सरपंच पति की दबंगई, शासकीय हैंड पंप पर किया कब्जा, शिकायत के बाद भी कार्यवाही नही
उमरिया
25 वर्ष पूर्व पी एच ई विभाग द्वारा गांव में रहने वाले आम लोगों को पानी पीने के लिये सार्वजनिक हैण्ड पम्प लगाया गया था, उससे पूरे बस्ती के लोगों का गुजारा होता था, लेकिन ज़ब नई महिला सरपंच बनी है, तब से उसका पति दबंगई करते हुये ग्रामीणों के एक मात्र पेय जल के स्त्रोत पर कब्जा करते हुये आम रास्ते पर अतिक्रमण कर हैण्ड पम्प को अपने बाउंड्री के भीतर कर लिया है। जबकि जल संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकारें आम जन के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं, जल संरक्षण और संवर्धन अभियान चलाया जाता है, गांव -गांव में पेय जल की व्यवस्था की जा रही है तो वहीं जनपद पंचायत करकेली अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दुग्बार की महिला सरपंच सत्या महरा का पति कोमल महरा ग्राम डिडौड़ी में सरकारी हैण्ड पम्प एवं जमीन को अपने कब्जे मे कर बाउंड्रीवाल बना कर भीतर कर लिया है, ग्रामीण शिकायत कर परेशान हैं, कोई सुनने वाला नहीं है।
ग्राम डिडौड़ी निवासी उमेश यादव ने बताया कि हम लगातार शिकायत कर रहे हैं, यहाँ तक सी एम हेल्पलाइन में भी शिकायत किये हैं, जिस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है, हम गरीब लोग हैं, हमारे पास पानी पीने की कोई व्यवस्था नहीं है, ये सरपंच पति कोमल महरा अतिक्रमण कर बाउंड्रीवाल बना कर हैण्ड पम्प अपने भीतर कर लिये हैं, जाँच करने एक दिन आये थे, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ, पानी की किल्लत है, इस पूरे एरिया में एक ही हैण्ड पम्प है उसको भी भीतर कर लिये हैं।
ग्रामीण उपेन्द्र सिंह ने बताया कि लगभग 25 से 30 साल पहले यहाँ पर एक ही हैण्ड पम्प लगा था, जैसे चुनाव हुआ नई महिला सरपंच बनी, तब हमको जानकारी लगी कि हैण्ड पम्प को अंदर कर रहे हैं, तो मैंने 181 में शिकायत किया, अभी तीन दिन पहले कोई अधिकारी जांच करने आए थे, वह यह कह रहे थे कि हैंड पंप को गिरवा दें तो यह कोई बात तो नहीं है, यहां यादव परिवार रहते हैं और गरीब हैं, उनको पानी पीने की व्यवस्था नहीं है, वह तो सरपंच है बोर करवा लेगा सब कुछ करवा लेगा पैसा है, मगर यह गरीब कहां जाएंगे, रोड के बगल से शासकीय जमीन पर कब्जा करके हैंड पंप अपने बाड़ी के भीतर कर लिया है, इतना ही नहीं सरपंच का बेटा कहता है कि मैं देख लूंगा हमने भी कह दिया कि भाई देख लो जो देखना है मगर गांव वालों को पानी चाहिए।
