दो गांवों के बीच हुई हिंसक झड़प, विशेष समुदाय के लोगो पर हमला, 10 से ज्यादा हुए घायल
शहडोल
जिले में एक मामूली विवाद ने इतना विकराल रूप ले लिया कि पूरा इलाका तनाव के माहौल में बदल गया। दोनों गांवों के बीच हुई इस हिंसक झड़प ने प्रशासन की नींद उड़ा दी। हालात को संभालने के लिए एसपी और कलेक्टर को खुद सड़क पर उतरकर मोर्चा संभालना पड़ा। इस घटना ने एक बार फिर जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द और कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
जिले के कोतवाली अंतर्गत ग्राम जुगवारी के मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग शाम को किसी निजी कार्यक्रम में शामिल होने केलमनीया के ऊपर पहाड़ी गांव की ओर गए थे। कार्यक्रम से लौटते वक्त रास्ते में केलमनीया के लोगों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जो देखते ही देखते हिंसक रूप में बदल गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें 10 से अधिक महिलाएं और पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन माहौल और बिगड़ गया। घायल पक्ष के लोग अस्पताल में ही उग्र हो गए और पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। उन्होंने मांग की कि मारपीट करने वाले केलमनीया पक्ष के लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केलमनीया और जुगवारी दोनों गांवों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसपी और कलेक्टर ने देर रात मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। हालांकि देर रात तक हालात तनावपूर्ण बने रहे, लेकिन पुलिस की सक्रियता से स्थिति पर काबू पा लिया गया। इस घटना से जिले में एक बार साम्प्रदायिक सौहार्द और कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए इलाके में पुलिस बल बढ़ा दिया है।
