छत्तीसगढ़ से जिले के धनगवां में पहुंचे दो हाथियों का समूह चोलना में तोड़ा मकान का दरवाजा

छत्तीसगढ़ से जिले के धनगवां में पहुंचे दो हाथियों का समूह चोलना में तोड़ा मकान का दरवाजा


अनूपपुर

विगत 6 जनवरी को रात अनूपपुर वन मंडल के जैतहरी एवं कोतमा वन परिक्षेत्र की सीमा को पार करता हुआ एक हाथी छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र अंतर्गत घुसरिया के जंगल में पहुंचकर घुसरिया में चार दिन पूर्व से रह रहे एक दो दांत वाले बड़े आकार के हाथी से मुलाकात कर विचरण करते हुए बुधवार एवं गुरुवार की मध्य रात छत्तीसगढ़ राज्य के करहनी के जंगल से होता हुआ जैतहरी रेंज के चोलना गांव में पहुंचकर 2 बजे रात अनिल पिता ददनराम केवट के घर का दरवाजा तोड़ते हुए कोतमा वन परिक्षेत्र के पडौंर में मेला के संगम स्थल के पास पहुंचकर सोननदी पार कर वन परिक्षेत्र जैतहरी के कुकुरगोड़ा एवं चोई गांव के मध्य धनगवां बीट के कक्ष क्र. आर एफ 338 के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहा है इस जंगल में अत्यधिक लेंटाना होने के कारण वर्तमान समय तक दोनों हाथियों के प्रत्यक्ष दर्शन नहीं हो सके हैं किंतु ग्रामीण एवं वन विभाग के मैदानी अमला को हाथियों के विचरण दौरान सोननदी एवं उसके आसपास विचरण पर पड़े पैरों के निशान झाड़ियो को तोड़कर खाते, चलने से हाथियों के आ जाने का आभास हुआ है अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एस के प्रजापति ने हाथी प्रभावित क्षेत्र एवं देर रात हाथियों के संभावित विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों से सतर्कता बरतते हुये जंगल एवं गांव के मध्य अलग-थलग खेतों में घर बनाकर रह रहे ग्रामीणों को साम को अंधेला होने के पूर्व ही सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील करते हुए जैतहरी एवं कोतमा वन परिक्षेत्र के वन परिक्षेत्र अधिकारियो एवं वन विभाग के मैदानी अमले को सतत निगरानी रखते हुए सतर्कता एवं ग्रामीणों की सुरक्षा करने के निर्देश दिए हैं दोनों हाथियों का समूह देर शाम एवं रात को किस ओर अपना विचरण क्षेत्र बनाएंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा।

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