ईओडब्ल्यू में धारा 420,409,120 बी में मामला दर्ज होने के बाद भी सौंपा जिला चिकित्सालय की कमान
अनूपपुर
स्वास्थ्य विभाग अनूपपुर के जिला चिकित्सालय में पदस्थसिविल सर्जन सहित अन्य जिम्मदारों के पदस्थापना को लेकर संचालनालय स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा तो हो ही रहा है नियम विरुद्ध कार्य कराने व भ्रष्टाचार को लेकर भूमिका संदेहास्पद भी है। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ एस आर परस्ते को विगत वर्ष पूव दवाई,और उपकरणों के खरीदी घोटाले मामला में शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू पुलिस रीवा में धारा 420,409,120 बी में मामला दर्ज किया गया था जिसकी जांच कार्यवाही पूरी नही होने के बाद भी संचालनालय द्वारा डॉ एसआर परस्ते को जिलाचिकित्सालय अनूपपुर में सहअस्पताल अधीक्षक ,सिविल सर्जन की कमान सौंप दी गई।
हालांकि पूरे मामले की शिकायत जिले के कलेक्टर ,कमिश्नर,लोक स्वास्थ्य आयुक्त एवं संचालनालय से लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री सहित तमाम जिम्मदारों को की गई है। मामले में सबसे बड़ा सवाल संचालय स्वास्थ्य विभाग में बैठे जिम्मदारों पर यह है की पूरे मामले की जानकारी के बाद भी इतने बड़े मामले को दरकिनार करते हुए डॉ एसआर परस्ते के भ्रष्टाचार में जमकर डुबकी लगाते हुए जिलाचिकित्सालय की जिम्मेदारी सौंप दी। जबकि शासन के नियमानुसार ऐसे आरोप में घिरे व्यक्ति को जिले से बाहर कर निष्पक्ष रूप से जांच कार्यवाही किया जाना चाहिए था। लेकिन भ्रष्टाचार में डुबकी लगाए जिम्मदारों ने मामला पंजीबद्ध होने के बाद भी उसी जिले में उसी जगह उसी पद पर कमान सौप कर बैठा देना आरोपी को मामले में बचाव के लिए अवसर प्रदान करने की सहभागिता स्प्ष्ट हो रही है। और सरकार के निष्पक्षता पर सवाल खड़ा हो रहा।