316 दीपकों की आभा से आलोकित हुआ ज्योति घर, शारदीय नवरात्र पर श्रद्धा व आस्था का अद्भुत संगम
अनूपपुर
क्वांर मास की शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर पतित पावनी माँ नर्मदा की पवित्र स्थली अमरकंटक का ज्योति घर भक्ति और आस्था की ज्योति से आलोकित हो उठा। यहाँ श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से 316 घृत दीपक प्रज्वलित कर माता रानी के चरणों में अपनी अटूट श्रद्धा अर्पित की। दीपों की इस अद्भुत छटा ने न केवल पूरे परिसर को दिव्य आभा से भर दिया, बल्कि श्रद्धालुओं के हृदयों में शांति और उत्साह का संचार भी किया। भक्तों का विश्वास है कि घृत दीपक जलाने से पाप नष्ट होते हैं, पुण्य की प्राप्ति होती है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
इस पावन अवसर पर नर्मदा उद्गम मंदिर ट्रस्ट द्वारा कलश घट की स्थापना भी की गई, जिनमें परंपरानुसार जवारे बोए गए। अमरकंटक को शक्ति साधना की धरा माना जाता है। यहाँ स्थित माँ नर्मदा मंदिर और कल माधव शक्ति पीठ का विशेष महत्व है। नवरात्रि पर्व पर इन स्थलों पर माता जगतजननी नर्मदा की विशेष पूजा-अर्चना की परंपरा है। ज्योति घर में दीप प्रज्वलन भक्तों को आध्यात्मिक वातावरण का अनुभव कराता है।
शास्त्रों में घृत दीपक जलाना शुभ और पावन कार्य माना गया है। इससे वातावरण में सात्विक ऊर्जा का संचार होता है। मन को असीम शांति और आत्मिक संतोष प्राप्त होता है। अमरकंटक में नवरात्रि पर यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। दीपों की आभा से सजा ज्योति घर नवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।