अवैध कब्जे और प्रशासनिक उदासीनता से टूटा आदिवासी युवक, फांसी लगाकर दी जान
कोतमा।
जिले के नगर पालिका क्षेत्र कोतमा के वार्ड क्रमांक 11 गोईंदा कदम टोला निवासी सीताराम सिंह गोंड, पिता नन बाबू सिंह गोंड, बीते 17 दिसंबर से लापता था। 23 दिसंबर को उसकी लाश नगर के वार्ड क्रमांक 9 नईमुदीन के बाड़ा के पीछे एक पेड़ पर फांसी के फंदे से झूलती हुई मिली। शव मिलने की सूचना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
बताया जा रहा है कि सीताराम सिंह गोंड की भूमि वार्ड क्रमांक 11 गोईंदा कदम टोला, भलुमाड़ा रोड पर स्थित है। इसी भूमि पर कदम टोला निवासी विनोद पटेल पिता कामता पटेल, द्वारा जबरन मकान बनाकर अवैध कब्जा कर लिया गया था। सीताराम सिंह को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ था, जिसकी स्वीकृत राशि से उसने अपनी निजी भूमि पर नींव खुदवाई कर नींव भरा थी, लेकिन आरोप है कि उसी नींव के ऊपर विनोद पटेल द्वारा जबरन मकान बना लिया गया।
इस मामले को लेकर सीताराम सिंह ने तहसीलदार, एसडीएम एवं नगर पालिका परिषद कोतमा सहित थाना कोतमा में लिखित शिकायत की थी, लेकिन लंबे समय तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से वह मानसिक रूप से अत्यधिक परेशान रहने लगा। इसी मानसिक प्रताड़ना के चलते वह 17 दिसंबर को घर से लापता हो गया।
23 दिसंबर को जब उसकी लाश फांसी के फंदे पर मिली, तो शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। सुसाइड नोट में सीताराम सिंह ने विनोद पटेल पिता कामता पटेल के साथ-साथ नगर पालिका में पदस्थ भोलू तिवारी, तहसीलदार, एसडीएम एवं थाना कोतमा में शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होने का उल्लेख करते हुए स्वयं को अत्यधिक प्रताड़ित और निराश बताया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फांसी से उतारकर पंचनामा तैयार किया। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
