सोन नदी के अकुरी घाट में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा, तेज बहाव में बहे दो युवक, तलाश जारी
शहडोल
जिले के गोहपारू थाना क्षेत्र अंतर्गत अकुरी घाट, सोन नदी पर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। विसर्जन के लिए सल्दा गांव से गए दो युवक नदी के तेज बहाव में बह गए। दोनो युवकों का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। हादसे से पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोन नदी के अकुरी घाट पर विसर्जन के लिए पहुँचे सल्दा निवासी शुभम सिंह गोंड़ पिता लालवहादुर सिंह गोंड़ उम्र 16 वर्ष और हनुमत लाल पिता रामसिह उम्र 22 वर्ष नदी की तेज धारा में बह गए। घटना के बाद से प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के समय मौके पर न तो पर्याप्त पुलिस बल मौजूद था और न ही पंचायत का कोई जिम्मेदार अधिकारी।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि घाट न सचिव मौजूद थे और न ही रोजगार सहायक। लगातार 24 घंटे से जिले में बारिश हो रही है, जिससे सोन नदी का जलस्तर और अधिक खतरनाक हो गया है। इसके बावजूद घाट पर सुरक्षा और एहतियात के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे।
विसर्जन के दौरान माता के जयकारों और हर्षोल्लास में युवा भावनाओं में बह गए और जोखिम की परवाह किए बिना नदी में उतर गए। दुर्भाग्यवश, यह उत्साह ही उनके लिए काल बन गया। घटना के बाद से परिजनों के साथ-साथ पूरे गांव में मातम छा गया।
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। त्योहारों पर उत्सव के साथ-साथ सुरक्षा पर ध्यान देना भी उतना ही आवश्यक है। जिला प्रशासन और पुलिस अमले को चाहिए कि ऐसे अवसरों पर घाटों पर पर्याप्त बल और सुरक्षा इंतजाम करें। साथ ही दुर्गा समितियों को भी चाहिए कि वे युवाओं को अनियंत्रित होकर नदी में जाने से रोकें और सावधानी के महत्व को समझाएँ।