महाराजा अग्रसेन व सिंधी समाज पर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर सिंधी समाज में रोष, सौंपा ज्ञापन
*अमित बघेल के खिलाफ खोला मोर्चा*
अनूपपुर
महाराजा अग्रसेन और सिंधी समाज पर दिए गए आपत्तिजनक बयानों को लेकर जिलेभर में रोष फैल गया है। शनिवार को कोतमा, जैतहरी, चचाई और अनूपपुर क्षेत्र के सिंधी समाज के सदस्यों ने थाना अनूपपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने दोषी व्यक्ति अमित बघेल से सार्वजनिक माफी और स्पष्ट स्पष्टीकरण की मांग की।
यह आवेदन नगरपालिका परिषद जैतहरी की पार्षद हेमलता मोटवानी के हस्ताक्षर सहित प्रस्तुत किया गया। ज्ञापन के साथ समाज के कई वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे। आवेदन में उल्लेख किया गया कि अमित बघेल ने सार्वजनिक रूप से महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, साथ ही एक अन्य बयान में कहा कि “सिंधी समाज को पाकिस्तान चले जाना चाहिए।”
सिंधी समाज ने इन बयानों को निंदनीय, असंवेदनशील और सामाजिक सौहार्द के विरुद्ध बताया। समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि विभाजन के समय सिंधी समाज ने अपना सब कुछ खोकर भी भारत को अपनी मातृभूमि के रूप में स्वीकार किया और आज भी देश की प्रगति में अहम भूमिका निभा रहा है। ऐसे में इस तरह की टिप्पणी न केवल अपमानजनक है बल्कि समाज की देशभक्ति और अस्तित्व पर प्रश्नचिह्न लगाने वाली है।
ज्ञापन में समाज के सदस्यों ने यह भी कहा कि महाराजा अग्रसेन केवल अग्रवाल समाज ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारतीय समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनके आदर्श समरसता, सेवा और समानता के प्रतीक हैं। किसी भी प्रकार की अभद्र टिप्पणी चाहे सार्वजनिक मंच से हो या सोशल मीडिया परbसमाज की एकता और आपसी विश्वास को कमजोर करती है।
सिंधी समाज ने मांग की है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अमित बघेल को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दे। साथ ही ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति किसी समाज या महापुरुष का अपमान करने से पहले सौ बार सोचने पर विवश हो।
