शराब माफिया वीरेंद्र राय, प्रवीण राय जिले में जगह-जगह करवा रहा अवैध पैकारी, प्रशासन अंध मूकदर्शक
*ज्यादा दर पर बेंच रहा है शराब, रात 12 बजे दुकान के अंदर से शराब की करता है सप्लाई*
अनूपपुर
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कुल 21 लाइसेंसी शराब दुकान है जिसका ठेका वीरेंद्र राय, प्रवीण राय को प्राप्त है। अनूपपुर जिले में जितने भी शराब दुकान है उनके आसपास ग्रामीण क्षेत्र,शहरी क्षेत्र के ठेले खोपचे होटलों के अतिरिक्त गांव-गांव में एक किराए का व्यक्ति रखकर और किराए का कमरा लेकर के इनके द्वारा जगह-जगह अवैध शराब पहुंचा करके बिक्री करवाई जा रही है यह अवैध शराब के ठीहे कहीं विद्यालय के बगल से कहीं मंदिर के बगल से या अन्य सार्वजनिक स्थलों के पास चौराहे तिराहे में रखा गया है ताकि आसानी से लोगों को यह शराब मिल जाए और इसके आदतन हो जाएं और अपने मेहनत की गाढ़ी कमाई को शराब माफिया वीरेंद्र राय के जेब में डाल दें। इसके अतिरिक्त शराब के वशीभूत होकर लोग कई तरह के सामाजिक घटना व घरेलू हिंसा को भी अंजाम दे रहे हैं। जिला मुख्यालय समेत जिले में जितने भी दुकान हैं उन दुकानो में शराब दुकान बंद होने के बाद रात 12 बजे के बाद दुकान के अन्दर से शराब सप्लाई की जाती है जिसकी वीडियो सोशल मीडिया में कई बार वायरल हों चुकी है, शिकायत भी हुई है मगर आज तक आबकारी विभाग शराब ठेकेदार के ऊपर आज तक कोई कार्यवाही नही कर पाई है। आखिर वीरेंद्र राय खुलेआम नियमो की धज्जियां उड़ा रहा है और प्रशासन हाथ मे हाथ धरकर बैठा है
*खुल गया 22 वाँ लाइसेंसी फेक दुकान*
जिले भर में अवैध शराब विक्रय केंद्र खुला है इसमें वेंकट नगर, सकरा, प्यारी, केकरपानी, गौरेला, फूनगा, जैतहरी ग्रामीण क्षेत्र,कोतमा शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र,बिजुरी शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र, राजनगर, डोला,राजेंद्रग्राम, अमरकंटक, भेजरी,पोड़की, पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र लीलाटोला में तो हद ही हो गई यहां तो लाइसेंसी दुकान की तरह बकायादे 22 वाँ दुकान ठेका का आधा सत्र समाप्त होने के पश्चात खुल गया जो अपने आप में ही अवैध होने की कहानी बता रहा है क्योंकि यहां पर आज तक लाइसेंसी दुकान नहीं था और अचानक से इस तरह दुकान का खुल जाना संशय का विषय है।अगर यह लाइसेंसी वैद्य दुकान है तो सत्र प्रारंभ में ही एक साथ 22 दुकान संचालित होना था।
*लाइसेंसी दुकान में ओवर रेटिंग*
जिले में जितने 21 दुकान लाइसेंसी है वहां पर शराब माफिया वीरेंद्र राय के द्वारा अपने गुर्गों के माध्यम से खुदरा मूल्य एमआरपी एसपी से अत्यधिक उच्च दरों पर शराब की बिक्री कराई जा रही है जिसके लिए शराब प्रेमी ग्राहक भारी परेशान हो रहे हैं और अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं और शराब माफिया अपना अधिक से अधिक पैसों से झोली भरने में लगा हुआ है।इस संबंध में भी प्रशासन को जानकारी है लेकिन आज दिनांक आबकारी विभाग के द्वारा रेट लिस्ट शराब दुकानों में चस्पा नहीं कराया जा सका है। शराब माफिया को पूरी तरह से जिला आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम का खुला संरक्षण प्राप्त है जो जमकर जिले भर में गुंडागर्दी के साथ अपना अवैध कारोबार को चला रहा है।
*प्रशासन बना अंध मूकदर्शक*
आए दिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग एवं जनप्रतिनिधि इस संबंध में शिकायत करते आ रहे हैं और अवैध शराब संबंधित जानकारी लगातार समाचार पत्रों एवं न्यूज़ चैनल में खबर प्रकाशित किया जा रहा है और इस संबंध में जिला प्रशासन आबकारी विभाग संबंधित क्षेत्र के थाना को भी जानकारी प्राप्त हो रही है, परंतु संपूर्ण प्रशासन अंध मूकदर्शक बना हुआ है, आखिर क्यों यह जनता के समझ से परे है? हमारा यह सवाल है कि इस संबंध में प्रशासन कार्यवाही करने में क्यों अनभिज्ञता जाहिर कर रही है, कहीं शराब माफिया वीरेंद्र राय का कद इतना बड़ा है कि मध्य प्रदेश शासन भी इन्हें संरक्षण प्रदान कर रहा है।
इनका कहना है।
इस मामले पर जब जिला आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम को उनके मोबाइल नम्बर पर कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नही किया।
