हाथी लगातार फसलों को पहुँचा रहा है नुकसान, कई घरों को की तोडफ़ोड़, वन विभाग एलर्ट
अनूपपुर
10 दिन पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पारकर अनूपपुर जिले में आए एक नर हाथी निरंतर दिन के समय चोलना एवं धनगवां के जंगल में ठहरने बाद शाम एवं रात होते ही जंगल से लगे ग्रामीणों के खेतों में लगे एवं काट कर रखें गये धान की फसलों को खाते हुए देर रात अचानक ग्रामीणों के घरों में पहुंचकर घरों में तोड़फोड़ कर रहा है हाथी के द्वारा किए जा रहे निरंतर नुकसान से ग्रामीण परेशान एवं भयभीत है वही वनविभाग के द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है।
जंगल से लगे ग्राम पंचायत पड़रिया एवं कुकुरगोंडा के मंटोलियाटोला, सारिस्ताल, सरईहा,चोई गांव के भलुवानघर टोला के साथ गांव के विभिन्न टोला,मोहल्ला में पहुंचकर किसानों के खेतों में लगी एवं काट कर रखी गई धान की फसल को अपना आहार बना रहा है हाथी के द्वारा 10 दिनों के मध्य 15 से ज्यादा किसाने की फसलों का नुकसान किया जिसमें कुकुरगोड़ा पंचायत के मंटोलिया टोला,सारिस्ताल,सरईहा टोला, ग्राम चोई के भलुवानघर टोला के दर्जनों किसानों के फसलों को खाने के साथ कई घरों को नुकसान पहुँचाया। ग्रामीण एवं वनविभाग का गश्तीदल भलुवानघर टोला में बुद्धू अगरिया के घर के पास निगरानी करते रहे तभी अचानक यह हाथी चुपचाप जंगल से दूसरी दिशा से निकल कर बुद्धू अगरिया के घर पहुंच कर अचानक तोड़फोड़ करने लगा जिसकी आहट मिलने पर सभी अपनी जान बचाकर इधर-उधर भाग गए,ग्रामीणों द्वारा हाथी के निरंतर विचरण करते हुए फसलो एवं घरों का नुकसान किए जाने से परेशान एवं भयभीत हैं जो रात-रात भर परिवार सहित जाग कर रात बिताने को मजबूर हो रहे हैं वही ग्रामीणों में पहले भी आए हाथियों द्वारा किए गए फसल एवं घरों के नुकसान का उचित मुआवजा राजस्व विभाग से नहीं मिलने से नाराज है, जिसका खामियाजा हाथीगस्ती दल मे लगे वनविभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ता है, हाथी के टोला,मोहल्ला में घुसने से रोकने के लिए ग्रामीण वनविभाग की टीम के साथ रात भर निगरानी कर रही है, लेकिन यह हाथी रात भर विचरण कर अपना पेट भर कर सुबह होने पर वापस पास के ही जंगल में जाकर ठहर जाता है।
