बहिष्कार से डरा पॉवर फुल भाजपा नेता अनिल गुप्ता, निकल गई हेकड़ी, महिला को अभद्र भाषा बोलने पर मांगी माफी
अनूपपुर
भाजपा के वरिष्ट नेता अनिल गुप्ता ने महिला को अभद्र भाषा बोलकर अपमान करने वाले मामले पर माफी मांगकर इस मामले को यही पर समाप्त कर दिया है। अपने आप को पॉवर फुल नेता व भाजपा के जैतहरी नगरपरिषद अध्यक्ष के पिता की पॉवर, रुतबा व हेकड़ी सिर्फ 12 दिन में ही टॉय- टॉय फिस्स हो गई है, जो रुतबा ये काफी दिनों से दिखा रहे थे वो सब धरी की धरी रह गई। ब्राम्हण समाज से जैसे ही 9 सितंबर को अल्टीमेटम दिया कि अनिल गुप्ता मांफी मांगे नही तो इनका समाज से बहिष्कार कर इनके खिलाफ धरना, प्रदर्शन व आंदोलन किया जाएगा, ब्राम्हण समाज के समाज से बहिष्कार की धमकी को अनिल गुप्ता 1 दिन भी नही झेल पाएं, और आनन फानन में एक पत्र ब्राम्हण समाज के नाम पर लिखकर मांफी मांग ली है। यह काम उसी दिन कर लिए होते तो शायद इनकी उतनी ज्यादा बेइज्जती अनूपपुर से लेकर भोपाल तक नही होती। और पार्टी पर इतना बड़ा दाग नही लगता। इस मामले में आखिर ब्राम्हण महिला नवरत्नी शुक्ला ने अनिल गुप्ता से मांफी मंगवा ही लिया।
*ऐसे लिखा मांफी नामा*
अध्यक्ष ब्राम्हण समाज सेवा समिति अनूपपुर, जिला अनूपपुर (म०प्र०) 28 अगस्त 2025 को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मेरे उद्बोधन के सम्बन्ध में मीडिया द्वारा जो प्रसारित किया गया है, उसमें मैनें किसी को आहत करनें के उद्देश्य से नही कहा है, फिर भी अगर मेरे वक्तब्य से ब्राम्हण समाज एवं मातृ शक्ति की भावना आहत हुई हो, तो इसके लिए सद्भावना सहित क्षमा चाहता हूँ । अनिल गुप्ता
*यह है था मामला*
पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेता, विन्ध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ने नगरपरिषद जैतहरी के एक कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से नगरपरिषद जैतहरी की पूर्व अध्यक्ष व भाजपा जिला महिला मोर्चा की महामंत्री नवरत्नी शुक्ला को कुलक्षणी, पिशाच जैसे अपमानजनक शब्दो का उपयोग करके भाजपा के इतने बड़े नेता ने अपनी ही पार्टी के महिला के अभद्र भाषा का उपयोग करके महिला का अपमान किया था, जिसके बाद अनूपपुर से लेकर भोपाल तक राजनैतिक गलियारों में भूचाल आ गया था, जिसकी शिकायत थाना से प्रदेश भाजपा महिला मोर्चे से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक हों गयीं थी, महिला के अपमान पर कांग्रेस कमेटी व ब्राम्हण समाज ने अनिल गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोलकर अनिल गुप्ता का कद काफी छोटा कर दिया था। भाजपा पार्टी, कांग्रेस पार्टी, ब्राम्हण समाज, महिला मोर्चा के अलावा अन्य लोग भी पूर्णतः दोषी ठहराते हुए कार्यवाही होने व माफी मांगने की बात कर रहे थे। इस घटना के बाद भाजपा पार्टी की।काफी ज्यादा छीछा लेदर हुई, अनिल गुप्ता ने पार्टी को जो दाग लगाया वो सर्फ एक्सेल से भी नही धुल सकता। इसके पहले भी अनिल गुप्ता के मामलों में सुर्खियां बटोरकर भाजपा पार्टी का सत्यानाश कर चुके हैं। अब पार्टी इनसे किनारा करना चाहती है, भविष्य में इनको पार्टी कोई पद देने के लिए 100 बार सोचेगी।