कृषि उपज मंडी में 7 वर्षों से चौकीदार-चपरासी के पद खाली, अव्यवस्था और असुरक्षा से किसान परेशान
अनूपपुर
कृषि प्रधान क्षेत्र की कृषि उपज मंडी में पिछले 7 वर्षों से चौकीदार एवं चपरासी के पद खाली पड़े होने के कारण मंडी परिसर में अव्यवस्था, गंदगी और सुरक्षा संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। किसानों का कहना है कि मंडी कार्यालय एवं प्रांगण की देखरेख के लिए आवश्यक कर्मचारी न होने से स्थिति दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है।
जानकारी के अनुसार, कृषि उपज मंडी कार्यालय में लंबे समय से चौकीदार और चपरासी नियुक्त न होने के कारण न तो परिसर की नियमित सफाई हो पा रही है और न ही कार्यालय में आवश्यक कार्य समय पर पूरे हो पा रहे हैं। मंडी के चारों ओर गंदगी का ढेर दिखाई देता है, जिससे आने-जाने वाले किसानों व व्यापारियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय किसानों ने बताया कि कृषि उपज मंडी लगभग 5 एकड़ भूमि पर फैली हुई है, जिसमें करोड़ों रुपए की संपत्ति दर्ज है। इसके बावजूद इतने बड़े परिसर की सुरक्षा के लिए आज तक एक भी चौकीदार की नियुक्ति नहीं की गई है। किसानों का कहना है कि यह लापरवाही किसी बड़ी घटना को जन्म दे सकती है, परंतु प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
किसानों ने अधिकारियों को अवगत कराया कि 7 वर्षों से मंडी में न तो चपरासी का पद भरा गया और न ही चौकीदार का। इसके चलते मंडी प्रांगण में आने वाले किसानों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है। वहीं, सुरक्षा प्रबंध न होने के कारण किसान असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
किसान प्रतिनिधियों ने मांग की है कि शीघ्र ही कृषि उपज मंडी में चौकीदार एवं चपरासी के पदों पर नियुक्ति की जाए, ताकि मंडी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो सके और किसानों को सुरक्षित व स्वच्छ वातावरण मिल सके।
