ग्राम पंचायत की अनदेखी, सड़क की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने खुद बना ली सड़क
उमरिया
किसी भी समस्या का समाधान यदि जिम्मेदार न करें तो क्या किया जाए, इसका जवाब छपडौर गांव के लोगों ने अपने जज्बे और एकजुटता से दे दिया है। यहां पिछले काफी समय से खराब सड़क की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने स्वयं आगे आकर श्रमदान और चंदा इकट्ठा कर करीब एक किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर सभी को चौंका दिया।
बताया जाता है कि सड़क को लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर कई बार सरपंच और जिम्मेदारों से सहायता की मांग की गई, लेकिन सहयोग न मिलने पर गांव के किसानों ने निर्णय लिया कि इंतजार करने से बेहतर है कि अपनी मेहनत से समाधान निकाला जाए। इसी सोच के साथ ग्रामीणों ने मिलकर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया और कुछ ही दिनों में मार्ग को सुगम बना दिया। बताया गया है कि इस मार्ग से प्रतिदिन करीब 25-30 ट्रैक्टर, बड़े हार्वेस्टर, दोपहिया वाहन और पैदल यात्री गुजरते थे। गहरे गड्ढों के कारण ग्रामीणों को खेतों तक पहुंचने में काफी दिक्कत होती थी। अब सड़क बन जाने से परिवहन में काफी राहत मिली है और किसानों के चेहरों पर खुशी साफ देखी जा सकती है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि सभी एकजुट हो जाएं तो किसी भी समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। उन्होंने साबित कर दिया कि आत्मनिर्भरता और सामूहिक प्रयास से वह काम भी संभव हो जाता है, जो प्रशासन के लिए चुनौती बन जाता है।
