ट्रेन से टकराया तेंदुआ हुई मौत, हाथियों ने तोड़ा दीवार, घर से जान बचाकर भागा परिवार

ट्रेन से टकराया तेंदुआ हुई मौत, हाथियों ने तोड़ा दीवार, घर से जान बचाकर भागा परिवार


अनूपपुर

अनूपपुर जैतहरी रेल खंड के मध्य ट्रेन से टकराने के कारण एक वन्यप्राणी तेंदुआ की दर्दनाक मौत हो गई घटना की जानकारी पर वन विभाग मौके पर पहुंचकर मृत तेन्दुआ के शव को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए कार्यवाई में में जुटी हुई है।

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार एवं शुक्रवार की मध्य रात्रि अनूपपुर जैतहरी बिलासपुर रेल खंड के मध्य जैतहरी नगर के समीप मिलन की कुटिया ढाबा के पास ट्रेन से टकराने के कारण एक वन्यप्राणी तेंदुआ की स्थल पर मौत हो गई घटना की जानकारी  स्टेशन मास्टर द्वारा वन विभाग को दिए जाने पर जैतहरी वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचकर मृत वन्यप्राणी तेंदुआ के शव को पंचनामा तैयार कर अपनी अभिरक्षा में लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया मृत तेंदुआ के शव को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ले जाकर संपूर्ण कार्यवाही में विभाग जुटा हुआ है। वन मंडलाधिकारी अनूपपर विपिन कुमार पटेल ने भी घटना की पुष्टि करते हुए ट्रेन दुर्घटना में तेंदुआ की मौत होना बताया है इस दौरान डांग स्कार्ट एवं अन्य तरीकों से भी घटना का परीक्षण किया जा रहा है।

*हाथियों घर तोड़ा, घर से जान बचाकर भागा परिवार*


अनूपपुर जिले में छत्तीसगढ़ की बॉर्डर पार कर तीन हाथियों का एक झुंड इंट्री कर गया है। यह दल पिछले दो दिनों से धनगवां बीट के जंगल में डेरा डाले हुए है। सुबह हाथियों ने कुसुमहाई गांव के झंडीटोला में एक ग्रामीण के कच्चे मकान में तोड़फोड़ की। वन विभाग का गश्ती दल ग्रामीणों के साथ हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

हाथियों का यह दल लगभग एक महीने बाद 23 दिसंबर की रात अनूपपुर जिले की जैतहरी तहसील में दाखिल हुआ था। बुधवार सुबह से ही यह दल धनगवां बीट के जंगल में चिमटहाई डोंगरी के पास विश्राम कर रहा था। तीनों हाथी अचानक जंगल से बाहर निकलकर कुसुमहाई गांव के झंडीटोला निवासी बाल सिंह पिता कुन्नालाल सिंह के घर पहुंच गए। हाथियों ने घर की दीवार में तोड़फोड़ की, जिससे घरवाले घबराकर वहां से भाग गए। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के गश्ती दल ने ग्रामीणों की मदद से हाथियों को वापस जंगल की ओर खदेड़ दिया। दूसरे दिन भी तीनों हाथी धनगवां बीट के जंगल में ही विश्राम कर रहे हैं।

वन विभाग और ग्राम पंचायतों ने हाथियों के संभावित विचरण वाले क्षेत्रों के ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्हें किसी भी जानकारी के लिए वन विभाग या ग्राम पंचायत को सूचित करने, दिन के समय हाथी विचरण क्षेत्र के जंगल में न जाने और जंगल से लगे या गांव से बाहर बने कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों को शाम से पहले गांव/बस्ती के सुरक्षित घरों में चले जाने की सलाह दी गई है।

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