देश मे विदेशी मुसलमान, देश के खिलाफ आंदोलन चलाकर पाकिस्तान की करते हैं मदद
*अमरकंटक में पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत खोला जाएगा ट्रेनिंग सेंटर-केंद्रीय मंत्री*
अनूपपुर
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अनूपपुर जिले के अमरकंटक प्रवास पर है। इस दौरान उन्होंने मां नर्मदा के उद्गम स्थल पर पूजा-अर्चना की और देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद वे सर्किट हाउस पहुंचे, जहां आयोजित बैठक में उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से 2000 लोगों को रोजगार से जोड़ने की योजना की जानकारी दी। मंत्री ने यहां गोंड आर्ट से बनी चित्रकलाओं का अवलोकन भी किया।
अपने प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में अवैध घुसपैठ की स्थिति चिंता का विषय है और इसपर गंभीरता से जांच की जरूरत है।
अमरकंटक में मुस्लिम आबादी बढ़ने को लेकर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा "मैं अमरकंटक लगभग 25 सालों से आ रहा हूं। जब मैं पहली बार 1998 में आया था, तब यहां एक भी मुस्लिम परिवार नहीं था। अब यह अचानक कैसे बढ़ गए। उन्होंने कलेक्टर से बाहरी लोगों की जांच करने की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने देश के मुसलमानों से अपील की कि वे इन घुसपैठियों को संरक्षण न दें। उन्होंने कहा, "जब कोई पूछता है तो आप कह देते हैं कि यह मेरे खाला का लड़का है।
उन्होंने बिहार में अपनी 'हिंदू स्वाभिमान यात्रा' का जिक्र करते हुए बताया कि वहां एक जिले में 'देसी मुसलमान' से ज्यादा 'विदेशी मुसलमान' हो गए हैं, खासकर बिहार के पूर्वांचल में। गिरिराज सिंह ने देसी मुसलमानों से निवेदन किया कि वे विदेशी मुसलमानों को संरक्षण न दें, क्योंकि उनके कारण ही इन्हें चिह्नित करने में दिक्कतें आ रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ये घुसपैठिए पहले बच्चों का रोजगार छीनते हैं, संसाधनों का उपयोग करते हैं, फिर देश के खिलाफ आंदोलन करते हैं और पाकिस्तान की मदद करते हैं। उन्होंने देसी मुसलमानों से अपील की कि यदि कोई विदेशी मुसलमान आता है, तो वे इसकी सूचना अपने जिलाधिकारी को दें। गिरिराज सिंह ने कहा कि यदि बिहार में नई सरकार बनेगी, तो वे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्थानीय कलाकारों को नर्मदापुरम के रेशम केंद्र का निरीक्षण कर वहां संचालित गतिविधियों की जानकारी लेने के निर्देश भी दिए, ताकि अमरकंटक क्षेत्र में रेशम उद्योग, हैंडलूम और रेशम क्राफ्ट को स्थानीय स्तर पर और अधिक विकसित किया जा सके। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अमरकंटक क्षेत्र में हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की बड़ी भूमिका है तथा यहां रोजगार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्थानीय कलाकारों को रेशम उद्योग से जोड़कर उनके कौशल और आय में वृद्धि के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया जाए।
