समाचार 01 फ़ोटो 01
हाथी के हमले में युवक की हुई मौत, गांव में दहशत का माहौल
अनुपपुर/जैतहरी
जिले के ग्राम चोई पोस्ट धनगवां, तहसील जैतहरी में हाथी के हमले से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान रामपाल राठौर, पिता बंशी राठौर, उम्र 39 वर्ष, निवासी ग्राम चोई के रूप में हुई है। घटना गुरुवार रात लगभग 11 बजे की है, जब रामपाल राठौर पर जंगली हाथी ने अचानक हमला कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार, बीते तीन दिनों से एक जंगली हाथी चोई गांव के आसपास सक्रिय है, जिससे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
हाथी के हमले में गंभीर रूप से घायल रामपाल को तुरंत अनुपपुर जिला अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया। शव को सुबह से जिला अस्पताल में रखा गया है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथी के आतंक को नियंत्रित करने की माँग की है। घटना के बाद चोई सहित आसपास के गांवों में भय का माहौल है और लोग रात में घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं।प्रशासन और वन विभाग को अब जल्द से जल्द सक्रिय कदम उठाने होंगे ताकि और किसी ग्रामीण की जान ना जाए।
समाचार 02 फ़ोटो 02
जर्जर सड़क और अधूरी पुलिया से जनता परेशान, आपातकाल में एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पा रही
अनूपपुर
ग्राम पंचायत बेलिया बड़ी के कुरिहा टोला तक जाने वाली सड़क की बदहाली ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सड़क में कीचड़ और सड़क जर्जर हो चुकी है और कीचड़ से भरे इस रास्ते से स्कूल जाने वाले बच्चों को रोजाना संघर्ष करना पड़ता है। वहीं, इसी मार्ग पर बन रही पुलिया का काम भी अधूरा पड़ा है, जिससे आपातकालीन स्थितियों में एंबुलेंस और अन्य वाहनों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क और पुलिया के निर्माण का काम लंबे समय से अटका हुआ है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है। बारिश के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जिससे न केवल बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है, बल्कि स्वास्थ्य संकट के समय मरीजों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सकता।
ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी इस गंभीर समस्या को लेकर गंभीर नहीं हैं। सड़क और पुलिया का काम पूरा होने से न केवल बच्चों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित होगी, बल्कि आपातकालीन सेवाएं भी सुचारू रूप से चल सकेंगी। गाँव वालों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सड़क और पुलिया की का काम शुरू नहीं किया गया, तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उनकी मांग है कि जिला प्रशासन तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करे और ग्रामीणों की परेशानी दूर करने के लिए ठोस कार्रवाई करे।
*इनका कहना है।
सड़क के संबंध में हमने कई बार जनपद से लेकर जिला तक पत्राचार किया है इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
*बब्बू कोल सरपंच ग्राम पंचायत बेलिया बड़ी*
समाचार 03 फ़ोटो 03
नगर पालिका कोतमा ने लापरवाह ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी
अनूपपुर/कोतमा
नगर पालिका परिषद कोतमा के अध्यक्ष अजय सराफ ने एक प्रेस वार्ता में शहर में चल रहे निर्माण कार्यों और विवादों पर सफाई देते हुए लापरवाह ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की। वार्ड क्रमांक-04 में बन रहे बस स्टैंड शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को लेकर चल रही भ्रामक खबरों को खारिज करते हुए सराफ ने बताया कि इस चार मंजिला भवन का टेंडर मात्र 1.5 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि कुछ लोग इसे 5.43 करोड़ रुपये की लागत का बता रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी केवल एक मंजिल का निर्माण हुआ है और पूरा भवन अभी निर्माणाधीन है। नगर पालिका को इसे अभी हस्तांतरित नहीं किया गया है। लीकेज और बेसमेंट में पानी जमा होने की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि लिफ्ट एरिया खुला होने के कारण बारिश का पानी अंदर आ रहा है, जिसे ठीक किया जाएगा।
वार्ड क्रमांक-05 और 06 में कायाकल्प योजना के तहत बनाई गई सड़क की गुणवत्ता को लेकर भी नगर पालिका ने ठेकेदार को नोटिस जारी किया है। सराफ ने बताया कि सड़क निर्माण के सात दिन के भीतर ही ठेकेदार को नोटिस दे दिया गया था। अब ठेकेदार को रोड को दोबारा बनाना होगा और पूरा काम पास होने के बाद ही भुगतान किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ठेकेदार अनुबंध के अनुसार काम नहीं करता है, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
वार्ड क्रमांक-02 में प्रस्तावित विशेष निधि की सड़क निर्माण योजना को लेकर कुछ लोगों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों को भी खारिज किया गया। सराफ ने कहा कि इस परियोजना को रोकने के लिए न्यायालय का कोई आदेश नहीं है और कुछ लोग जानबूझकर नगर पालिका की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की सख्त निगरानी की जा रही है और कोई भी ठेकेदार लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समाचार 04 फ़ोटो 04
रामघाट पार्किंग स्थल बना तालाब, श्रद्धालु कीचड़ से बेहाल, सोनमुड़ा माई की बगिया सड़क की हालत खस्ता
*डुबकी लगाने, संध्या आरती व रामसेतु झूला पुल तक जाने में हो रही परेशानी*
अनूपपुर/अमरकंटक
पवित्र नगरी अमरकंटक स्थित माँ नर्मदा के उत्तर तट पर स्थित रामघाट इन दिनों अव्यवस्थाओं और प्रशासनिक उदासीनता का दंश झेल रहा है। घाट तक पहुँचने के मार्ग पर कीचड़ और मलबे का अम्बार श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी परेशानी बन गया है। श्रद्धालु, पर्यटक और तीर्थयात्री जो यहां पवित्र नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने, संध्या आरती में भाग लेने या रामसेतु झूला पुल तक जाने आते हैं, उन्हें कीचड़ से सने रास्तों और सीढ़ियों के पास भरे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। कई श्रद्धालु स्नान से पूर्व या पश्चात फिसलकर गिर भी चुके हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
रामघाट मार्ग के मोड़ पर बने पुल पर मलबा और गंदगी जमा हो जाने से वर्षा का पानी निकासी नहीं हो पा रहा, जिससे आसपास के क्षेत्र विशेषकर रामघाट पार्किंग स्थल में घुटनों तक जलभराव हो गया है। यह स्थिति न केवल वाहन चालकों के लिए मुसीबत बनी है, बल्कि पार्किंग करने आए दोपहिया और चारपहिया वाहनों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रामघाट के सामने स्थित साप्ताहिक हाट मैदान के समीप का मार्ग कीचड़ और जलजमाव से पट गया है। यही मार्ग पास में स्थित सुलभ शौचालय की ओर जाता है, जिससे महिलाओं, वृद्धों और बच्चों सहित सभी यात्रियों को आने-जाने में असुविधा हो रही है। कीचड़ निवारण के नाम पर डाली गई मिट्टी और मुरुम ने स्थिति को और अधिक विकट बना दिया है। अब यह क्षेत्र और अधिक कीचड़युक्त हो चुका है ।
*सोनमुड़ा माई की बगिया सड़क खस्ता*
अमरकंटक के पर्यटक स्थल सोनमुड़ा से धार्मिक स्थल माई की बगिया को जोड़ने वाला मार्ग अति जर्जर हो गया है मार्ग की हालत बेहद चिंताजनक है खस्ता हाल मार्ग में पर्यटक तीर्थ यात्री भक्त श्रद्धालु चौपहिया वाहनों मोटरसाइकिल तथा परिक्रमा वासी पैदल यात्रा उक्त मार्ग से आवा गमन करते हैं मार्ग में बहुत ज्यादा बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं उक्त मार्ग से चलना दूभर हो रहा है। पर्यटक तीर्थ यात्री दर्शनार्थी के वाहन चालक वाहन को कहां ले जाएं एक गड्ढे को बचाते हैं तो दूसरे बड़े गड्ढे में वहां अपने आप चला जाता है गड्ढे इस कदर बड़े हो गए हैं पैदल चलना तक मुश्किलों भरा हो रहा है । माई की बगिया से सोनूमुड़ा तक लगभग 1 किलोमीटर के मार्ग का निर्माण वर्षों पूर्व हुआ था तब से उक्त मार्ग का आवश्यक सुधार मरम्मत नहीं हुआ है इसके चलते एक किलोमीटर के मार्ग में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं
समाचार 05 फ़ोटो 05
चोरी से परेशान पटवारी ने चोर पकड़वाने पर रखा 51 हजार का इनाम
उमरिया
जिले के बिरसिंहपुर पाली के प्रकाश नगर स्थित राजस्व विभाग की कॉलोनी में 20 जून की रात एक पटवारी के घर चोरी हुई थी। चोरों ने लाखों के गहने और नकद रुपए चुरा लिए थे। पुलिस अभी तक चोरों को पकड़ नहीं पाई है। इससे परेशान होकर पटवारी ने खुद चोरों को पकड़ने वाले को 51 हजार रुपए और 3 ग्राम सोना देने की बात कही है।
घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर तत्काल एसडीएम अंबिकेश सिंह भी पहुंचे और जांच शुरू की गई। पुलिस ने प्रारंभिक छानबीन की, लेकिन एक माह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी न तो चोरों का कोई सुराग मिला और न ही चोरी गया माल बरामद हो पाया।
जिसके बाद पटवारी राजेश प्रजापति ने अब खुद इनाम घोषित कर दिया है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से शपथ पत्र देकर कहा है कि जो भी व्यक्ति चोरों की पहचान बताएगा या चोरी का सामान वापस दिलाने में मदद करेगा, उसे 51 हजार रुपए नगद और तीन ग्राम सोना इनाम में दिया जाएगा। पटवारी का कहना है कि पुलिस प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया। इसी कारण उन्होंने खुद पहल कर यह इनाम घोषित किया है, ताकि चोरों की जानकारी मिल सके और चोरी गया सामान वापस आ सके।
समाचार 06 फ़ोटो 06
बारिश से पुल के ऊपर बह रहा है पानी, अमरकंटक मार्ग हुआ बंद, लगा जाम
अनूपपुर
जिले में बुधवार रात से हो रही भारी बारिश के कारण सभी नदी-नाले उफान पर हैं। राजेन्द्रग्राम-अमगवा रोड पर अचलपुर के पास मझगवा नाले में आई बाढ़ के कारण स्कूल बस सहित कई वाहन जाम में फंस गए हैं। पुल के ऊपर लगभग दो फीट बाढ़ का पानी बह रहा है। इसी नाले में पिछले दिनों एक 4 साल के बालक की बहने से मौत हो गई थी।राजेंद्रग्राम-अमरकंटक मार्ग पर भी स्थिति गंभीर है। राजेंद्रग्राम में स्थित रीवा-अमरकंटक रोड पर रपटे के ऊपर पानी बह रहा है, जिससे यह मार्ग भी बंद हो गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से इस मार्ग पर पुलिस तैनात की गई है। लोगों को पुल पार न करने की हिदायत दी जा रही है। शासन ने भी लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। एसडीओपी राजेंद्रग्राम नवीन तिवारी ने बताया कि रीवा-अमरकंटक मार्ग पर पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। इस कारण यातायात पूरी तरह बंद है। दोनों तरफ गाड़ियों और बसों की लंबी कतारें लग गई हैं। सुरक्षा कारणों से स्कूली बसों को भी रोका गया है। किसी भी व्यक्ति को पुल पार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस बल मौके पर तैनात है।
बीते 24 घंटे में जिले में औसत 0.803 इंच पानी गिरा है। अनूपपुर में 0.209 इंच, कोतमा में 0.512 इंच, बिजुरी में 1.157 इंच, जैतहरी में 1.457 इंच, वेंकटनगर में 1.035 इंच, पुष्पराजगढ़ में 0.189 इंच, अमरकंटक में 1.575 इंच और बेनीबारी में 0.291 इंच वर्षा दर्ज की गई।
समाचार 07 फ़ोटो 07
स्टेयरिंग हुआ फेल, अनियंत्रित होकर बस पलटी
अनूपपुर
जिले के राजेंद्रग्राम से गोपालपुर जा रही यात्री बस शुक्रवार को लखौरा के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसा तब हुआ जब अचानक बस का स्टेयरिंग फेल हो गया। बस में लगभग 12 यात्री सवार थे। इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ और सभी यात्री सुरक्षित हैं। घटना थाना राजेंद्रग्राम क्षेत्र के अंतर्गत लखौरा में हुई। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल था। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सभी यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। घटना थाना राजेंद्रग्राम क्षेत्र के अंतर्गत लखौरा में हुई। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल था। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सभी यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बस पलटने ने उसके कांच भी टूट गए। बस का ड्राइवर संतोष जायसवाल ने बताया कि बस राजेंद्रग्राम से गोपालपुर जा रही थी। बस का अचानक स्टेयरिंग फेल हो गया, जिससे बस बेकाबू होकर रोड के किनारे पलट गई। भगवान ने सभी यात्रियों को बचा लिया।
समाचार 08 फ़ोटो 08
तीन साल से फरार भालू के अंग रखने वाले दो आरोपी को वनविभाग ने किया गिरफ्तार
अनूपपुर
वन परिक्षेत्र राजेन्द्रग्राम में अनुसूचित वन के वन्यप्राणी भालू के अंग रखने वाले दो आरोपी जो 3 वर्षों से फरार रहे हैं, वनविभाग की टीम द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत करने के पर न्यायालय के आदेश पर जिला जेल भेजा है।
प्रकरण के संबंध में बताया गया कि वन परिक्षेत्र राजेन्द्रग्राम के छींदपानी बीट अंतर्गत थमरदर गांव में विगत 3 वर्ष पूर्व नागेंद्र सिंह के घर में खड़ी नागेन्द्र की बोलेरो के पीछे एक थैला में रखा अनुसूची वन श्रेणी के वन्यप्राणी भालू का सिर एवं चार नग पंजे मुखबिर की सूचना पर वनविभाग की टीम द्वारा जप्त की गई थी, इस दौरान डॉग एस्कॉर्ट से परीक्षण पर डांग के बुद्धेलाल पिता अमोली सिंह निवासी थमरदर के घर तक गया जिस पर पूछताछ के पहले ही बुद्धेलाल 3 वर्षों तक फरार रहा था, घटना के बाद आरोपियों के विरुद्ध वन्यप्राणी संरक्षक अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही थी, मुख्य आरोपी के घर वापस आने की सूचना मिलने पर बरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेंद्रग्राम शिवम कोष्ठी के नेतृत्व में टीम गठित कर परिक्षेत्र सहायक राजेंद्रगाम कुंवर सिंह सोर्ठे वनरक्षक बीटगार्ड छींदपानी भीषमदास,बीट गार्ड बम्हनी भूपेंद्र मांझी एवं बीट गार्ड पटना नागेन्द्र सोनी के द्वारा आरोपी बुद्धेलाल सिंह पिता अमोली सिंह एवं नागेंद्र सिंह पिता संभल सिंह दोनों निवासी थमरदर थाना राजेन्दगाम को गिरफ्तार कर राजेन्दगाम न्यायालय में प्रस्तुत किए जाने पर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया, इस दौरान मुख्य आरोपी बुद्धेलाल सिंह ने बताया कि वह 3 वर्ष पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही इलाके में देशी दवाई कराने गया रहा, उसे जंगल में एक भालू मृत स्थिति में मिलने पर टगिंया से चारों हाथ पैर के पंजे एवं सिर को काट कर थैला में रखकर ले आया था, आपसी रंजिश के कारण उसने थैला को गांव के ही नागेंद्र सिंह की बोलेरो के पीछे कमानी के पास बांधकर खुद ही वन विभाग को शिकायत की रही है।
समाचार 09 फ़ोटो 09
नदी नाले उफान पर,कई गांवों का संपर्क टूटा,छत्तीसगढ़ मार्ग बंद
शहडोल
जिले में हो रही रुक रुक कर बारिश के कारण कई नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। खासतौर पर जैतपुर के खपरखुटा नदी ने खतरे के निशान को पार कर लिया है, जिससे आसपास के कई गांवों का संपर्क टूट गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, खपरखुटा नदी का पानी पुल से चार फीट ऊपर बह रहा है। यह मार्ग छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाला एक भीतरी महत्वपूर्ण मार्ग है, जो कुंवरपुर और जनकपुर की ओर जाता है। ऐसे में, दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे यातायात पर असर पड़ा है।
थाना प्रभारी जिया उल हक ने कहा, हमें जैसे ही जानकारी मिली, हमने तुरंत मौके पर पुलिस बल को तैनात किया। दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें हैं। हम स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं और लोगों से सुरक्षित रहने की अपील कर रहे हैं। स्थानीय निवासी आशीष शुक्ला ने बताया कि यह मार्ग छत्तीसगढ़ को जोड़ने का एक भीतरी प्रमुख मार्ग है। नदी के उस पर कुंवरपुर एवं अन्य गांव के लोग जैतपुर बाजार एवं अस्पताल आते है। लेकिन नदी उफान में होने से लोगों को दिक्कत हो रही है। वहीं कई यात्री बसे भी पुल से पानी उतरने के इंतज़ार में खड़ी है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, आगामी दिनों में और बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। हालांकि प्रशासन अलर्ट है और निचले स्तरों में जल भराव जहां होने की संभावना है वहां पर लगातार प्रशासन के अधिकारी निगरानी बनाए हुए हैं।