प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बनी सड़क हुआ जर्जर, दुर्घटना को दे रही है आमंत्रण, विभाग मौन
अनूपपुर/कोतमा
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बेलिया बड़ी से राजा कछार की मार्ग सड़कों की वास्तविकता कुछ और ही बयान करती है। ग्राम के मुख्य मार्ग की जर्जर स्थिति आज न केवल इस क्षेत्र की पहचान पर प्रश्नचिन्ह बन चुकी है, आए दिन होती है घटनाएं इस प्रमुख मार्ग पर चलना लोगों के लिए रोज़ की चुनौती बन गया है।
स्थानीय रहवासियों की पीड़ा स्पष्ट है, बार-बार की शिकायतों के बावजूद प्रशासनिक उदासीनता बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में ठेकेदार ने केवल लीपापोती कर, मानो खानापूर्ति कर दी हो। परिणाम स्वरूप, पहली ही बारिश में सड़क की ऊपरी परतें उखड़ गईं और पूरे मार्ग ने कीचड़ एवं गड्ढों का रूप धारण कर लिया। इस मार्ग से प्रतिदिन नन्हे स्कूली बच्चे, बुजुर्ग नागरिक और अस्पताल जाने वाले मरीज गुजरते हैं। उनके लिए यह सड़क अब एक चिंता का विषय बन चुकी है। गड्ढों की भरमार और हर कदम पर फिसलन संभावित दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही है।
चिंताजनक बात यह है कि यह सड़क प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना" के अंतर्गत बनाई गई थी, जिसका उद्देश्य शहर से गांव को जोड़ना था और सुविधा जनक एवं सुरक्षित बनाना था। परंतु समय पर देखरेख के अभाव ने इस महत्वाकांक्षी योजना की साख पर गहरा आघात किया है।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग की तत्काल मरम्मत कराई जाए, वह भी उच्च गुणवत्ता के साथ। साथ ही, लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की योजनाएं केवल कागजों में सीमित न रह जाएं।
इनका कहना है।
सड़क खराब हो गई है तो मैं उसको दिखवा लेता हूँ।
*महाप्रबंधक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना*
इस रोड की मरम्मत ज्यादा दिन नहीं हुए हैं रोड उखड़ चुकी है, हमने कई बार शिकायत भी किया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
*अभिषेक गौतम ग्रामवासी*