, सामुदायिक भवनों मार्केट शेडो का निर्माण, सामाजिक विकास के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, कमजोर वर्गो (एस.टी./एस.सी./अल्पसंख्यकों) के लिये विशेष योजनाओं, आवास सामाजिक सुरक्षा, मनरेगा (जी राम जी योजना) कौशल विकास प्रशिक्षण, स्वरोजगार, उद्यमिता विकास, शासन और सहकारिता के विकास हेतु जिला अनूपपुर को भारत सरकार के विकासत्मक पटल पर सम्मिलित कराते हुए विशेष पैकेज दिलाकर विकास कराये जाने की आवश्यकता है। केन्द्र सरकार से  अनुरोध किया गया है कि म.प्र. व छ.ग. के सीमावर्ती अति पिछड़ा जनजाति बाहुल्य जिला अनूपपुर को उपरोक्तानुसार विकास और मूलभूत सुविधाओं का लाभ उत्तरोत्तर उन्नति हेतु भारत सरकार से विशेष पैकेज दिलाये जाने का अनुरोध है।

इसके साथ ही उच्च कृषि शिक्षा हेतु बिसाहूलाल सिंह ने श्री चौहान का ध्यानाकर्षण किया है कि  म.प्र. शासन में मुख्यमंत्री रहते हुए श्री चौहान द्वारा जिला अनूपपुर में ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में अनेकों ऐतिहासिक रचनात्मक कार्य किये गये है अनेकों गरीबी कल्याण योजनाएँ प्रारंभ की गई है। मध्यप्रदेश को कई बार कृषि के क्षेत्र कृषि कर्मण आवार्ड भी दिलाने का गौरव प्राप्त हैं किन्तु जनजातीय बाहुल्य शहडोल, डिण्डौरी व मण्डला अनूपपुर के मध्य निवास करने वाले गरीब अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के कृषकों के बच्चों को कृषि कार्य पर आधारित अत्याधुनिक शिक्षा आस-पास कृषि महाविद्यालय के नही होने से वंचित होना पड़ता है। गरीबी के कारण गरीब कृषक अपने बच्चों को बाहर भेजकर कृषि की शिक्षा प्रदान नहीं करा पाते है। यह क्षेत्र कृषि प्रधान व छत्तीसगढ़ से जुड़ा हुआ क्षेत्र है। जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र है जिस कारण से जिला अनूपपुर में कृषि महाविद्यालय खोले जाने की विशेष आवश्यकता है।

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पूर्व छात्रों का ऐतिहासिक समागम, भावनाओं और स्मृतियों से सजा आयोजन

अनूपपुर

कोयलांचल क्षेत्र रामनगर राजनगर पौराधार बिजुरी से लगे मनेन्द्रगढ़ में 1970 में शुरू हुई सरस्वती शिशु मंदिर संस्थान के पचपन साल के इतिहास में पहली बार पूर्व छात्रों का सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सरस्वती शिशु मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल में रविवार 21 दिसंबर 2025 को आयोजित पूर्व छात्रों का समागम ऐतिहासिक, भावनात्मक एवं अत्यंत सफल रहा। वर्ष 1970 में स्थापित विद्यालय के 55 वर्षों के इतिहास में पहली बार इतने बड़े स्तर पर पूर्व छात्रों का सम्मेलन सम्पन्न हुआ,जिसमें 1983 से 2005 तक के बैच के विद्यालय से शिक्षार्जन कर चुके भैया-बहिनों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की।

सम्मेलन का शुभारंभ प्रातः 8 बजे कक्षाओं में बैठकर, उपस्थित छात्रों की उपस्थिति दर्ज करना, कक्षा में बैठकर अध्ययन करना, प्रातः कालीन प्रार्थना,एवं शिक्षा अर्जन के दौरान कक्षा में हुए अपने अनुभवों को कक्षा में ही बैठकर अनुभवो को साझा करना, जो सायं 6 बजे तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से चला। इस अवसर पर छात्राओं एवं छात्रों ने अपने विद्यालयीन जीवन के स्वर्णिम पलों को याद किया और गुरुजनों का सम्मान कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम के दौरान दिवंगत साथियों एवं शिक्षकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन भी रखा गया, जिससे पूरा परिसर भावुक हो उठा।

पूर्व एवं वर्तमान में कार्यरत आचार्यों  एवं दीदीयों के सम्मान समारोह के दौरान छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए। वहीं पूर्व छात्रों ने एक साथ मिलकर गीत-संगीत का आनंद लिया, जमकर नृत्य किया और वर्षों बाद मिली इस मुलाकात को यादगार बना दिया। पूरे दिन विद्यालय परिसर में उल्लास, अपनत्व और भावनाओं का अनूठा संगम देखने को मिला।

सायं काल घोष दल के साथ विद्यालय परिसर से नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी जो भगत सिंह तिराहा, जैन मंदिर, गुरुद्वारा, विवेकानंद चौक एवं राम मंदिर होते हुए पुनः विद्यालय परिसर में समाप्त हुई,शोभायात्रा का नगरवासियों द्वारा जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। आयोजन की भव्यता के लिए नगर में कई स्थानों पर स्वागत द्वार भी लगाए गए थे। कार्यक्रम के समापन पर जब एक-दूसरे से विदा लेने का समय आया तो भावनाएं छलक पड़ीं। वर्षों बाद मिले साथी बिछड़ते समय यह सोचकर भावुक हो गए कि न जाने ऐसा पल फिर कब आएगा। कई लोगों की आंखें नम हो गयी।

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सरकार पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है- मंत्री दिलीप जायसवाल

अनूपपुर

राष्ट्रीय श्रमजीवी पत्रकार परिषद के द्वारा कोतमा स्थित मंगल भवन में प्रांतीय सम्मेलन में मध्य प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा, "पत्रकार समाज का आईना होते हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा को लेकर सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं।

सम्मेलन में पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को ने ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में जन समस्याओं तथा जन सरोकार की  खबर शासन प्रशासन तक पहचाने की सराहना करते हुए कार्यरत पत्रकारों सराहना की और उनकी समस्याओं को विधानसभा स्तर पर उठाने का आश्वासन दिया।  उन्होंने कहा कि पत्रकारों के हित संवर्धन के लिए वह सदैव तत्पर रहकर आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। शांति कुटी आश्रम अमरकंटक के शांति कुटी आश्रम के महंत स्वामी रामभूषण दास महाराज, ने पत्रकारों को सत्य, संयम और सामाजिक सरोकारों के साथ पत्रकारिता करने का संदेश दिया। 

संघटन के लोगो ने संगठन की मजबूती, सदस्यता विस्तार, पत्रकारों के अधिकार, सुरक्षा कानून, स्वास्थ्य बीमा एवं सम्मानजनक कार्य परिस्थितियों जैसे विषयों पर विस्तार से विचार रखे। उसके अलावा जिले के पत्रकारों की जिले के विकास में निभाई जा रही सकारात्मक भूमिका और संगठन के माध्यम से  पत्रकारो को सजग करने मे राष्ट्रीय श्रमजीवी परिषद की कार्य पर  नगर पंचायत डूमर कछार अध्यक्ष पत्रकार डॉ सुनील चौरसिया, और बिजुरी नगरपालिका अध्यक्ष सहबीन पनिका ने भी प्रकाश डाला। प्रदेश कर समिति की हुई घोषणा          राष्ट्रीय श्रमजीवी पत्रकार परिषद के राष्ट्रीय सचिव देवशंकर अवस्थी  के द्वारा मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राजेश दुबे को आगामी दो वर्षों के लिए प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया तत्पश्चात प्रदेश अध्यक्ष राजेश दुबे  द्वारा पदभार ग्रहण करने के पश्चात प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा किये थे।               

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49वीं जूनियर राष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में अंकित यादव का शानदार प्रदर्शन, हुआ भव्य सम्मान

अनूपपुर

49वीं जूनियर राष्ट्रीय वॉलीबॉल खेलकूद प्रतियोगिता में अनूपपुर जिले के प्रतिभाशाली खिलाड़ी अंकित यादव ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर न केवल जिले बल्कि पूरे मध्य प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतियोगिता 16 दिसंबर से 22 दिसंबर 2025 तक पिलानी, झुंझुनू (राजस्थान) में आयोजित की गई थी।

मध्य प्रदेश वॉलीबॉल संघ के महासचिव एवं वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष हरि सिंह चौहान तथा मध्य प्रदेश वॉलीबॉल चयन समिति के अध्यक्ष प्रणव मजूमदार के मार्गदर्शन में अंकित यादव का चयन इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ, जहां उन्होंने अपने कौशल, अनुशासन और समर्पण से सभी का ध्यान आकर्षित किया।

अंकित यादव, पिता रामचंद्र यादव एवं माता रीना यादव के सुपुत्र हैं। उनकी इस सफलता के पीछे परिवार का मजबूत सहयोग और प्रेरणादायी मार्गदर्शन रहा। विशेष रूप से उनके बड़े पिताजी रामाश्रय यादव (पूर्व कोल इंडिया वॉलीबॉल खिलाड़ी) एवं बड़ी माता मीरा यादव का योगदान उल्लेखनीय रहा, जिनकी खेल परंपरा और प्रेरणा ने अंकित को इस मुकाम तक पहुंचाया।

वर्तमान में अंकित यादव भारत के एकमात्र शारीरिक शिक्षण संस्थान लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान, गुवाहाटी (असम) में बी.पी.एड. की पढ़ाई कर रहे हैं। वे खेल के साथ-साथ शिक्षा में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं।

अंकित यादव की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर अनूपपुर पुलिस अधीक्षक मोतीउर रहमान, जिला वॉलीबॉल संघ के अध्यक्ष चैतन्य मिश्रा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व प्रभारी जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी जगनाथ मरकाम द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उन्हें बुके, फूलमाला एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि अंकित यादव जैसी उपलब्धियां जिले के युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करती हैं।

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बस स्टैंड–जखीरा चौक सड़क फिर उखड़ी, घटिया निर्माण से राहगीर हो थे है परेशा

अनूपपुर/कोतमा

बस स्टैंड से जखीरा चौक तक की मुख्य सड़क वर्षों तक जर्जर हालत में पड़ी रही। गड्ढों और उखड़ी सतह के कारण राहगीरों, वाहन चालकों और स्थानीय व्यापारियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। लंबे इंतजार और जन शिकायतों के बाद सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन कुछ ही महीनों में सड़क की परत उखड़ने लगी और जगह-जगह दरारें दिखाई देने लगीं।

स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया। मानकों की अनदेखी कर जल्दबाजी में काम पूरा किया गया, जिससे पहली ही बरसात में सड़क की हालत पहले से भी बदतर हो गई। कई स्थानों पर गड्ढे बन गए हैं, जिससे दोपहिया वाहन चालक फिसलकर गिर रहे हैं। खराब सड़क के कारण ग्राहक दुकानों तक आने से कतराने लगे हैं। इससे व्यापार पर सीधा असर पड़ा है। स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और मरीजों के लिए रास्ता जोखिम भरा हो गया है।

नगर पालिका के मुख्य अधिकारी ने कहा कि सड़क की स्थिति गंभीर है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच चल रही है और दोषी ठेकेदारों व संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही सड़क का पुनर्निर्माण उच्च गुणवत्ता के साथ कराया जाएगा, ताकि जनता को सुरक्षित और सुगम आवागमन मिल सके। स्थानीय नागरिक और राहगीर मांग कर रहे हैं कि जल्द समाधान निकाला जाए, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी गई है। जनता सुरक्षित सड़क और सुगम आवागमन की प्रतीक्षा कर रही है।

समाचार 07 फ़ोटो 07

सड़कों पर आवारा पशुओं का बसेरा, राहगीर परेशान, जिम्मेदार मौन, कब सुधरेगी व्यवस्था

अनूपपुर/कोतमा

कोतमा नगर की प्रमुख सड़कों पर आवारा पशुओं का बसेरा लगातार बढ़ रहा है। सुबह और शाम के समय सड़क किनारे घूमते आवारा कुत्ते, गाय और बिल्लियाँ राहगीरों और वाहन चालकों के लिए खतरा बन गई हैं। कई राहगीरों ने बताया कि सड़क पार करते समय उन्हें डर और असुविधा का सामना करना पड़ा।

स्थानीय निवासी कहते हैं कि रोज़ाना आवारा पशुओं की वजह से उन्हें परेशानी होती है। उन्होंने नगर पालिका से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द स्थायी समाधान निकाला जाए। बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को देखते हुए आवारा पशुओं के नियंत्रण की विशेष आवश्यकता महसूस की जा रही है। कुछ नागरिकों ने तो चेतावनी दी कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन की संभावना है।

स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि आवारा पशुओं के कारण ग्राहक दुकानों तक आने से कतराने लगे हैं। इससे व्यापार पर सीधा असर पड़ा है। दोपहिया और छोटे वाहन चालक भी फिसलकर गिरने का जोखिम झेल रहे हैं। नगर पालिका के मुख्य अधिकारी ने कहा कि आवारा पशुओं की समस्या गंभीर है। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर पालिका जल्द ही विशेष अभियान चलाकर आवारा पशुओं को सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित करेगी। साथ ही सड़क सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

अधिकारियों ने बताया कि नियमित निगरानी, कचरा प्रबंधन और नागरिक जागरूकता के कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। सड़क किनारे सुरक्षित आश्रय बनाए जाएंगे, ताकि राहगीर और वाहन चालक सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें। स्थानीय नागरिक और राहगीर मांग कर रहे हैं कि जल्द समाधान निकाला जाए। नगर पालिका ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन जनता अब भी सुरक्षित सड़क और सुगम आवागमन की प्रतीक्षा कर रही है।

समाचार 08 फ़ोटो 08

बरगद वाला शॉप ने बच्चो को बांटे गर्म कपड़े

शहडोल

विगत कई वर्षों की तरह इस वर्ष भी बरगद वाला शॉप बुढार परिवार द्वारा भीषण ठंड को देखते हुए शासकीय स्कूल, लखेरान टोला बुढार के बच्चों को कपड़े, टोपा, मफलर वितरित किए गए। इस अवसर पर बरगद वाला शॉप बुढार के संचालक प्रसन्न जैन ने बताया कि पिछले कई वर्षों से हमारा परिवार दूर गांव गांव जाकर ग्रामीण स्कूल के बच्चों को गरम कपड़े, स्कूल यूनिफार्म वितरित करता आ रहा है।

आज भी शासकीय स्कूलों की दयनीय दशा देख मन विचलित हो जाता है कि देश विश्व शीर्ष बनने की तैयारी कर रहा है और आज भी देश का भविष्य हमारे बच्चे दयनीय स्थिति में अध्ययन करने मजबूर हैं, निश्चित यह शिक्षा कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह इंगित करता है।

समाचार 09 फ़ोटो 09

जंगल से पांच मवेशी बरामद, पुलिस की गाड़ी देख आरोपी फरार

शहडोल

जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत चौकी दरसिला पुलिस ने मवेशियों के साथ क्रूरता का एक गंभीर मामला उजागर किया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम भुमकार में बांध के पास जंगल के रास्ते दो अज्ञात व्यक्ति पांच नग मवेशियों को बेरहमी से मारते-पीटते और दौड़ाते हुए हांक कर ले जा रहे हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए चौकी दरसिला पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची।

पुलिस वाहन को आता देख आरोपी जंगल के रास्ते भागने में सफल हो गए। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके से सभी पांचों मवेशियों को सुरक्षित अपने कब्जे में लिया। मवेशियों को चौकी दरसिला लाकर सुरक्षात्मक अभिरक्षा में रखा गया है। उनकी हालत को देखते हुए खाने-चारे एवं पानी की समुचित व्यवस्था की गई, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो।

पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध पशु क्रूरता निवारण अधिनियम सहित अन्य सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में ले लिया है। फरार आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है तथा मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया है।



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