उमडार नहर की भूमि पर बढ़ते अतिक्रमण, विभाग का चौकीदार ने की क़ब्जे की शुरुआत
उमरिया
जल संसाधन विभाग उमरिया के उमडार बांध के लिए बनायी गयी नहर जो की की बेशकीमती भूमि पर अतिक्रमण का सिलसिला निरंतर रूप से जारी हैं । विदित होवे की इस बांध को सुरक्षित रखने के लिए नहर के एक तरफ 40 फीट और दुसरी ओर 30 फीट भूमि सुरक्षित रखी गयी है, जो विधिवत जल संसाधन विभाग उमरिया के नाम पर शासकीय दस्तावेजों में है , फिर भी इस भूमि पर महरोई से लेकर बडेरी तक अवैध रूप से कब्जा कर आवास और दुकाने बना कर हथियाया जा रहा है ।यह अतिक्रमण न सिर्फ नहर के सीमा के किसानों के व्दारा की जा रही है बल्कि जल संसाधन विभाग में कार्यरत चौकीदार शरद कुशवाहा ने ही खुद अवैध रूप से कब्जा कर आवास और दुकान बना रखी है । बताया जाता है की अन्य अतिक्रमण कारियों ने भी चौकीदार के सह पर जगह -जगह कब्जा कर नहर की मेढ़ को खेत बना लिया है ,उसको जोतते -बोते और फसल उगाते देखें जा रहे हैं । कतिपय लोगों ने खुलेआम बतलाया की चौकीदार कहता है की आप कब्जा कर लो , मैं जो करूंगा वहीं एस डी ओ और इंजीनियर करेंगें ।
चौकीदार के बढ़ते मंसूबों को देखने से प्रतीत होता है की उमरिया जल संसाधन विभाग में चौकीदार का ही राज चल रहा है , लगता है की चौकीदार चोर का जो जुमला चला था ,वह जल संसाधन विभाग उमरिया के चौकीदार के लिए ही बनाया गया था । मालुम होवे की वर्ष 2023 में अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन विभाग उमरिया के व्दारा कुछ अतिक्रमण कारियों को नोटिस जारी कर शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए दिये गये थे , जिसमें कहा गया था की शासकीय भूमि पर बाऊण्डी बनाकर उपयोग, उपभोग कर रहे हैं , उसे तत्काल अतिक्रमण मुक्त किया जाए, लेकिन इस नोटिस के साथ ही आगे की कार्यवाही सदा के लिए दफ़न कर दी गई है ।