ओवर ब्रिज में 15 अगस्त 2026 से होगा आवागमन प्रारंभ, अभी कुछ नही होगा नेतागिरी से

ओवर ब्रिज में 15 अगस्त 2026 से होगा आवागमन प्रारंभ, अभी कुछ नही होगा नेतागिरी से

*वोट बैंक की राजनीति शुरू, 7 वर्षों से थे लापता, पूर्ण होने के समय मेढ़क की तरह टरटराने लगे*


अनूपपुर 

नेतृत्व की नाकामी के चलते अनूपपुर को दो हिस्सों में बांटने वाला रेलवे फाटक पर बनने वाले रोड ओवर ब्रिज को लगभग 7 वर्षों में कई बार भूमि पूजन कर कार्य शुभारंभ किया गया।मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ने इसका भूमि पूजन किया। लेकिन सच यह है की टेंडर लेने वाले ने जिस समय टेंडर लिया था उस समय जिस नक्शे के आधार पर टेंडर हुआ था वह कई बार बदला।परिणाम यह हुआ कि ठेकेदार द्वारा काम की गति को बढ़ाया नहीं गया और धीरे-धीरे सामग्री महंगी होती गई और ठेकेदार सुस्त पड़ गया। 

रोड ओवर ब्रिज को लेकर कई बार नेता गिरी हुई।आंदोलन हुए,लिखा पढ़ी खाना पूर्ति कर आंदोलन समाप्त करवा दिए गए और वही सुस्त गति में रोड ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य धीरे-धीरे 9 दिन चले अढाई कोश की भांति चल रहा है।कई बार कलेक्टर ने निरीक्षण किया,मंत्री ने निरीक्षण किया लेकिन काम में गति नहीं आई। 

जिला विकास मंच के संयोजक वासुदेव चटर्जी एडवोकेट ने बिलासपुर रेलवे महाप्रबंधक एवं बिलासपुर रेलवे डीआरएम को पत्र दिया।जिसके जवाब में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इंजीनियर डिपार्टमेंट ने लिखित पत्र द्वारा जवाब दिया है कि निर्माणाधीन बी.के.-61 रोड ओव्हरब्रिज का निर्माण कार्य बिलासपुर मण्डल द्वारा रेल्वे के गुणवत्तानुसार किया जा रहा है,जिसके पूर्ण होने की संभावना मार्च 2026 रखी गयी है।

रेलवे के पत्र के आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि रेलवे के कार्य के बाद कम से कम 6 माह का समय सेतु निगम को कार्य फाइनल करने के लिए चाहिए। इस प्रकार यह स्पष्ट है कि रेलवे ओवरब्रिज का शुभारंभ 15 अगस्त 2026 को ही होगा। उसके पूर्व किसी तरह की संभावना नजर नहीं आ रही। 22 वर्ष पूर्व 15 अगस्त 2003 को शहडोल ज़िले के पुनर्गठन से अनूपपुर जिला अस्तित्व में आया था। यह जिला पहले शहडोल जिले का हिस्सा था, जिसे बाद में अलग करके अनूपपुर जिले का गठन किया गया।

अब यह स्पष्ट दिख रहा है कि अनूपपुर जिले वासियों को 15 अगस्त 2026 को रेलवे ओवर ब्रिज की सौगात मिलेगी। इसके पूर्व किसी भी तरह के आंदोलन का कोई औचित्य भी नजर नहीं आ रहा। क्योंकि सेतु निगम पहले ही कह चुका है की रेलवे के काम के बाद 6 माह का समय उसे चाहिए।तो कुल मिलाकर एक बार और इंतजार अनूपपुर के नागरिकों को करना पड़ेगा। जब लगभग 7 वर्ष का समय व्यतीत हो गया तो अब 1 वर्ष का समय और व्यतीत करना पड़ेगा। उसके बाद ही सुविधा का लाभ जिला मुख्यालय के लोग उठा पाएंगे।

अनूपपुर में निर्मित हो रहा है रेलवे ओवरब्रिज के पश्चात कई ब्रिज बन गए और उसके बाद चालू हुए कुछ रेलवे ओवर ब्रिज का काम तेजी के साथ चालू है। लेकिन अनूपपुर का दुर्भाग्य है की सही नेतृत्व की कमी के कारण आज अनूपपुर शहर का बाजार पूरी तरह से समाप्त हो चुका है लोगों को 5 किलोमीटर का राउंड करने के बाद जिला चिकित्सालय कोर्ट तहसील एसडीएम न्यायालय स्कूल कॉलेज अन्य स्थान पर आना जाना पड़ रहा है।कोई लोगों की परेशानी को देखने वाला नजर नहीं आ रहा।इस समय देखा जा रहा है कि रेलवे ओवर ब्रिज को लेकर तमाम तरह के नेता तैयार हो गए हैं, लेकिन सब अपने नेतागिरी चमकाने के लिए माहौल को गर्म कर रहे हैं। वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, 1 वर्ष में ब्रिज तैयार हो जाएगा इसलिए अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए मेढ़क की तरह टरटराने लगे हैं। जबकि यह सभी को पता है कि वर्ष भर अभी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।ऐसा कोई जादू नहीं है कि माहौल बनाने से ब्रिज का निर्माण तत्काल हो जाएगा।जब रेलवे ने लिखित में दे दिया है की 26 मार्च 2026 तक संभावना है की रेलवे का काम पूरा हो जाएगा उसके बाद ही सेतु निगम अपना काम करेगा।

Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget