तीन लंगूरों की अज्ञात वाहन से दुर्घटना में मौत, वनविभाग ने घायल शावक का कराया इलाज


अनूपपुर

वन परिक्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत पोड़ी बीट ने गुरुवार की दोपहर तीन अलग-अलग स्थानो पर मुख्यमार्ग में अज्ञात वाहनों से टकराने पर तीन लंगूर-बंदरों की मौत हो गई वहीं एक मादा लंगूर का शावक के घायल होने पर वनविभाग के कर्मचारियों द्वारा पोडी वन नाका में पशु चिकित्सक से उपचार कराया गया है। इस संबंध में अब तक मिली जानकारी के अनुसार अनूपपुर-जैतपुर मुख्य मध्य सोननदी के किनारे गुरुवार की दोपहर 12 बजे अज्ञात वाहन की ठोकर से एक मादा लंगूर बुरी तरह कुचलकर मृत हो गई, जबकि उसका एक शावक घायल हो गया जिसकी सूचना पर पोडी बीट के बीट प्रभारी दिनेश कुमार रौतेल,सोनमौहरी बीट प्रभारी राजबली साकेत, भोलगढ़ बीट प्रभारी रोहित उपाध्याय,अनूपपुर के वन्यप्राणी संरक्षक शशिधर अग्रवाल,सुरक्षाश्रमिकों के साथ मौके पर पहुंचकर मृत मादा के शव को रखते हुए घायल शावक को वन नाका पोंड़ी लाकर पशु चिकित्सक से उपचार कराया इस बीच बरबसपुर में कक्ष क्रमांक आर एफ 302 के मुख्यमार्ग में तथा एन एच 43 में भोलगढ़ गांव की समीप वाटरशेड तालाब के पास कक्ष क्रमांक 404 में लंगूर-बंदर अज्ञात वाहनों से टकराने पर मृत मिले तीनों बंदरों के शवो को पोड़ी बीट के जंगल में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार पंचनामा तैयार कर दाह संस्कार किया गया वहीं घायल शावक को स्वतंत्र विचरण हेतु उनके परिवारों के पास ही छोड़ दिया गया है।

छत्तीसगढ़ से जिले के धनगवां में पहुंचे दो हाथियों का समूह चोलना में तोड़ा मकान का दरवाजा


अनूपपुर

विगत 6 जनवरी को रात अनूपपुर वन मंडल के जैतहरी एवं कोतमा वन परिक्षेत्र की सीमा को पार करता हुआ एक हाथी छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र अंतर्गत घुसरिया के जंगल में पहुंचकर घुसरिया में चार दिन पूर्व से रह रहे एक दो दांत वाले बड़े आकार के हाथी से मुलाकात कर विचरण करते हुए बुधवार एवं गुरुवार की मध्य रात छत्तीसगढ़ राज्य के करहनी के जंगल से होता हुआ जैतहरी रेंज के चोलना गांव में पहुंचकर 2 बजे रात अनिल पिता ददनराम केवट के घर का दरवाजा तोड़ते हुए कोतमा वन परिक्षेत्र के पडौंर में मेला के संगम स्थल के पास पहुंचकर सोननदी पार कर वन परिक्षेत्र जैतहरी के कुकुरगोड़ा एवं चोई गांव के मध्य धनगवां बीट के कक्ष क्र. आर एफ 338 के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहा है इस जंगल में अत्यधिक लेंटाना होने के कारण वर्तमान समय तक दोनों हाथियों के प्रत्यक्ष दर्शन नहीं हो सके हैं किंतु ग्रामीण एवं वन विभाग के मैदानी अमला को हाथियों के विचरण दौरान सोननदी एवं उसके आसपास विचरण पर पड़े पैरों के निशान झाड़ियो को तोड़कर खाते, चलने से हाथियों के आ जाने का आभास हुआ है अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एस के प्रजापति ने हाथी प्रभावित क्षेत्र एवं देर रात हाथियों के संभावित विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों से सतर्कता बरतते हुये जंगल एवं गांव के मध्य अलग-थलग खेतों में घर बनाकर रह रहे ग्रामीणों को साम को अंधेला होने के पूर्व ही सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील करते हुए जैतहरी एवं कोतमा वन परिक्षेत्र के वन परिक्षेत्र अधिकारियो एवं वन विभाग के मैदानी अमले को सतत निगरानी रखते हुए सतर्कता एवं ग्रामीणों की सुरक्षा करने के निर्देश दिए हैं दोनों हाथियों का समूह देर शाम एवं रात को किस ओर अपना विचरण क्षेत्र बनाएंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा।

बस स्टैंड कोतमा में अराजकता का माहौल व्याप्त,जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन मौन

*खड़े रहते हैं सैकड़ों बेपरवाह वाहन, बस स्टैंड में खुले आम होता है जुआ,सट्टा, यात्री प्रतीक्षालय बना मदिरालय*


अनूपपुर

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मंसूबे पर अनूपपुर जिले के अनुविभाग कोतमा के अधिकारी किस तरह से पानी फेर रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण कोतमा के बस स्टैंड केसवाही तिराहा में देखने को मिल रहा है, बस स्टैंड कोतमा अराजकता एवं आसमाजिक तत्वों का जमावड़े का केंद्र बन गया है यहां के बस स्टैंड में सुबह 6 बजे से लेकर अर्धरात्रि तक गांजा,शराब, जुआड़ियो का अड्डा बन गया है। बताया गया है कि बस स्टैंड कोतमा में लगभग 50 से अधिक बसें बेपरवाह खड़ी होती हैं यहां के बस एजेंट आपस में लड़ाई कर एक दूसरे की कॉम्पटीशन में बसों को आगे पीछे एडा़ बेड़ा, खड़ी कराकर यात्रियों के साथ-साथ अन्य आवाजाही करने वाले लोगों को परेशान करते हैं इतना ही नहीं बस स्टैंड कोतमा में ठेला, ऑटो, पिकअप चालक भी बेपरवाह खड़े होकर आवाजाही अवरुद्ध करते हैं। जानकारी मिली है कि बस स्टैंड कोतमा के कई दुकानों में दिन-रात जुआ का कारोबार चल रहा है सूर्य ढलते ही यात्री प्रतीक्षालय में खुले आम लोग शराब पीकर एक दूसरे को गाली गलौज करते रहते हैं। जिसके चलते आमजन का जीना दुर्लभ हो गया है जबकि बस स्टैंड कोतमा के समीप गणेश मंदिर एवं गौरीशंकर मंदिर है इनके हुरदंगबाजी के चलते श्रद्धालु मंदिरों में आना-जाना बंद कर दिए हैं साथ ही  पुराने नगर पालिका परिषद को तोड़कर भवन का निर्माण कराया जा रहा है उस भवन निर्माण के लिए ठेकेदार ने मुख्य मार्ग बंद कर दिया है जिसके चलते अस्पताल, नगर पालिका, बिजली ऑफिस, छात्रावास, विद्यालय के आने जाने वाले हजारों छात्रों एवं अन्य लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर बस स्टैंड में ठेला ऑटो बस की धमा चौकड़ी दूसरी और ठेकेदार ने मुख्य मार्ग में भवन निर्माण का  सामान रखकर रास्ता  बंद कर दिया है। यात्रियों ने बताया कि बस स्टैंड में बने यात्री प्रतीक्षालय में खुले आम शराबियों द्वारा गाली गलौज मारपीट किया जाता है जिसके चलते वहां बैठकर 10 मिनट समय व्यतीत कर लेना मुश्किल हो जाता है इतना ही नहीं भवन निर्माण के ठेकेदार ने मुख्य मार्ग बंद कर दिया है जिसके चलते यात्री सुलभ काम्पलेक्स तक नहीं पहुंच पाते जबकि इस गंभीर विषय की जानकारी नगर पालिका अध्यक्ष अजय शराफ, सीएमओ, नपा उपाध्यक्ष एवं थाना प्रभारी को है फिर भी बस स्टैंड कोतमा पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा ।लोगों ने कलेक्टर आशीष वशिष्ठ,पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार, एसडीएम कोतमा, तहसीलदार कोतमा, एसपी, थाना प्रभारी से मांग किए हैं कि बस स्टैंड कोतमा की व्यवस्था सही तरीके से किया जाए जिसके चलते यात्रियों को हो रही परेशानी से निजात मिल सके।

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