14 दिन विचरण कर छत्तीसगढ़ को वापस लौटा हाथी, रात में किया फसलो का नुकसान, तोडी बाउंड्री
अनूपपुर
विगत 14 दिन पूर्व आया एक हाथी सोमवार की सुबह मध्यप्रदेश की सीमा से छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही इलाके में एक बार फिर से प्रवेश कर विश्राम कर रहा है, हाथी द्वारा 14 दिनों के मध्य ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर खेतों में लगी एवं रखी विभिन्न तरह की फसलों को अपना आहार बनाया है। विगत रात एक ग्रामीण की बाउंड्री तोड़कर बांड़ी में लगे केला एवं अन्य तरह की सामग्रियों को खाया है हाथी के छत्तीसगढ़ वापस चले जाने से ग्रामीणों को राहत मिली है।
विगत 5 नवंबर को एक-एक दांत वाला नर हाथी छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन मंडल एवं वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट के जंगल से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अंतर्गत जैतहरी तहसील एवं वन परिक्षेत्र के चोलना एवं धनगवां बीट के जंगलों में दिन में विश्राम करने बाद शाम/रात होने पर ग्राम पंचायत पड़रिया के चोई,ग्राम पंचायत कुकुरगोड़ा के विभिन्न टोला मोहल्ला जो जंगल के किनारे बसे हैं, वहाँ लगे धान एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आहार बनाया, वहीं कुछ ग्रामीणों के घर में तोड़फोड़ कर एवं एक ग्रामीण के बोर बेल मशीन को नुकसान पहुंचा रविवार के दिन चोलना बीट के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद शाम होते ही जंगल से निकल कर यह हाथी ग्राम पंचायत कुकुरगोंड़ा के मंटोलिया टोला,बडकाटोला होते हुए ग्राम पंचायत चोलना के बचहाटोला एवं चोलना में विचरण करते हुए ग्रामीणों के खेतों, खलिहानों में रखी धान की फसल के साथ एक ग्रामीण के बांड़ी के बाउंड्री वॉल को तोड़कर दो-तीन ग्रामीणों के बांडी में लगे केला एवं अन्य तरह की सामग्रियों को अपना आहार बनाते हुए सोमवार की सुबह 3 बजे के लगभग चोलना गांव के मुदरी के समीप से गूजरनाला पार कर छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र एवं वन मंडल अंतर्गत शिवनी बीट के मालाडांड गांव से धिनौची के जंगल के पहाड़ में पहुंचकर दिन में विश्राम कर रहा है। एक बार फिर से हाथी के वापस जाने से ग्रामीणों को राहत मिली है 14 दिनों के विचरण दौरान ग्रामीणो एवं वनविभाग की सक्रियता के कारण किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हो सकी, जबकि यह हाथी बीच-बीच में ग्रामीणों की भीड देख कर चिंघाड़ कर आवाज़ कर दौड़ा कर डरता रहा है।
