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5 ट्रको से 25 लाख का अवैध कबाड़ ट्रक सहित जप्त, 5 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अनूपपुर
शहडोल - कोतमा नेशनल हाईवे 43 के किनारे ग्राम पोड़ी के नजदीक सांई धर्मकांटा के पास ट्रकों में बड़ी मात्रा में लोहे का अवैध कबाड़ व्यापार हेतु लोड कराया गया है । जो पुलिस अधीक्षक अनूपपुर मोती उर रहमान द्वारा टी. आई. कोतवाली अरविन्द जैन, उपनिरीक्षक अजय टेकाम एवं सहायक उपनिरीक्षक संतोष वर्मा की टीम का गठन किया गया, शनिवार की देर रात रेड कार्यवाही कराई गई। कोतवाली पुलिस की रेड कार्यवाही में ट्रक क्रमांक CG 06 HC 8719 के चालक जीवन बैगा पिता छंगा बैगा उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम बेलिया थाना अमलाई जिला शहडोल, ट्रक क्रमांक CG 31 B 6872 के चालक रमेश प्रसाद पिता ज्ञानी दास महरा उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम सेमरिया टोला के पास ग्राम जमगाँव तहसील जैतपुर जिला शहडोल, ट्रक क्रमांक MP 65 H 0179 के चालक दुर्गेश बैगा पिता बिहारी लाल बैगा उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम अमिलिहा थाना चचाई, ट्रक क्रमांक MP 18 GA 2640 के चालक पुष्पराज सिंह मार्को पिता लल्लू सिंह मार्को उम्र 35 वर्ष निवासी चांपा थाना सोहागपुर जिला शहडोल एवं ट्रक क्रमांक UP 14 ET 1603 के चालक नोहर सिंह उड़के पिता बब्बू सिंह उईके उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम पोड़ी थाना कोतवाली अनूपपुर के द्वारा ट्रकों में लोड अवैध लोहे के कबाड़ के बारे में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये गये। कोतवाली पुलिस द्वारा उक्त 05 ट्रक एवं ट्रको में लोड लोहे के पाईप, एंगल, पुराना कबाड़, गाटर, लोहे का पुराना कबाड़, चादर, पुरानी साईकिले एवं अन्य कबाड़ कुल कीमत 25 लाख रूपये का एवं 05 ट्रक कुल कीमत 76 लाख रूपये कुल कीमत 1.1 करोड़ रूपये की संपत्ति प्रकरण क्रमांक 05/25, 06/25, 07/25,08/25 एवं 09/25 धारा 35 (1)ड़ बी.एन.एस.एस. /303(2) बी.एन.एस. में जप्त कर उक्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से जप्तशुदा लोहे के कबाड़ एवं सामाग्री के बारे में पूछताछ जारी है।
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अधूरा नाली निर्माण व ऊँचाई ज्यादा, तकनीकी खामियां व अधिकारियों की अनदेखी जनता के लिए बना मुसीबत
*तीसरे ठेकेदार के हाथ में निर्माण कार्य*
अनूपपुर
नगर पालिका परिषद कोतमा के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 9 कलमुड़ी में बन रही नाली अब लोगों के लिए सुविधा नहीं, बल्कि मुसीबत बनती जा रही है। क्षेत्र में चल रहे नाली निर्माण कार्य में जहां गंभीर तकनीकी खामियां उजागर हो रही हैं, वहीं अफसरों की लापरवाही और ठेकेदार की मनमानी से स्थानीय नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नाली का निर्माण अधूरा पड़ा है और जो नाली बनी है, वह पहले से मौजूद नाली से काफी ऊंचाई पर बनाई गई है, जिससे पानी का बहाव अवरुद्ध हो गया है। इससे गंदा पानी सड़कों और घरों के पास जमा हो रहा है, जिससे बदबू और बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
*तीसरे ठेकेदार के हाथ में निर्माण कार्य*
जानकारी के अनुसार इस नाली निर्माण कार्य को अब जीशांत ट्रेडर्स द्वारा लगभग 17 लाख रुपये की लागत से कराया जा रहा है। इससे पहले दो अन्य ठेकेदारों ने भी इस निर्माण कार्य को हाथ में लिया था, लेकिन काम अधूरा छोड़ दिया गया। आश्चर्य की बात यह है कि इतने बड़े निर्माण कार्य की अभी तक ना तो कोई तकनीकी जांच हुई है और ना ही नगर पालिका का कोई इंजीनियर या जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जीशांत ट्रेडर्स द्वारा मनमाने ढंग से निर्माण कराया जा रहा है, जिससे नाली की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं।
बाउंड्री वॉल तोड़कर भूल गए*
वार्ड निवासी दीपक केवट ने बताया कि नाली निर्माण के दौरान उनकी निजी बाउंड्री वॉल को तोड़ दिया गया था। उस समय ठेकेदार द्वारा कहा गया कि तीन दिन के भीतर दीवाल बना दी जाएगी, लेकिन कई हफ्ते बीत जाने के बाद भी दीवार नहीं बनी। इस दौरान उनके परिसर में रखे कई सामान चोरी भी हो गए। दीपक ने कहा, नाली की ऊंचाई इतनी ज्यादा कर दी गई है की गंदा पानी अब सड़क पर ही बह रहा है। शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
खुली नाली से बना खतरा*
स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माणाधीन नाली को बिना किसी सुरक्षा के खुला छोड़ दिया गया है। इससे छोटे-छोटे बच्चे कभी भी फिसल कर गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं। वहीं, पूरी नाली लाइन में पानी की निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे घरों में सीलन और गंदगी फैल रही है। वार्डवासियों ने नगर पालिका से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से निर्माण कार्य की तकनीकी जांच कराई जाए, ठेकेदार की जवाबदेही तय की जाए और अधूरे काम को समयबद्ध तरीके से गुणवत्ता सहित पूर्ण कराया जाए। साथ ही प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा भी दिया जाए।
इनका कहना है।
फिलहाल नगर पालिका परिषद में कोई इंजीनियर पदस्थ नहीं है, जिसकी वजह से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सीधी निगरानी रखना संभव नहीं हो पा रहा है। हालांकि, हमें शिकायत प्राप्त हुई हैं, हम जल्द ही किसी को मौके पर भेजकर स्थिति का जायज़ा लेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आगे कोई दुर्घटना न हो और निर्माण कार्य गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप पूरा किया जाए।
प्रदीप झरिया, सीएमओ, कोतमा
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4 वर्ष बाद भी गौशाला का अधूरा निर्माण कार्य, ठेकेदार की मनमानी, ग्रामीणों में आक्रोश
*गुणवत्ता विहीन कार्य, शासकीय फंड का जमकर हुआ दुरुपयोग*
अनूपपुर
जिले के कोतमा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत भाटाडाँड़ में करीब 38 लाख की लागत से वर्ष 2021 में प्रारंभ हुआ कार्य आज बीते 4 वर्ष बाद भी अधूरा पड़ा है, जिस कारण से ग्रामीण जनों में भारी आक्रोश व्याप्त है, ठेकेदार रसूक होने के कारण किसी की नहीं सुनता और ग्रामीणों को डरा कर रखता है, गौशाला निर्माण कार्य निर्धारित मां को और योजना के अनुसार पूरा नहीं किया गया है, बाउंड्री वॉल चार दिवारी जैसी महत्वपूर्ण संरचनाओं खराब बनी हुई है एवं अधूरी पड़ी है।
*निम्न गुणवत्ता व अधूरा निर्माण कार्य*
गौशाला के निर्माण में घटिया और निम्न स्तर के निर्माण सामग्री इस्तेमाल किया गया है, जो की बेहद ही घटिया एवं हल्की क्वालिटी का है, गौशाला में जो भी शेड़ निर्माण किया गया है, उसमें किसी भी तरह का लॉक सिस्टम नहीं बनाया गया है ताकि सेट मजबूती के साथ लगा रहे, हवा आदि आने पर कभी भी उड़ सकता है या फिर उसे चोरी कर निकल भी ले जाया जा सकता है।
*फंड का हुआ जमकर दुरुपयोग*
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया है कि 38 लाख रुपए का बजट के अनुपात में वास्तविक कार्य दिखाई नहीं देता, कार्य को पूर्णता भ्रष्टाचार युक्त किया गया है, जिससे फंड के बड़े हिस्से के दुरुपयोग की आशंका है, गौशाला में मवेशियों के लिए पर्याप्त शेड पानी एवं चारे की व्यवस्था नहीं की है जिसके कारण पशुओं की हालत पर बुरा असर पड़ेगा।
*बिजली की नहीं है व्यवस्था*
गौशाला निर्माण के दौरान इस बात का बिल्कुल भी ध्यान नहीं किया गया की उसके आसपास कोई भी खंबे या ट्रांसफार्मर नहीं है, जिससे गौशाला में विद्युत व्यवस्था उपलब्ध हो पाए, आखिर 38 लाख की लागत से बना रहे गौशाला में जो मानक तैयार किए गए थे, विद्युत व्यवस्था कभी उल्लेख किया गया था, लेकिन विद्युत व्यवस्था कैसे पहुंचाई जाएगी यह बड़ा सवाल है।
*ठेकेदार हुआ मालामाल*
ग्रामीण जनों में गौशाला निर्माण की अनियमिता को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है, यह बताया गया कि ठेकेदार सत्ता पार्टी का पदाधिकारी है, जिस कारण से ग्रामीणों पर दबाव बनाता है, वह अपनी मनमानी चलाता है, 4 वर्ष पूरे होने के बाद भी कार्य को पूरा न करना कहीं ना कहीं इस बात को सिद्ध है कि ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहा है।
*जांच के बाद कड़ी हो कार्रवाई*
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया है कि मध्य प्रदेश सरकार की यह योजना सभी की सुविधा के लिए बनाई गई है, लेकिन जिस तरह से ठेकेदार के द्वारा 4 वर्ष बाद भी गौशाला का निर्माण का पूर्ण नहीं किया गया है, ऐसा प्रतीत होता है कि ग्रामीण जनों को गौशाला का लाभ नहीं मिल पाएगा, शासकीय योजना जिसके इंतजार में 4 वर्ष बीत गया, आवारा पशुओं के कारण ग्रामीण जनों की फैसले बर्बाद हो रही है, इन सब का दोषी सिर्फ ठेकेदार है।
इनका कहना है।
कई बार ठेकेदार को कम पूर्ण करने को बोल चुकी हूँ, लेकिन आज तक काम पूरा नहीं किया गया, इस विषय की जानकारी अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है, जल्द ही कार्य को पूरा कराया जाएगा।
*ओमवती सिंह, सरपंच, ग्राम पंचायत,भाटाडांड*
मुझे इस विषय में जानकारी आपके माध्यम से मिली है, मैं एसडीओ को भेज कर दिखवाती हूँ।
*ममता मिश्रा, जनपद, सीईओ, कोतमा*
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न्यू जोन इंडिया के थर्मल पावर प्रोजेक्ट से किसानों के जीवन में आई खुशहाली, बढ़ी मजदूरी, मिला रोजगार, सशक्त हुआ गांव
*जगाई विकास और आत्मनिर्भरता की नई उम्मीद*
अनूपपुर
शक्ति आराधना के शुभ पर्व पर अनूपपुर जिले के रक्सा एवं कोलमी प्रभावित ग्रामों में खुशियों और संतोष का वातावरण देखने को मिला है।न्यू जोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित किए जा रहे 1320 मेगावाट क्षमता के थर्मल पावर प्रोजेक्ट ने क्षेत्र के किसानों और मजदूरों के जीवन में रोजगार, विकास और आत्मनिर्भरता की नई रोशनी भर दी है। कंपनी द्वारा ग्रामीणों को ₹400 से ₹450 प्रतिदिन मजदूरी दी जा रही है, साथ ही ईएसआई और पीएफ जैसी सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं। रक्सा और कोलमी के किसानों ने बताया कि पहले मजदूरी मात्र ₹250 प्रतिदिन थी, लेकिन कंपनी के आने के बाद न केवल मजदूरी दर बढ़ी है, बल्कि अब नियमित रोजगार और सुरक्षा सुविधाएं भी उपलब्ध हो रही हैं।
कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट सुधाकर पाण्डेय ने बताया कि न्यू जोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ग्रामीणों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमने गांव के मजदूरों को स्थानीय दर से अधिक भुगतान दिया है, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है। वर्तमान में लगभग 200 से 250 स्थानीय मजदूर प्रतिदिन कार्यरत हैं और जैसे-जैसे प्रोजेक्ट आगे बढ़ेगा, रोजगार के अवसर और बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी द्वारा अधिग्रहित भूमि पर किसी भी पेड़ की कटाई नहीं की गई है। बल्कि पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।
कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट सुशीलकांत मिश्रा ने जानकारी दी कि कंपनी केवल उद्योग स्थापना तक सीमित नहीं है, बल्कि गांव के सामाजिक उत्थान के लिए भी कार्यरत है। उन्होंने कहा, “हाल ही में बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। निकट भविष्य में कंपनी द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर और शैक्षणिक प्रोत्साहन कार्यक्रम भी प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी प्रभावित किसानों और उनके परिवारों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी द्वारा अधिग्रहित भूमि पर तार फेंसिंग और बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य प्रभावित किसानों और स्थानीय मजदूरों द्वारा किया जा रहा है।इससे ग्रामीणों में रोजगार और आत्मगौरव की भावना बढ़ी है। किसानों ने कहा कि कंपनी ने उन्हें केवल मुआवजा ही नहीं दिया, बल्कि सम्मानजनक रोजगार और सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान की है। अब रक्सा और कोलमी के लोग अपने गांवों में विकास और समृद्धि की नई कहानी लिखते दिखाई दे रहे हैं। न्यू जोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कंपनी आने वाले समय में गांवों की सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य और सामुदायिक सुविधाओं के विकास में भी योगदान देगी। कंपनी का उद्देश्य केवल ऊर्जा उत्पादन नहीं, बल्कि गांवों की सामाजिक-आर्थिक प्रगति और पर्यावरण संरक्षण है।
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संस्कार लॉ कॉलेज के एल.एल.एम. विद्यार्थियों ने रचा इतिहास, शत-प्रतिशत प्रथम श्रेणी परिणाम
अनूपपुर
जिले के प्रतिष्ठित संस्कार लॉ कॉलेज अनूपपुर, ने एल.एल.एम. (LL.M.) चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा में 100 प्रतिशत परिणाम देकर यह सिद्ध कर दिया कि यदि सही मार्गदर्शन और मेहनत का संयोजन हो, तो सफलता निश्चित होती है।
संस्कार लॉ कॉलेज अनूपपुर जो बीते कुछ वर्षों में विधि शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुका है, इस बार भी विद्यार्थियों और अभिभावकों का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया है। कॉलेज प्रशासन के अनुसार, एल.एल.एम. चतुर्थ सेमेस्टर में सम्मिलित हुए सभी विद्यार्थियों ने न केवल सफलता प्राप्त की, बल्कि कई छात्रों ने उत्कृष्ट अंक अर्जित कर मेरिट सूची में स्थान बनाने में भी कामयाबी हासिल की।
कॉलेज प्राचार्य ने परिणाम की जानकारी देते हुए कहा कि यह उपलब्धि छात्रों की कठोर मेहनत, शिक्षकों के मार्गदर्शन और संस्थान की अनुशासित शैक्षणिक संस्कृति का परिणाम है। उन्होंने बताया कि कॉलेज में नियमित कक्षाओं के साथ-साथ विशेष लेक्चर, मूट कोर्ट प्रतियोगिताएं, सेमिनार और कार्यशालाओं का आयोजन भी समय-समय पर किया जाता है, जिससे छात्रों की शैक्षणिक और व्यावहारिक दोनों प्रकार की समझ मजबूत होती है।
संस्कार लॉ कॉलेज अनूपपुर, के संस्थापक प्रबंधन ने इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस सफलता से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे भविष्य में न्यायिक सेवा, अधिवक्ता पेशा तथा शिक्षण जैसे क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का परिचय देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज का लक्ष्य केवल परीक्षाओं में अच्छे परिणाम लाना नहीं है, बल्कि छात्रों को नैतिक मूल्यों, सामाजिक सरोकार और व्यावसायिक दक्षता से भी सशक्त बनाना है।
जिले के अभिभावकों और शैक्षणिक जगत ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। उनका मानना है कि संस्कार लॉ कॉलेज अनूपपुर, जैसे संस्थान अनूपपुर जैसे अपेक्षाकृत छोटे जिले में उच्चस्तरीय शिक्षा की राह खोल रहे हैं। इससे यहाँ के विद्यार्थियों को बड़े शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ता और स्थानीय स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध हो रही है।
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मुर्गा के लिए मना किया तो पुत्र ने पिता लाठी से जमकर पीटा, हुई मौत, आरोपी गिरफ्तार
शहडोल
जिले में एक ऐसी खौफनाक वारदात हुई जिसने रिश्तों की मर्यादा को कलंकित कर दिया। मामूली विवाद ने पिता-पुत्र के पवित्र रिश्ते को खून से रंग दिया। सोहागपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जमुआ में रहने वाले सुदामा बैगा अपने घर पर भोजन के लिए मुर्गा बना रहे थे। इसी दौरान उनका बेटा करण भी खाने की जिद करने लगा। पिता द्वारा मना करने पर बेटे ने आपा खो दिया और गुस्से में लाठी उठाकर अपने ही पिता पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। अचानक हुए हमले में सुदामा बैगा की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। नवरात्रि का पर्व संयम, धैर्य और सम्मान का प्रतीक माना जाता है, लेकिन इस दौरान हुई यह घटना समाज के लिए गहरी चिंता का विषय है। एक बेटे द्वारा पिता की हत्या न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे गाँव के लिए भी सदमे का कारण बनी हुई है।
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पीआरटी कॉलेज ऑफ नर्सिंग का बी.एससी. नर्सिंग द्वितीय वर्ष परिणाम शत-प्रतिशत
अनूपपुर
मध्य प्रदेश विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर द्वारा दिनांक 26 सितंबर 2025 को घोषित परिणाम में पीआरटी नर्सिंग कॉलेज, अनूपपुर ने शत-प्रतिशत सफलता प्राप्त की। कॉलेज की छात्रा कीर्ति यादव ने 77.85% अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया। निशि पनारिया ने 74.71% अंकों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा श्वेता शिवहरे ने 73.85% अंकों के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर पीआरटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशंस के संचालक डॉ. देवेंद्र कुमार तिवारी ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि “छात्रों का उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। लगातार तीन वर्षों से 100% परिणाम आना हमारे लिए गर्व की बात है। महाविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, व्यावहारिक प्रशिक्षण और कौशल विकास प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे विद्यार्थी सक्षम स्वास्थ्य सेवा पेशेवर बन सकें। परिणाम घोषित होने के बाद महाविद्यालय में खुशी का माहौल रहा और सभी प्राध्यापकों ने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
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बलबहरा गांव में घुसा भालू, ग्रामीणों ने खदेड़ कर भगाया, लोगो में दहशत का माहौल
शहडोल
जिले के दक्षिण वन मंडल के केशवाही वन परिक्षेत्र के बलबहरा गांव में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक एक विशालकाय भालू सड़क पार करते हुए गांव में आ धमका। भालू को देखकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गांव के लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए जोर-जोर से आवाजें लगाकर और शोर मचाकर भालू को खदेड़ दिया। यह पूरा दृश्य वहां मौजूद लोगों ने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भालू अचानक आक्रामक हो सकता था और कभी भी ग्रामीणों पर हमला कर सकता था। गनीमत रही कि किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई। बावजूद इसके, गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सूचना देने के बाद भी वन विभाग का कोई अमला मौके पर नहीं पहुंचा। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।
ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ समय से वन्यजीवों का गांवों और रिहायशी इलाकों में प्रवेश बढ़ गया है। इससे न सिर्फ लोगों की सुरक्षा खतरे में है, बल्कि मवेशियों और बच्चों पर भी हमला होने की आशंका बनी रहती है।
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रेत माफियाओ ने बीट गार्ड से की मारपीट
उमरिया
अवैध रूप से रेत उत्खनन रोकने जब वनकर्मी मौके पर पहुंचे तो रेत माफिया ने हमला करके वन कर्मचारी को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना उमरिया जिले के चंदिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत सलैया बीट की है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार वन परिक्षेत्र चंदिया के सलैया बीट गार्ड रमाशंकर चौधरी को सूचना मिली कि कुछ लोग वन क्षेत्र में अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर उसे ट्रैक्टर ट्राली में भर रहे हैं। सूचना मिलते ही बीट गार्ड राम शंकर चौधरी मौके पर पहुंचा और उसने रेत चोरी में लगे लोगों को रोकना चाहा तो बीट गार्ड की यह बात रेत माफिया को नागवार गुजरी और उन्होंने अचानक बीट गार्ड पर बुरी तरीके से हमला कर दिया। इस हमले में बीट गार्ड के शरीर और सिर में गंभीर चोट पहुंची है। बीट गार्ड पर हमला करने के बाद रेत माफिया वहां से चले गए।