“बोनफिस” का ज़हर, युवाओं के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा, पुस्तक भंडार से चल रहा नशे का कारोबार
अनूपपुर
जिले के भालूमाड़ा क्षेत्र में युवाओं के बीच एक नए और खतरनाक नशे “बोनफिस सॉल्यूशन” की लत तेजी से फैल रही है। शाम ढलते ही क्लबों के पीछे जुटने वाले युवा इस नशे को कपड़ों में डालकर सूंघते हैं और धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। प्रशासन और समाजसेवी संगठनों की चुप्पी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
सूत्रों के अनुसार, भालूमाड़ा के एक पुस्तक भंडार में “बोनफिस सॉल्यूशन” की खाली ट्यूबें खुलकर बेची जा रही हैं। अधिक मुनाफे के लालच में संचालक बिना रोक-टोक युवाओं को यह खतरनाक सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में सॉल्यूशन की ट्यूबें बिक रही हैं, जिन्हें क्लब के पीछे जाकर नशा करने के लिए उपयोग किया जा रहा है।
क्लब के पीछे की जगह अब नशेड़ियों का ठिकाना बन चुकी है। फटे पैकेट, कपड़ों के टुकड़े और सॉल्यूशन की खाली ट्यूबें जगह-जगह बिखरी रहती हैं, जो वहां हो रही गतिविधियों की सच्चाई बयान करती हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन को शिकायत की, लेकिन न तो पुलिस द्वारा कोई सख्त कार्रवाई की गई और न ही सामाजिक संगठनों ने कोई ठोस पहल की। स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना को खूब वायरल कर रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार, “बोनफिस सॉल्यूशन” सूंघना दिमाग, फेफड़ों और मानसिक संतुलन पर गहरा दुष्प्रभाव डालता है। लगातार सेवन से याददाश्त कमजोर होने के साथ जान तक जाने का खतरा रहता है।क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि हैं कि पुस्तक भंडार की सीसीटीवी फुटेज जब्त कर जांच की जाए। क्लब क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। नशा मुक्ति अभियान चलाकर युवाओं को जागरूक किया जाए। भालूमाड़ा की गलियों में “बोनफिस सॉल्यूशन” युवाओं के सपनों को निगल रहा है। यदि समय रहते कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो यह नशा पूरे क्षेत्र की युवा पीढ़ी को बर्बादी की ओर धकेल देगा।
