तीन दिनों से चार हाथी, कई ग्रामीणों के तोड़े मकान, छीदपानी के जंगल में कर रहे विश्राम
अनूपपुर
चार हाथियों का समूह विगत तीन दिनों से राजेंद्रग्राम इलाके में विचरण कर रहा है जो दिन के समय जंगलों में ठहरने बाद रात होते ही आहार की तलाश में ग्रामीण अंचलो में पहुंचकर ग्रामीणों के घर में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा रहा है। गुरुवार के दिन चारों हाथी वन परिक्षेत्र,थाना राजेंद्रग्राम के छीटपानी बीट के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं।
चार हाथियों का समूह 14 जून की रात छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही इलाके से अनूपपुर जिले के जैतहरी,अनूपपुर क्षेत्र में विचरण करते हुए, विगत तीन दिन पूर्व वन परिक्षेत्र,थाना राजेंद्रग्राम के क्षेत्र में पहुंचकर विचरण कर रहा है, यह हाथी तीन दिन पूर्व बैहार के इलाके से पहाड़ चढ़ कर राजेंद्रग्राम के गिरारीखुर्द,शिवरीचंदास गांव में रात में विचरण करते हुए बुधवार की सुबह बघर्रा के जंगल में दिन में ठहरते हुए, रात होने पर बघर्रा से लोहारिनटोला से जोहिला नदी पार कर बसनिहा में अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग पर विचरण करते हुए, देर रात बरटोला,जींलग,छपानी होते हुए गुरुवार की सुबह छीदपानी बीट के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, हाथियों द्वारा रात गिरारीखुर्द गांव में नाहर सिंह,जय सिंह,गर्जन सिंह,शिवरीचंदास में हीरालाल सिंह के घरो में तोड़फोड़ करते दिन में बघर्रा के जंगल में ठहरने बाद रात मे जंगल से निकल कर बघर्रा निवासी गुलजार सिंह,बसनिहा निवासी संजय अवस्थी,रम्मू यादव,बरटोला निवासी रम्मू सिंह,जींलग निवासी कृष्णा सिंह,भगवान सिंह,छपानी निवासी श्यामलाल सिंह के घरों में तोड़फोड़ करते हुए छीदपानी के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, हाथियों के निरंतर विचरण पर वनविभाग का गस्तीदल स्थानीय ग्रामीणो एवं विभिन्न विभागों के साथ संपर्क बनाकर निरंतर निगरानी कर रहा है, इस बीच ग्रामीणों को सतर्क एवं सुरक्षित रहने की अपील की गई है, हाथियों के द्वारा किए जा रहे नुकसान पर राजस्व विभाग एवं वन विभाग की संयुक्त टीम मुआवजा प्रकरण तैयार कर रही है, हाथियों के फिर से उसी रास्ते एवं गांव से होकर आने पर ग्रामीण चिंतित एवं परेशान है।