5 छात्राओं के लापता मामले मे लापरवाह अधीक्षिका निलंबित, महेश्वर जा रही थी छात्राएं
उमरिया
जिले के पाली स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास से शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पांच छात्राओं के लापता होने से प्रशासन मे हडक़ंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया और कड़ी मशक्कत के बाद सभी बच्चियों को मैहर रेलवे स्टेशन से सकुशल दस्तयाब कर लिया गया। इस गंभीर लापरवाही के चलते छात्रावास अधीक्षिका अर्चना सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया कि छात्राओं ने पहले से ही महेश्वर जाने की योजना बनाई थी। यहां तक कि उन्होंने अपनी कापी मे एक रूट चार्ट तैयार कर रखा था, जिसमे इंदौर और देवास के रास्ते महेश्वर पहुंचने की योजना दर्ज थी। छात्राएं बिना किसी को बताए रात मे ही छात्रावास से निकल पड़ीं।
खोजबीन के दौरान एक अहम सुराग तब मिला जब लापता छात्राओं मे से एक ने अपनी सहेली को फोन कर पैसों के खत्म हो जाने की बात बताई। सूचना तुरंत जांच अधिकारियों तक पहुंची। इसके बाद पुलिस टीम को मैहर भेजा गया और वहां रेलवे स्टेशन से पांचों छात्राओं को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
अपर कलेक्टर अभय सिंह ने बताया कि घटना के समय छात्रावास अधीक्षिका अर्चना सिंह स्वयं छात्रावास मे मौजूद नहीं थीं, बल्कि जबलपुर में थीं। इस गंभीर लापरवाही पर कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला शिक्षा कार्यालय, सर्व शिक्षा अभियान रखा गया है।
यह घटना बालिका छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ेे करती है। अब प्रशासन ने निर्देश जारी किए हैं कि छात्रावासों मे कड़ी निगरानी, उपस्थिति की नियमित जांच और सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत किया जाय ताकि भविष्य मे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।