सीएमएचओ की निष्क्रियता व जिले के बदतर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सीएम से जत्था करेगा मुलाकात
*नियम विरुद्ध एवं अवैध गतिविधियों को लेकर करेंगे शिकायत*
अनूपपुर
जिले के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर.के वर्मा के उदासीनता की वजह से जिले भर के स्वास्थ्य व्यवस्था में लगे ग्रहण को लेकर जिले के अलग -अलग स्थानों से लचर स्वास्थ्य व्यवस्था से परेशान लोगों द्वारा आज प्रदेश के यशस्वी मुख्य मंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात कर प्रभारी सीएमएचओ डॉ वर्मा को तत्काल जिले से हटाने के साथ जिले भर के समुचित स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार लाये जाने हेतु मांग किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक डॉ वर्मा के द्वारा सीएमएचओ बनने के बाद से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ही नही जिले भर की जनता अपने आप को परेशान सा महसूस कर रही है क्योंकि डॉ वर्मा द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनने के साथ बने रहने के लिए किये गए खर्च व मेहनत की भरपाई अवैध तरीके से किये जाने की बड़ी शिकायत तो है ही सबसे बड़ी शिकायत यह सामने आ रही कि विभाग के जिम्मेदार पद में पदस्थ होकर अपने ही विभाग के कर्मचारियों से अश्लील,अमर्यादित भाषा मे टिप्पणी करना गाली गलौच के साथ बात करना नियम विरुद्ध कार्य कराए जाने का पावरफुल दवाब बनाया जाना भी शामिल है।
रही बात जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था की तो डॉ वर्मा के दायित्व में आने के बाद से अमला बिल्कुल निरंकुश हो गया है कारण की सभी को स्पष्ट मालूम है कितना भी मेहनत कर अच्छा काम करेंगे कोई न कोई त्रुटि सामने आएगी और बात बदले में पैसे से ही बनेगी तो क्यों काम करें पैसा देकर निपटा लेंगे ,जिसका खामियाजा जिले के आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
*कमीशन के बहाने चल रही गतिविधियां*
जिले के स्वास्थ्य अमले में ही कुछ चाटुकार कर्मचारियों के मिलीभगत की वजह से शासन द्वारा बनाये गए नियम कानून को दरकिनार कर विभाग में काम कर रही प्राइवेट एजेंसियों से कमीशन के मोटी रकम लेकर स्वास्थ्य विभाग के लगभग सभी योजनाओं को चौपट कर दिया गया है कागजी कार्यवाही पूर्ण कर शासन के राशि का बंदरबांट किया जा रहा जबकि जिले भर के मैदानी स्तर पर देखा जाय तो पूरे योजनाओ का क्रियान्वयन सही तरीका से नही हो रहा योजनाओं के लाभ को पाने के लिए जहां जनमानस के लोग दर दर भटक रहे वही विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपनी जेब गरम करते देखे जा रहे।
*बेखौफ 15 वर्षों से चल रहे अवैध टेंडर*
देखा जा रहा कि स्वास्थ्य विभाग में कुछ कर्मचारियों के मिलीभगत व उदासीनता की वजह से लगातार वाहन ,सफाई, सुरक्षा ,के साथ मरीजों को दिए जा रहे भोजन के टेंडर प्रक्रिया को पूर्णतः दरकिनार कर एजेंसियों से मिलीभगत कर शासन के दिशा निर्देश को दरकिनार करते हुए बेखौफ 15 वर्षों से एक ही एजेंसियों के माध्यम से कराया जा रहा जबकि नियमानुसार प्रत्येक वर्ष टेंडर प्रक्रिया कराया जाना चाहिए चल रहे अवैध टेंडर मालिकों से सुविधा शुल्क लेकर जिम्मदारों द्वारा नियम विरुद्ध तरीका से कुछ माह के लिए बढ़ाकर मोटी रकम ऐंठ कर बंदरबांट कर शासन को चूना लगाया जा रहा है।
*किससे मांगे मदद सीएमएचओ नही उठा रहे फोन*
मध्यप्रदेश शासन द्वारा संकलपित बिजली,पानी,सड़क, के साथ सबसे बड़ी सुविधा स्वास्थ्य व्यवस्था जो सीएमएचओ की उदासीनता की वजह से बदहाल देखने को मिल रही बहुत दूर नही मध्यप्रदेश के पहले एवं अंतिम जिला अनूपपुर के जिला चिकित्सालय की बात करें तो प्रदेश भर में वहां की व्यवस्था घड़ियाली आंसू बहाते हुए दिख रही है दूर दराज से आये ग्रामीणों को बेहतर तो बहुत दूर बिल्कुल ही स्वास्थ्य लाभ नही मिल पा रहा कारण की बात लौटकर वही आती है कि मेहनत क्यों करें सीएमएचओ को मैनेज कर लेंगे और जब लोग परेशान होने के बाद जिम्मदारों जैसे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जो विभाग के प्रमुख हैं से अपनी व्यथा बता सकें तो साहब का मदद की बात तो दूर फोन ही नही उठता इस स्थिति में लोग कहते देखे जा रहे कि आखिर किससे मांगे मदद।
*सीएमएचओ हटाओ स्वास्थ्य विभाग बचाओ*
जब से जिले के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जिले के कोतमा का आना निश्चित हुआ है लोगों ने केवल एक बात को ठान लिया है,सीएमएचओ हटाओ स्वास्थ्य विभाग बचाओ,जनता को स्वास्थ्य लाभ दिलाओ कारण की सीएमएचओ डॉ वर्मा शासन , प्रशासन में बैठे कुछ जिम्मदारों को खुशकर एक छत्र राज चलाते हुए विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट कर अपनी चार चांद लगाने में उतारू हो गए है।
*मुख्य मंत्री से होगी शिकायत*
पूरे मामले में स्वास्थ विभाग में चल रही अनियमिताओं और सीएमएचओ की गुंडागर्दी के वजह से लोगों को स्वास्थ्य लाभ नही मिल पा रहा लोग परेशान हो रहे छोटे-छोटे केश रिफर किये जा रहे करोडों रुपये की मशीनें जंग खा रही,सीएमएचओ बैठकर कमीशन विभाग के कुछ लोगों से मिल कर जिला भर में काम के बदले दाम की भावना से काम कर अपनी जेब गर्म कर रहे तमाम मामलों से नाराज लोगों ने थान लिया है कि अब मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जिले से सीएमएचओ डॉ वर्मा को हटाये जाने के साथ लगभग 20 वर्ष के अंतराल में बीएमओ काल से वर्मा द्वारा जिले में किये गए भ्रष्टाचार की विधिवत जांच कराकर कड़ी कार्यवाही करते हुए स्वस्थ्य व्यवस्था में लगे ग्रहण को दूर किये जाने की सिफारिश की जाएगी।
*दी गई चेतावनी*
मुख्य मंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात कर लोगों ने तत्काल कार्यवाही करते हुए मांग करने की बात पर यह भी स्पष्ट किया है कि अगर जिले से डॉ वर्मा को हटाकर अन्य मुख्य चिकित्साधिकारी की पदस्थापना नही की गई मामलों में सुधार नही किया गया तो जिले की जनता अब समुचित स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सड़कों में उतरकर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।