राजस्व निरीक्षक की नियुक्ति अवैध, पार्षद ने सीएमओ से शिकायत कर की कार्यवाही की मांग

राजस्व निरीक्षक की नियुक्ति अवैध, पार्षद ने सीएमओ से शिकायत कर की कार्यवाही की मांग


अनूपपुर

अनूपपुर नगर पालिका परिषद में सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर नियुक्त गजाला परवीन अपनी नियुक्ति के साथ से विवादों में रही है या यूं कहें कि गजाला परवीन और विवाद साथ-साथ चलते है चाहे एक सेना के जवान से मंजूरी के नाम पर पैसे लेकर मंजूरी दिलवाने के मामले में ऑडियो वायरल होने का मामला हो या एक अनुसूचित जाति के बुजुर्ग से मंजूरी के नाम से हजारों रुपये लेकर पैसा हजम करने का मामला हो या अनाधिकृत व्यक्ति को नगर पालिका के कार्यो में संलिप्त करने का मामला हो गजाला परवीन हमेशा विवादों में रही है  लेकिन अब गजाला परवीन की नियुक्ति ही विवादों में आ गई है, वार्ड नंबर 14 की पार्षद कंचन गजेंद्र सिंह ने उनकी नियुक्ति से संबंधित शिकायत मुख्य नगर पालिका अधिकारी अनूपपुर से कर कार्यवाई की मांग की है । शिकायत में संचनालय नगरीय प्रशासन एवं विकाश मध्यप्रदेश भोपाल के पत्र का हवाला दिया गया है जिसमे वर्ष 2015- 2016 में की गई जांच में नियुक्ति अवैध होने का लेख किया गया है ।

*यह है शिकायत*

गजाला परवीन सहायक राजस्व निरिक्षक नगर पालिका परिषद अनूपपुर के संदर्भ में संचालनालय, नगरीय प्रशासन एंव विकास, म. प्र. भोपाल द्वारा गजाला के प्रथम नियुक्ति को अवैध एंव शून्य माना गया है माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर के समक्ष प्रस्तुत रिट याचिका संख्या 198 / 1999 मनसूख लाल सराफ विरूद्ध अरूण तिवारी के अनुक्रम में किए गए जांच में इसकी पुष्टि की जा चुकी है जांच समिति एंव विभागिय प्रतिवेदन द्वारा यह स्पष्ट है कि गजाला परवीन अवैध रूप से नगर पालिका परिषद अनुपपुर में सहायक राजस्व निरिक्षक के पद पर कार्य करते हुए शासन से प्रतिमाह वेतन प्राप्त कर रही है। समय समय पर इनके विरूद्ध नगर पालिका क्षेत्र अनुपपुर के आम जनता द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायते भी लगातार प्राप्त हो रही है।

शासकीय कर्मचारी को दिए जाने वाले समस्त लाभो का उपयोग करते हुए म.प्र. श्रीमति गजाला परवीन द्वारा उच्च न्यायालय जबलपुर के समक्ष अपनी शासकीय सेवा की सत्यता को छुपाकर पदोन्नती हेतू निरंतर याचिका प्रस्तुत की जा रही है तथा शासन को पक्षकार बनाया जा रहा है जिससे शासन को अपूर्णनीय क्षति हो रही है ।

शिकायत में कहा गया है कि 2015-16 में की गई जांच में स्पष्ट किया गया है कि श्रीमति गजाला की नियुक्ति पूर्णतः अवैध है ? अतः उक्त संदर्भित पत्र के अनुक्रम में तत्काल कार्यवाही करते हुए तथा श्रीमति गजाला परवीन के विरूद्ध प्राप्त शिकायतो का निराकरण करते हुए शून्य एंव अवैध नियुक्ति को समाप्त किए जाने की कार्यवाही की जाए ।

इनका कहना है।

शिकायत मिली है अभी पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी, जांच उपरांत विधि सम्मत कार्यवाई की जाएगी।

*प्रदीप झरिया, सीएमओ, नगर पालिका परिषद, अनूपपुर*

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