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एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर दर्ज फर्जी एफआईआर की निष्पक्ष जांच करने प्रतिनिधि मण्डल ने आईजी को सौपा ज्ञापन
*प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी का भड़काऊ भाषण वायरल, सीसीटीवी फुटेज छुपा रहा है प्रबंधन*
शहडोल
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (आईजीएनटीयू) में 14 और 15 अगस्त को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा आयोजित शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन कार्यक्रम पर उपद्रव हो गया। एबीवीपी का आरोप है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों के उकसावे पर संदिग्ध शोधार्थियों और असामाजिक तत्वों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं और संगठन मंत्री पर हमला कर मारपीट की।
सीसीटीवी फुटेज छुपा रहा है प्रबंधन*
एबीवीपी जिला संयोजक प्रणव मिश्रा ने पुलिस महानिरीक्षक शहडोल संभाग को लिखे पत्र में कहा है कि घटना के समय सीसीटीवी और वीडियो फुटेज मौजूद हैं, जो यह साफ करते हैं कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण था और उपद्रव संदिग्ध शोध प्रवेशार्थियों ने किया। पत्र में आरोप लगाया गया है कि इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भूमिनाथ त्रिपाठी, विकास सिंह, संतोष कुमार सोनकर और तरुण ठाकुर की भूमिका संदिग्ध है।
*प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी का भड़काऊ भाषण वायरल*
एबीवीपी ने कहा कि दुख की बात यह है कि इस घटना के बाद स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी ने भड़काऊ भाषण देकर उन असामाजिक तत्वों का महिमामंडन किया, जिन्होंने उपद्रव और मारपीट की थी, इसलिए उनपर भी उचित धाराओं के तरह रिपोर्ट दर्ज करते हुए कार्यवाही की जाए। एबीवीपी का यह भी आरोप है कि पीड़ित पक्ष होने के बावजूद उन्हीं पर झूठी और निराधार एफआईआर दर्ज कर दी गई, जिसका उद्देश्य संगठन को दबाना और आंदोलन को कमजोर करना है।
एबीवीपी ने आईजी शहडोल से मांग की है कि, छात्रों और कार्यकर्ताओं पर दर्ज झूठी एफआईआर को तत्काल निरस्त किया जाए। मारपीट और उपद्रव में शामिल संदिग्ध प्रोफेसरों व छात्रों पर निष्पक्ष जांच कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। मामले को गंभीरता से लेकर दोषियों के खिलाफ धाराएं बढ़ाई जाएं। पत्र में एबीवीपी ने कहा है कि यदि इस मामले में जल्द निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन बड़ा आंदोलन करेगा।
*आखिर ये उपद्रवी तत्व वहाँ कर क्या रहे थे?*
एबीवीपी का कहना है कि 14 अगस्त की रात से ही सूचना मिल रही थी कि कुछ संदिग्ध शोधार्थी और असामाजिक तत्व एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। आशंका के बावजूद न तो विश्वविद्यालय प्रशासन और न ही पुलिस ने उनकी रोकथाम की। एबीवीपी का आरोप है कि इन उपद्रवियों का छात्रों या संगठन से कोई संबंध नहीं था, बल्कि इन्हें पूरी तैयारी के साथ विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा भेजा गया ताकि आंदोलन को बदनाम किया जा सके और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसक मोड़ दिया जा सके। एबीवीपी का कहना है कि चूंकि संगठन प्रशासनिक अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला रहा था, इसलिए सोची-समझी साज़िश के तहत इन उपद्रवियों का सहारा लिया गया।
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टंकी निर्माण कार्य बाधित, पानी की समस्या को लेकर वार्ड वासी युवाओं का आंदोलन
अनूपपुर
नगर पालिका परिषद कोतमा के वार्ड क्रमांक 10 एवं 11 में पानी की भीषण समस्या को लेकर नगरवासी अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए। आंदोलन की अगुवाई वार्ड क्रमांक 11 के पार्षद नोहर सिंह, वार्ड क्रमांक 10 के पूर्व पार्षद एवं समाजसेवी देवशरण सिंह, तथा वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद पुत्र अर्पण सिंह ने की। यह धरना कॉलेज तिराहा पर प्रारंभ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नगरवासी एवं युवा शामिल हुए।
*अमृतधारा योजना के अंतर्गत टंकी निर्माण*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी हर घर नल जल योजना के तहत कोतमा में अमृतधारा-2 योजना स्वीकृत की गई थी। इसके अंतर्गत वार्ड क्रमांक 10 में लगभग ढाई करोड़ रुपए की लागत से ओवरहेड टंकी का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। नगर पालिका एवं उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में भूमि पूजन व लेआउट भी विधिवत किया गया था। ठेकेदार द्वारा टंकी निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा था और कुछ महीनों में ही आधा काम पूरा कर लिया गया था। निर्माण कार्य प्रगति पर ही था कि बीच में निर्माण कर रुकवा दी गई नगर पालिका के द्वारा ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया की कम अभी रोक दिया जाए और यह आपत्ति दर्ज की कि टंकी जिस स्थान पर बन रही है, उसके नीचे मीरा इंक्लाइन खदान चल रही है। प्रशासनिक दबाव के चलते निर्माण कार्य रोक दिया गया। इससे नाराज स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने कहा कि यह कदम पूरी तरह से राजनीतिक दबाव और व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते उठाया गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि वार्ड क्रमांक 10, 11 और 12 लंबे समय से जल संकट से जूझ रहे हैं।
&वार्ड 11 और 12 में जल संकट गहराया*
वार्ड क्रमांक 11 की स्थिति विशेष रूप से गंभीर है। यहाँ के अधिकांश हैंडपंप व जलस्रोत कोयला खनन के कारण विफल हो चुके हैं। वार्डवासियों का कहना है कि एक समय में यह क्षेत्र नगर पालिका को सबसे ज्यादा रॉयल्टी देने वाला हुआ करता था, लेकिन आज आमजन पानी की एक-एक बूंद के लिए भटक रहे हैं। इसी तरह, वार्ड क्रमांक 12 के गणेश नगर में भी वर्षों से पानी की समस्या बनी हुई है। आंदोलनकारियों का कहना है कि नगर की जनता ने हमेशा शासन-प्रशासन और प्रबंधन को सहयोग दिया, लेकिन बदले में उन्हें केवल उपेक्षा ही मिली।
*प्रशासन व प्रबंधन ने साधी चुप्पी*
धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलते ही तहसीलदार कोतमा, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष अजय सराफ, सीएमओ प्रदीप झरिया, मीरा इंक्लाइन के खान प्रबंधक वाडेकर साहब, एसडीओपी आरती शाक्य, तथा तीनों थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालाँकि, आंदोलनकारियों द्वारा स्पष्ट सवाल किए जाने के बावजूद प्रशासन, नगर पालिका और खदान प्रबंधन ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। इस चुप्पी ने आंदोलनकारियों के आक्रोश को और बढ़ा दिया।
*आंदोलनकारियों की मांग*
धरना स्थल पर मौजूद युवाओं और नागरिकों ने कहा कि उन्हें आंदोलन करने में कोई रुचि नहीं है, लेकिन पानी जैसी मौलिक आवश्यकता से समझौता नहीं किया जा सकता। उनकी प्रमुख मांग है कि ओवरहेड टंकी निर्माण कार्य तत्काल पुनः शुरू कराया जाए।वार्ड 10, 11 र 12 में जल संकट को दूर करने हेतु स्थायी समाधान किया जाए। राजनीति और व्यक्तिगत हितों के कारण योजनाओं को बाधित न किया जाए।अमृतधारा योजना का उद्देश्य हर घर तक नल से पानी पहुँचाना था, लेकिन राजनीतिक टकराव और प्रशासनिक ढुलमुल रवैये के चलते यह योजना अधर में लटकती दिख रही है। यदि शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
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नीलकंठ कंपनी युवाओं का कर रही शोषण, मजदूर आज भी गुमनामी की जिंदगी जीने के लिए मजबूर
अनूपपुर
जिले के जमुना कोतमा क्षेत्र की जीवनदायनी काही जाने वाली आमाडाड खुली खदान परियोजना हजारों टन प्रतिदिन उत्पादन कर एसईसीएल में अपना नाम दर्ज करवा रही है और इस उत्पादन के पीछे काम करने वाले मजदूर आज भी गुमनामी की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं। इस खुली खदान परियोजना का उत्पादन से लेकर डिस्पैच तक की संपूर्ण जिम्मेदारी नीलकंठ इंडिया मिनरल्स लिमिटेड( एन आई एम एल )को दी गई है जिसका एसईसीएल द्वारा उच्च मानदंडों के हिसाब से भुगतान भी किया जाता है।
*स्थानीय युवाओं का शोषण*
नीलकंठ कंपनी जमुना कोतमा क्षेत्र में अपना काम शुरुआत की तभी स्थानीय युवकों को यह भरोसा दिलाया गया कि यह गुजरात की कंपनी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रदेश की कंपनी है जिस तरह गुजरात में उद्योगपतियों द्वारा श्रमिकों के हित में निर्धारित फंड एवं शासन द्वारा बनाए गए नियमों को पालन करती हैं इस आधार पर यहां के युवकों को भी फंड निर्धारित वेतन दिया जाएगा जिसके चलते इस कंपनी में घुसने की होड़ मच गई और इसमें पदस्थ अधिकारियों द्वारा 20 से ₹30000 रिश्वत के रूप में लेकर युवाओं को रोजगार दिए। जब पेमेंट देने की बारी आई तो वही ₹15000 12 घंटे काम का दिया जाने लगा। कोयला खान में काम करने वाले ठेका श्रमिकों का प्रतिदिन का वेतन जो Rs1176 था उसे बढ़ाकर प्रतिदिन Rs1206 किया गया।
*झांसी सिक्योरिटी व मधु सेल बनी युवाओं का शोषक*
नीलकंठ कंपनी द्वारा पेटी कॉन्ट्रैक्ट में सिक्योरिटी का काम दो कंपनियों को दिया गया है जिसमें अच्छा सिक्योरिटी कंपनी एवं मधु सेल इन दोनों कंपनियों द्वारा स्थानीय युवकों पर रोजगार नहीं दिया गया जबकि शान द्वारा नियम है कि जिस क्षेत्र में कार्य किया जाएगा कुछ क्षेत्र के 70% बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा किंतु इनका पानियों द्वारा बाहरी युवाओं को लाकर 12 घंटे काम कराया जाता है और बदले में झांसी कोटी कंपनी ₹10000 एवं मध्य सेल कंपनी ₹15000 प्रतिमाह के हिसाब से दिया जाता है जिसमें छुट्टी का कोई विकल्प नहीं होता
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रेलवे कॉलोनी के लोको पायलट के सूने घर का ताला तोड चोरो ने की लाखों की चोरी, पुलिस जांच में जुटी
शहडोल
कोतवाली थाना क्षेत्र में एक रेलवे कर्मचारी के घर लाखों रुपए की चोरी की घटना सामने आई है। रेलवे कर्मचारी के घर से चोरों ने कीमती जेवरात, नगद के साथ उसके घर में रखा बर्तन एवं राशन तक चोरों ने चुरा लिया है। घटना रेलवे कॉलोनी के रेलवे क्वाटर कि है।पीड़ित लोको पायलट धर्मेन्द्र गौतम ने बताया कि भाई की मौत के बाद वह अपने परिवार के साथ गांव गए हुए थे।जब वह एक सप्ताह बाद वापस लौटे तो घर का ताला टूटा था ,और घर का सामान बिखरा पड़ा था। लोको पायलट के घर से चोरों ने सोने चांदी के गहने सहित नगद रुपए एवं नमक तक चोरी कर लिया है।
पुलिस से शिकायत करते हुए धर्मेंद्र गौतम ने बताया कि वह शहडोल रेलवे स्टेशन में लोको पायलट के पद पर पदस्थ है, बीते दिनों धर्मेंद्र के भाई की झांसी उत्तर प्रदेश में मौत हो गई थी ,इसके बाद वह अपने परिवार को लेकर उत्तर प्रदेश झांसी चले गए, वापस लौटे तो शहडोल रेलवे कॉलोनी में स्थित उनके सरकारी आवास का ताला टूटा हुआ था, अंदर जाकर जब धर्मेंद्र ने देखा तो घर में चोरी की वारदात हो चुकी थी।
इसके बाद उन्होंने आस पड़ोस के लोगों को इसकी जानकारी दी, पुलिस भी मौके पर पहुंची और अपनी जांच शुरू की है।धर्मेंद्र ने पुलिस से शिकायत कर बताया है कि उनके घर से अलमारी में रखे नगद 15 हजार एवं लगभग 5 लाख कीमत के जेवरात के साथ,चोरों ने किराना समान सहित कपड़े तक चुरा लिए है। पीड़ित के अनुसार उनके घर का साबुन भी मौजूद नहीं है ।जो चोर अपने साथ ले गए हैं। किचन में रखा गैस सिलेंडर एवं अन्य जरूरी सामान भी चोरी हो गया है। लोको पायलट की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।गौरतलब है कि कोतवाली क्षेत्र में इन दिनों चोरी की घटनाएं रोज हो रही है। कई मामलों में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिले है। जिसमें चोर चोरी करते नजर आ रहे हैं। लेकिन पुलिस चोरों को पकड़ने में नाकाम है।
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मुख्यमंत्री ने कलेक्टर डॉ. केदार सिंह व हर्षल पंचोली को सिल्वर व कान्स पदक से किया सम्मानित
*सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह के तहत जिले के कलेक्टर हुए सम्मानित*
शहडोल/अनूपपुर
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह के अंतर्गत कुशाभाउ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेशन सेंटर भोपाल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें अनूपपुर जिले के कलेक्टर हर्षल पंचोली को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया है। जिसे मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा को प्रदाय किया गया।
उल्लेखनीय है कि आकांक्षी ब्लॉक पुष्पराजगढ़ में आकांक्षी जिला विकास कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास-पोषण, कृषि-मृदा स्वास्थ्य के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये और उनके प्रभावी क्रियान्वयन से लक्ष्यों को शत प्रतिशत पूर्ण करने के लिए प्रयास किये गए और सफलता भी प्राप्त हुई। अभियान के तहत ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के विरुद्ध मधुमेह की जाँच किए गए लोगों का प्रतिशत, ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के विरुद्ध उच्च रक्तचाप की जाँच किए गए लोगों का प्रतिशत, आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण ले रही गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत तथा मृदा नमूना संग्रह लक्ष्य के विरुद्ध सृजित मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत 100-100 प्रतिशत रहा।
वही शहडोल जिले ने एक बार फिर अपनी उपलब्धियों से प्रदेशभर में पहचान बनाई है। केंद्र सरकार के नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिला एवं विकासखंडों में जुलाई 2024 से सितंबर 2024 तक चलाए गए ‘संपूर्णता अभियान’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शहडोल जिले के कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और उनकी टीम को सिल्वर मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राजधानी भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में प्रदान किया गया।
नीति आयोग ने इस अभियान के दौरान विभिन्न जिलों और विकासखंडों में निर्धारित 6 प्रमुख इंडिकेटर्स (सूचकांकों) पर कार्य करने का लक्ष्य रखा था। शहडोल जिले के पाली-1 (गोहपारू) विकासखंड ने इसमें बेहतरीन प्रदर्शन किया और 6 में से 5 इंडिकेटर्स में शत-प्रतिशत सैचुरेशन हासिल किया। इसी उपलब्धि के चलते जिले को इस राष्ट्रीय स्तर की पहल में विशेष पहचान मिली और कलेक्टर डॉ. केदार सिंह तथा उनकी टीम का नाम सिल्वर मेडल अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया।
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महाप्रयाण महंत श्रीराम बालक दास को श्रद्धालु, धर्मप्रेमियों ने पुण्य स्मरण करते हुये श्रद्धा सुमन अर्पित किये
*मंदिर के नवीन महंती पर अर्जुन दास जी को विधि - विधान पूर्वक अभिषिक्त किया गया*
शहडोल
श्रीराम जानकी मंदिर के साकेतवासी महन्त श्री राम बालक दास जी के सोलहवीं पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, और विशाल भंडारा में सभी धर्मों के धर्मावलंबियों ने मंदिर पहुंचकर अपनी सहभागिता निभाई, वहीं मंदिर के नवीन महन्त का दात्यिव अर्जुन दास को सौंपा गया। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या न्यास के अध्यक्ष कमलनयन दास तथा डॉ. रामानंद दास की गौरवमयी उपस्थिति में श्रीराम जानकी मंदिर के पूज्य साकेतवासी महन्त श्रीराम बालक दास महाराज के 16वीं कार्यक्रम अवसर पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर धर्मप्रेमियों तथा श्रद्धालुओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये, और श्रद्धांजलि सभा में महन्त के निष्ठा व समर्पण को पुण्य स्मरण किये।
महंत के महाप्रयाण उपरान्त सन्त परंपरा के अनुरूप 16वीं का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न धर्मो के धर्मावलंबियों ने मंदिर पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर आयोजित भंडारा में सन्त, महात्माओं, ब्राह्मणों तथा धर्म प्रेमी सम्मिलित रहे। रामानंद सम्प्रदाय से श्रीराम जानकी मंदिर सबब्ध है और सन्त परंपरानुरूप साकेतवासी महन्त श्रीराम बालक दास महाराज के परम शिष्य अर्जुन दास को मंदिर के उत्तराधिकारी के रूप में पधारे पूज्य सन्त व महात्माओं व धर्मप्रेमियों की उपस्थिति में महन्त पद पर विधि - विधान पूर्वक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन अर्चन कर महन्ती पद पर अभिषिक्त किया गया।
श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या न्यास के अध्यक्ष कमलनयन दास महाराज ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुये कहाकि - श्रीराम जानकी मंदिर बुढार के साकेतवासी महन्त नारायण दास शास्त्री महाराज ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में श्रीराम बालक दास को अपने जीवन काल में महन्ती पद पर पदारूण कराया था, तब से मन्हत ठाकुर की पूजा अर्चना तथा मंदिर की सेवा में तत्पर थे, उनके साकेतवास हो जाने कारण क्षेत्र के श्रद्धालु धर्मप्रेमियों के आशा एवं आकांक्षा तथा मंशानुरूप उनके परम शिष्य अर्जुन दास को महन्त पद पर आसीन करने की वैदिक परंपरा को मणिराम छावनी अयोध्या की ओर से सहमति प्रदान की गयी, और महन्ती पद पर आसीन कराया गया।
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सीवर लाइन की खुदाई से जगह जगह गड्ढे, जनता हो रही है परेशान, ठेकेदार की लापरवाही
शहडोल
शहर के कई इलाकों में सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है, लेकिन इस काम के कारण सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। जगह-जगह खोदे गए गड्ढे, जिनमें बरसात का पानी भर गया है, आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। इन गड्ढों की वजह से आए दिन छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं, जिससे लोग घायल हो रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार विभाग और अधिकारियों को जनता की इस परेशानी से कोई सरोकार नहीं है। शहर की सड़कों पर बने ये गहरे गड्ढे दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं। खासकर दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी भर जाने से इनकी गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है, जिससे कई बार वाहन चालक अचानक गिर जाते हैं।
इस समस्या की सबसे बड़ी वजह जिम्मेदार विभाग और अधिकारियों की लापरवाही है। सीवर लाइन का काम शुरू तो कर दिया गया, लेकिन सड़कों की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। काम पूरा होने के बाद भी गड्ढों को वैसे ही छोड़ दिया गया है। जनता की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शहर की जनता प्रशासन से यह मांग कर रही है कि सीवर लाइन का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए और सड़कों की मरम्मत तुरंत करवाई जाए। लोग यह भी चाहते हैं कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े।
समाचार 08
अवैध रेत परिवहन पर रामनगर पुलिस की कार्यवाही
अनूपपुर
जिले के थाना रामनगर पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक लाल रंग का आईसर ट्रैक्टर (बिना नम्बर) चेचिस नंबर- 97611518604 जमुड़ी घाट केवई नदी से अवैध रेत खनन कर परिवहन कर रहा है। सूचना पर तत्परता से कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुँची, जहाँ ट्रैक्टर चालक/मालिक अंधेरे एवं झाड़ियों का फायदा उठाकर भाग निकला। मौके पर ट्रैक्टर-ट्राली में लगभग 02 घन मीटर अवैध रेत भरा हुआ पाया गया। जिसे जब्त कर कब्जे में लिया गया। उक्त कार्य अवैध एवं दण्डनीय पाए जाने पर अपराध क्रमांक 230/25, धारा 303(2), 317(5) बीएनएस एवं 4/21 खान अधिनियम के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। 02 घन मीटर रेत, अनुमानित कीमत 3 हजार आईसर ट्रैक्टर-ट्राली, अनुमानित कीमत 4 लाख कुल जप्ती की कीमत – ₹4,03,000/- को जप्त किया है।
समाचार 09
हाइवा व मैजिक की टक्कर, महिला हाथ कटा
अनूपपुर
जिले के कोतमा थाना क्षेत्र के निगवानी के गढ़ी चौराहे की है। जहां पथरौड़ी मार्ग से आ रहे एक हाइवा वाहन ने कोतमा तरफ से सवारी लेकर जा रहे मैजिक वाहन को टक्कर मार दिया। जिससे मैजिक में सवार एक महिला सरिता बसोर निवासी बिलटुकरी का बायां हाथ कट कर अलग हो गया। वही दूसरी महिला पुष्पा यादव निवासी लालपुर को गंभीर चोट आई है। जिन्हें राहगीर प्रफुल्ल प्रजापति एवं सुदर्शन लोनी निवासी सिलपुर ने अपने निजी वाहन से कोतमा अस्पताल लेकर पहुंचे घायल महिलाओं को प्राथमिक इलाज के बाद जिला चिकित्सालय अनूपपुर रेफर किया गया है। दुर्घटना में 1 पुरुष और दो बच्चों को भी चोट पहुंची है जिन्हें एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया।