ग्लास व्यू प्वाइंट पर अवैध वसूली, सुरक्षा मानकों में ठेकेदार की लापरवाही, हो सकती बड़ी दुर्घटना
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अनूपपुर/अमरकंटक
पवित्र नगरी अमरकंटक स्थित सोनमुड़ा एवं कपिलधारा पर्यटक स्थलों पर स्थापित ग्लास व्यू प्वाइंट अब पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र तो बन चुका है, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही और ठेकेदार की मनमानी के कारण यह दर्शनीय स्थल दुर्घटना को आमंत्रण देने लगा है।
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम की "महिती प्रसाद योजना" के अंतर्गत निर्मित इस रोमांचक ग्लास प्लेटफार्म को नगर परिषद अमरकंटक के माध्यम से एक निजी ठेकेदार को संचालन हेतु सौंपा गया है । लेकिन अब ठेकेदार व उसके कर्मचारी सुरक्षा मानकों और नियमों को धता बताते हुए निर्धारित भार क्षमता से कहीं अधिक पर्यटकों को एक साथ ग्लास व्यू प्वाइंट पर भेज रहे हैं।
*सुरक्षा चूक, हो सकती दुर्घटना*
ज्ञात हो कि निगम द्वारा स्पष्ट रूप से लिखित में ग्लास व्यू प्वाइंट की अधिकतम भार क्षमता पाँच व्यक्तियों तक निर्धारित की गई है। साथ ही निर्देशित किया गया है कि दर्शक नंगे पांव अथवा कवर-शू पहनकर ही ग्लास पर जाएं, ताकि संरचना को कोई क्षति न पहुँचे। परंतु मौके पर 12-15 पर्यटकों को एक साथ भेजा जा रहा है, वह भी जूते-चप्पलों के साथ। यह लापरवाही किसी भी समय भयंकर हादसे का कारण बन सकती है, क्योंकि इस ग्लास प्लेटफार्म के नीचे सैकड़ों फीट गहरी खाई स्थित है।
*आर्थिक शोषण व अवैध वसूली*
सुरक्षा नियमों की अनदेखी के साथ-साथ पर्यटक तीर्थ यात्रियों से निर्धारित शुल्क से दुगना शुल्क वसूला जा रहा है। हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में ठेकेदार व कर्मचारियों को यात्रियों से मनमाने ढंग से पैसा लेते तथा क्षमता से अधिक भीड़ ग्लास पर भेजते स्पष्ट देखा गया। इससे नगर परिषद की छवि भी धूमिल हो रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अब यह आवश्यक हो गया है कि नगर परिषद अमरकंटक संबंधित ठेकेदार पर कड़ी कार्यवाही करें। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह पर्यटक स्थल कभी भी भयावह दुर्घटना का साक्षी बन सकता है।