विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस पर आयोजित हुआ प्रतिभा सम्मान समारोह, नगर की कार्यकारिणी घोषणा।


शहडोल

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के स्थापना दिवस के पावन अवसर पर दिनांक 09 जुलाई को एक भव्य प्रतिभा सम्मान समारोह एंव नगर कार्यकारिणी घोषणा का आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने, उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन का सम्मान करने एवं उन्हें राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की वंदना, दीप प्रज्वलन तथा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण से हुई।

समारोह में मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि जयसिंहनगर विधायक मनीषा सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पंडित शंभुनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर राम शंकर विशेष उपस्थिति प्रान्त सह मंत्री मोहित डहेरिया विभाग संगठन मंत्री सावन सिंह नगर अध्यक्ष डॉ सौरभ शिवा विभाग छात्रा प्रमुख सुश्री अंजलि पांडेय नगर मंत्री अमन त्रिपाठी उपस्थित रहे।मुख्य अतिथि मनीषा सिंह ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधनों से छात्रों को शिक्षा, संस्कार और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति जागरूक किया।वहीं विशिष्ट अतिथि कुलगुरु प्रो राम शंकर ने छात्रों को अपने उत्तरदायित्व के साथ साथ समाज व राष्ट्र के प्रति समर्पित हो तथा जो हमारी भारतीय ज्ञान परंपरा रही है उसको आत्मसात करने की आवश्यकता है। विशेष उपस्थिति प्रान्त सह मंत्री मोहित डेहरिया ने विद्यार्थी परिषद की 77 वर्षो की यात्रा पर प्रकाश डाला और कहा वह संकल्प जो 77 वर्ष पूर्ण कर रहा है।  संकल्प है राष्ट्र पुनर्निर्माण का वह संकल्प भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का और वह संकल्प है भारत के तिरंगे को विश्व गगन में लहराने का समारोह में नगर के विभिन्न विद्यालयों के दो सौ से अधिक बोर्ड परीक्षाओं,एंव अन्य शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

विभाग संगठन मंत्री सावन सिंह ने  अपने संबोधन में कहा कि – “छात्रों की प्रतिभा ही राष्ट्र की पूंजी है। विद्यार्थी परिषद द्वारा इस प्रकार का आयोजन निश्चित ही छात्र समाज को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करता है। मंच का संचालन कर रहे प्रान्त कार्यकारणी सदस्य शिवम वर्मा 

इसके पश्चात नगर कार्यकारणी की घोषणा की गई जिसमें नगर अध्यक्ष एंव नगर मंत्री का निर्वाचन किया गया जिसमें निर्वाचन अधिकारी डॉ राधेश्याम नापित ने सत्र 2025-26 की नगर कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमे नगर अध्यक्ष डॉ सौरभ शिवा, नगर मंत्री अमन त्रिपाठी को बनाया गया इसी क्रम में अन्य दायित्वों की घोषणा हुई जिसमें नगर उपाध्यक्ष डॉ सिद्धार्थ मिश्र,डॉ लोकेश साहू,हेमंत पाठक नगर सह मंत्री कोमल द्विवेदी गजराज सिंह,प्रियांशु त्रिपाठी,यश वैद्य,प्रभास तिवारी कार्यालय मंत्री रवि परस्ते एस एफ डी प्रमुख भूमिका द्विवेदी, अभिराज सिंह एस एफ एस प्रमुख गौरव मिश्रा,शुभम त्रिपाठी राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख रोशनी पांडेय,दिव्या शुक्ला खेलो भारत प्रमुख शुभ सोनी, शिवकांत गौतम नगर तकनीकी प्रमुख शुयस जायसवाल,अभिषेक द्विवेदी नगर विद्यालयीन प्रमुख शुर्यांश मिश्र,प्रासी तिवारी एन सी सी प्रमुख प्रिया सिंह एन एस एस प्रमुख हर्ष वर्मा को बनाया गया।

समारोह में विभाग संयोजक अखिलेश सिंह एस एफ़ एस प्रान्त प्रमुख कृष्णम चतुर्वेदी प्रान्त कार्यकारणी सदस्य डॉ लोकेश साहू  गणमान्य नागरिक, शिक्षकगण, अभिभावक एवं सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे। अंत मे नगर अध्यक्ष डॉ सौरभ शिवा द्वारा सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन हुआ।

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर 10 जुलाई 2025 को दिखाई देगा बक मून/ फुल मून 


(सुशी सक्सेना)

10 जुलाई को रात्रि के आसमान में चांद बड़ा और चमकीला भी दिखाई देगा। क्या होता है बक मून इस बाबत , वीर बहादुर सिंह ,नक्षत्र शाला ( तारामण्डल ) गोरखपुर के खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि जुलाई में होने वाले इस फुल मून/ पूर्णिमा को होने वाले पूर्ण चंद्र को खगोल विज्ञान भी भाषा में बक मून नाम दिया जाता इसको एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है जोकि प्राकृतिक चक्रों और उनके महत्व को दर्शाती है।

खगोल विद अमर पाल सिंह के अनुसार गुरुवार को बक मून क्षितिज पर काफी नीचा होने की वजह से उसका आकार भी काफी बड़ा नजर आएगा। वैसे तो यह बक मून 10 जुलाई की रात्रि को उदय होगा और पूरी रात्रि आकाश में अपनी छटा बिखेरता हुआ दिखाई देगा। लेकिन भारतीय समयानुसार 11 जुलाई की सुबह लगभग 2:08 am IST बजे यह अपने चरम बिंदु पर होगा। 

*कैसे पड़ा इसका नाम*

खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस नाम के पीछे एक छोटी सी कहानी है। कि सुपरमून को बकमून क्यों कहा जाता हैं?  खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि असल में यह नाम नेटिव अमेरिकन है, बकमून इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पारंपरिक रूप से उत्तरी अमेरिका में नर हिरणों की सींगें पूरी तरह से उगने के समय से मेल खाता है,  इन सींगों को बक कहते हैं. जोकि कई बार गिरते और उगते रहते हैं लेकिन जुलाई माह में इनकी ग्रोथ पूरी होती है, इसलिए इसको बक मून कहते हैं, कुछ लोगों द्वारा इस पूर्णिमा को नवीनीकरण, नई शक्ति एवं दृढ़ संकल्प के प्रतीक के तौर पर भी देखा जाता है जो इसके सार्वभौमिक महत्व को भी प्रदर्शित करता है।

खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि अलग-अलग संस्कृतियों में इसके अलग -अलग नाम दिए गए हैं इस बक मून को अलग-अलग संस्कृतियों में अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है,भारत में यह पूर्णिमा गुरु शिष्य परंपरा के अटूट रिश्ते को प्रदर्शित करती है ,इसीलिए यह गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। वहीं अमेरिका में कुछ जनजातियां इसे जुलाई में आने वाले बड़े तूफानों से जोड़कर भी देखती हैं, इसलिए इसे थंडर मून भी कहा जाता है, कुछ अन्य लोगों द्वारा इसे सैल्मन मून, रास्पबेरी मून, क्लेमिंग मून, वाइर्ट मून, हर्ब मून और मीड मून के नाम से भी जाना जाता है और हमें यह भी पता चलता है कि यह नाम अमेरिका की एक पत्रिका ओल्ड फार्मर्स अल्मनैक के अनुसार इस शब्द की उत्पत्ति संभवतः अमेरिकन जनजातियों के एक समूह से ही हुई मानी जाती है। वैसे इस बक  मून को  घास की कटाई के बाद एंग्लो सैक्सन इसी मून को  'हे मून'  कहते थे, और इसीलिए इसका 'थंडर मून' नाम जुलाई में आने वाले तूफानों की एक बृहद निशानी भी माना जाता था।

*कहां और कैसे देखें बक मून को*

खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि बकमून को देखने के लिए जरूरी है कि रात्रि का आसमान साफ हो, बादल या कोहरा एवम् प्रकाश प्रदूषण न हो, देखने के लिए बेहतर होगा कि किसी साफ़ स्वच्छ और कम रोशनी वाले स्थान पर जाया जाए। वैसे आप इसको अपनी साधारण आंखों से ही देख सकते हैं और इसको देखने के लिए किसी भी ख़ास उपकरणों की आवश्यकता नहीं है, यह खगोलीय घटना कई देशों के साथ ही सम्पूर्ण भारत में प्रत्येक जगह से दिखाई देगी, आप सीधे तौर से अपने घरों से ही इस खगोलीय घटना का लुत्फ़ उठा सकते हैं,

*अमर पाल सिंह,( खगोलविद), नक्षत्र शाला,(तारामण्डल) गोरखपुर उत्तर प्रदेश, भारत*

नियम का उल्लंघन करने पर राजेश मेडिकल सहित 6 दवा दुकानों के लाइसेंस हुए रद्द


अनूपपुर

औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली 1945 के नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर जैतहरी स्थित मेसर्स लाइफ केयर मेडिकोज, अनूपपुर स्थित मेसर्स आकांक्षा मेडिकल स्टोर, कोतमा कालरी भालूमाड़ा स्थित मेसर्स रियान मेडिकोज, तहसील जैतहरी के आदर्श ग्राम सिवनी स्थित मेसर्स आर के मेडिकोज, कोतमा स्थित मेसर्स राजेश मेडिकल स्टोर्स तथा अनूपपुर स्थित मेसर्स अमृत फार्मा का आकस्मिक निरीक्षण औषधि निरीक्षक अनूपपुर द्वारा किया गया था। निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर्स में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली 1945 के नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर जाँच प्रतिवेदन तैयार कर औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन अनूपपुर को प्रेषित किया गया था। जिसमें औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी द्वारा संबंधित मेडिकल स्टोर्स के संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था।   

संचालकों को जारी नोटिस का जवाब समाधानकारक एवं संतोषजनक नहीं पाए जाने के कारण औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला अनूपपुर द्वारा मेसर्स राजेश मेडिकल स्टोर्स के संचालक को स्वीकृत थोक औषधि विक्रय अनुप्तियां निरस्त एवं स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 15 दिवस के लिए निलंबित की गई है। इसी प्रकार नोटिस का जवाब समाधानकारक एवं संतोषजनक नही दिए जाने के कारण औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी द्वारा मेसर्स लाइफ केयर मेडिकोज के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 10 दिवस के लिए, मेसर्स आकांक्षा मेडिकल स्टोर के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 7 दिवस के लिए, मेसर्स रियान मेडिकोज के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 5 दिवस के लिए, मेसर्स आर के मेडिकोज के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 7 दिवस के लिए तथा मेसर्स अमृत फार्मा के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 5 दिवस के लिए निलंबित किए गए हैं। निलंबन अवधि में संचालकों को किसी भी प्रकार से औषधियों का क्रय-विक्रय नही किए जाने व मेडिकल स्टोर का संचालन बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं। आदेश में संबंधितों को निर्देशित किया गया है कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 एवं नियमावली 1945 का पालन सुनिश्चित किया जाए।

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