बारिष से शहर व ग्रामीण क्षेत्र हुआ पानी-पानी, अस्पताल, बैंक रेल्वे स्टेशन में भरा पानी नदी नाले उफान पर
शहडोल
जिला मुख्यालय शहडोल में पहली बारिश में ही बाढ़ जैसे हालात में डूब गया। शहर की सड़कें, गलियां और प्रमुख स्थल तालाब में तब्दील हो गए। गांधी चौक, जो शहर का दिल माना जाता है, पानी से लबालब होकर एक तालाब का रूप ले चुका था। मुड़ना नदी और टांकी नाला, जो शहर की जीवनरेखा हैं, अतिक्रमण के बोझ तले दम तोड़ रहे थे, लेकिन इस बारिश में उन्होंने अपने रास्ते खुद बना लिए। प्रकृति ने प्रशासन और शासन को उनकी लापरवाही का कड़ा सबक सिखाया। जल गंगा अभियानः वादों का अंत, हकीकत की हार मध्य प्रदेश सरकार ने जल गंगा अभियान के तहत जल संरक्षण और नदियों-नालों की सफाई का दावा किया था, लेकिन शहडोल में यह अभियान कागजी साबित हुआ। टांकी नाला, जो शहर के बीचोबीच बहता है, अतिक्रमण और कचरे के कारण जिंदा नदी बनकर उफान पर आ गया।
मुड़ना नदी ने भी अतिक्रमणकारियों को उनके दायरे याद दिलाए, जब वह अपने पूरे वेग के साथ बही। पोंडा नाला के पास कॉलोनाइजर द्वारा कि अतिक्रमण को नाले ने ध्वस्त कर दिया, पानी कॉलोनी में घुस गया अ अपना रास्ता बना लिया। बस स्टैंड और रीवा होटल के बीच की सड़क नदी का रूप ले चुकी थी। कुल मिलाकर, शहडोल पानी-पानी हो गया। शहदोल में जिला अस्पताल, बैंक व रेलवे स्टेशन में पानी भर गया है। पानी भरने से प्रशासन के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
*बारिश से अनूपपुर का जनजीवन अस्त व्यस्त*
अनूपपुर में पिछले 3 दिनों से हो रही लगातार दिन रात बारिश ने अनूपपुर में जनजीवन और अर्थव्यवस्था दोनों को प्रभावित किया है।बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव हो गया है,जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। बताया जाता है कि नगर पालिका सहित ग्रामीण अंचलों में बारिश के कारण निचले इलाकों और शहरों में जलभराव हो गया है,जिससे लोगों को अपने घरों से निकलने में मुश्किल हो रही है।कई जगह ग्रामीण अंचलों में सड़कों पर पानी भरने से यातायात बाधित हो गया है,जिससे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी हो रही है।बारिश के कारण उमस बढ़ गई है,जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने लगी है।बारिश से कुछ फसलों को नुकसान भी हो सकता है।बारिश के कारण दुकानों और बाजारों में कम भीड़ हो रही है।जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है।वही बारिश के कारण निर्माण कार्य भी बाधित हो रहे हैं। शहर सहित ग्रामीण अंचलों में कुछ बारिश के कारण बिजली गुल होने की भी खबर हैं, कुल मिलाकर, 3 दिनों से हो रही बारिश ने अनूपपुर में जनजीवन और अर्थव्यवस्था दोनों को प्रभावित किया है।
*बीते 24 घंटे में जिले में 39.8 मिली. वर्षा*
अधीक्षक भू-अभिलेख अनूपपुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे में 39.8 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र अनूपपुर में 52.4, कोतमा में 52, बिजुरी में 30.8, जैतहरी में 29.2, वेंकटनगर में 78.4 , पुष्पराजगढ़ में 21.6 , अमरकंटक में 28.8 तथा बेनीबारी में 24.8 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई ।