सिंघौरा में खेल मैदान निर्माण को लेकर 2.5 लाख 5 का गबन, बिना कार्य कराए मस्टर रोल से निकाली राशि
अनूपपुर
सरकार की तमाम सख्ती, नियम-कायदे और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए बने तमाम तंत्र के बावजूद ग्राम पंचायतों में घोटाले और फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहे। हालात यह हैं कि भोली-भाली जनता के वोट से चुने गए प्रतिनिधि और ग्राम पंचायतों में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी मिलकर खुलेआम सरकारी योजनाओं को लूट की दुकान बना चुके हैं। सरपंच, उपसरपंच सचिव,रोजगार सहायक और उपयंत्री की मिलीभगत से नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन जिला प्रशासन आंख मूंदे बैठा है
पूरा मामला जनपद पंचायत जैतहरी ग्राम पंचायत सिंघौरा का हैं, जहाँ पर खेल मैदान समतलीकरण माध्यमिक विद्यालय परिसर सिंघौरा के नाम पर स्वीकृत दो लाख पांच हजार रुपये की राशि को लेकर गंभीर अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस कार्य हेतु राशि स्वीकृत की गई थी और दिनांक 18 अगस्त, 2023 को इसका प्रस्ताव बनाया गया था। कागजी कार्यवाही में कार्य प्रारंभ की तिथि 2 अक्टूबर, 2023 बताई गई, लेकिन जमीन पर खेल मैदान का कोई कार्य आरंभ नहीं हुआ।
आरोप है कि पंचायत एजेंसी द्वारा उपसरपंच, सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने मिलकर इस राशि का गबन किया है। बिना कोई कार्य कराए, मास्टर रोल क्रमांक 17343 में मजदूरी राशि 206 के हिसाब से 10 मजदूरों को टोटल राशि 14006 रूपये की राशि 08 नवंबर 2023 को भुगतान कराई गई है, इसी प्रकार खेल मैदान के नाम से अनेकों मास्टर रोल के माध्यम से पैसा निकासी की गई है मास्टर रोल क्रमांक 5506, 17344, 6798, 17342, 15432, 15431, 15430 और 15163 आदि में मजदूरों के नाम भरकर भुगतान करा दिया गया। इन मस्टर रोल के माध्यम से राशि की निकासी की गई और आरोपियों ने इसे आपस में बांट लिया। इस पूरे प्रकरण में जमीनी स्तर पर कार्य का कोई निशान तक नहीं है।
ग्रामीणों ने इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने की अपील की है। उनका कहना है कि यह सार्वजनिक धन के साथ एक बड़ा धोखा है और इससे ग्राम के विकास कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इस संदर्भ में प्रशासन द्वारा गहन जांच की उम्मीद है।