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शराब दुकान बंद होने के बाद, डबल रेट में बेंची जा रही शराब, प्रशासन मौन, ठेकेदार के जेब मे नियम कानून
अनूपपुर
जिला मुख्यालय अनूपपुर में स्थित कंपोजिट शराब दुकान क्रमांक 01 व 02 के अलावाका पूरे जिले में ठेकेदार नियम कानून को अपने जेब मे रखकर जिला प्रशासन को दिन के उजाले व रात के अंधेरे में खुलेआम चुनौती दे रहा है, जिला प्रशासन व आबकारी विभाग शराब ठेकेदार का कुछ नही कर पा रही हैं। जब से 2025-26 में जिला अनूपपुर पूरे जिले का ठेका हुआ है, तब से ठेकेदार की मनमानी पूरी तरह शुरू है। अपने गुर्गो व लठैतों से दम पर गांव- गांव में पैकारी, रेट से ज्यादा दाम में शराब की बिक्री, ग्राहकों को बिल न देना, ग्राहकों के साथ अभद्रता करके धमकी देना शराब ठेकेदार के लिए आम बात हो गयी हैं। नए शराब के ठेका के बाद ठेकेदार के दुकानो की प्रशासन के पास लगातार शिकायत के साथ -साथ सोशल मीडिया व समाचारों में प्रकाशित होने के बाद भी प्रशासन एक दो मामले में जुर्माना करके अपना कोरम पूरा कर लेती हैं, शराब प्रेमियों को ठेकेदार लूट रहा है। रुपए का रुतबा, राजनैतिक पकड़ के कारण ठेकेदार नियम कानून की धज्जियां उड़ाकर प्रशासन को चैलेंज कर रहा है प्रशासन हाथ मे हाथ धरकर बैठकर नतमस्तक नजर आ रही है। जिला मुख्यालय अमरकंटक तिराहा अनूपपुर में स्थित कंपोजिट शराब दुकान क्रमांक 02 में दुकान बंद होने के बाद प्रतिदिन डबल रेट में शराब ग्राहकों को बेची जा रही हैं, इसकी शिकायत काफी दिनों से आ रही थी। 01 जून को रात 11.30 मिनट में शराब दुकान बंद होने के बाद कुछ लोग शराब दुकान शराब लेने पहुँचे, जब शराब दुकान के अंदर बैठे कर्मचारियों से ग्राहकों ने शराब देने की मांग की तो दुकान के कर्मचारियों ने प्रिंट रेट से डबल रेट में शराब देने की बात कही, चूंकि ग्राहकों को तो शराब चाहिए थी, इसलिए डबल रेट में शराब खरीद ली, और यह सब घटना मोबाइल के कैमरे में कैद हो गया। क्या जिले में शराब ठेकेदार इस तरह नियम कानून की धज्जियां उड़ाता रहेगा और जिला प्रशासन कुछ नही कर पायेगा। कलेक्टर अनूपपुर वीडियो पर संज्ञान लेकर कार्यवाही के लिए आदेश करेंगे या आबकारी विभाग जांच के नाम पर खानापूर्ति करके ठेकेदार के रुतबे को देखते हुए फिर एक बार आ अभयदान दे देगा।
*इस मामले को लेकर जिला आबकारी अधिकारी सावित्री भगत को उनके मोबाइल नम्बर पर कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नबी किया*
इनका कहना हैं।
आपसे जानकारी प्राप्त हुई है, कार्यवाही जरूर करेंगे।
*हर्षल पंचोली कलेक्टर अनूपपुर*
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आदिवासी की भूमि को गुप्ता परिवार ने फर्जी नामांतरण कराकर बेच दिया, कलेक्टर से न्याय की मांग
अनूपपुर
जिले में भूमाफियाओं का आतंक मचा हुआ है और आए दिन भूमि से संबंधित फर्जी नामांतरण रजिस्ट्री के मामले देखने को मिलते हैं, इसी तरह का एक मामला अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील का सामने आया है, जिसमें आदिवासी की भूमि किसी गुप्ता परिवार के द्वारा गलत तरीके से पूर्व के वर्षों में नामांतरण कराया जाकर अब किसी राजस्थान के निवासी धर्मेंद्र दलाल को विक्रय कर दिया गया है, जब वह आदिवासियों का कब्जा हटाने आया तब ज्ञात हुआ और प्रार्थी गण दरबदर न्याय पाने भटक रहे हैं।
*यह है पूरा मामला*
प्रार्थी बजारू सिंह पिता स्वर्गीय मौली सिंह निवासी ग्राम पड़री ग्राम पंचायत गोबरी,तहसील जैतहरी, जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश के निवासी द्वारा दिनांक 23 अप्रैल 2025 को कलेक्टर जिला अनूपपुर के समक्ष उपस्थित होकर लिखित शिकायत दर्ज कराया है की, मेरा भूमि खसरा नंबर 42 रकबा 6.369 हेक्टेयर है, जो वर्ष 1958- 59 से वर्ष 1972- 73 तक हमारे पूर्वज दादा बुद्धू सिंह के नाम पर दर्ज था, मुझ प्रार्थी आदिवासी की अवैध तरीके से वर्ष 1975 से सामान्य वर्ग के व्यक्ति रामेश्वर गुप्ता पिता कोदूलाल गुप्ता निवासी जैतहरी जिला अनूपपुर के नाम बिना रजिस्ट्री गलत तरीके से दर्ज कर लिया गया। रामेश्वर गुप्ता अब फौत हो चुका है, जिनके वारिसदारों का नाम वर्ष 2020-21 में बेवा गीता,दीपक, संजय, विनीता पिता जयंत,राजेंद्र स्वतंत्र, अरविंद, तुलना, सुकून, भारती पिता रामेश्वर गुप्ता के नाम दर्ज हो गया है।वर्तमान वर्ष 2025- 26 में इन अवैध वारिसदारों द्वारा उक्त भूमि को किसी बाहरी असामाजिक तत्व जो राजस्थान के निवासी हैं, उन्हें विक्रय कर दिया गया। खसरे में नामांतरण उपरांत धर्मेंद्र दलाल का नाम वर्तमान में दर्ज है, जबकि यह हमारी पुश्तैनी भूमि है, जिसे विधि विरुद्ध तरीके से हथिया लिया गया है। उक्त भूमि पर पूर्वजों के समय से हमारे परिवार का मकान तालाब बना हुआ कब्जा है, लेकिन वर्तमान में उन बाहरी आसामाजिक तत्व धर्मेंद्र दलाल के द्वारा अपने बाहरी गुंडो को लाकर हम आदिवासियों को डरा धमका करके गाली गलौज जान से मारने की धमकी देते हुए अवैध कब्जा किया जा रहा है। इनके द्वारा हमारे पुश्तैनी दो तालाब को जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर पलाऊ से पाट कर समतलीकरण कर दिया गया है, साथ ही एक मकान को तोड़कर नष्ट कर दिया गया है, अभी भी हमारे परिवार का शेष मकान खेत निर्मित है, जिस पर हमारा कब्जा बना हुआ है, परंतु इन बाहरी तत्वों के द्वारा अब कुछ स्थानों को तोड़कर अपना मकान निर्माण वा खेत संमतली करण कर ट्यूबवेल उत्खनन कर अवैध कब्जा कर लिया गया है, अतः निवेदन है कि रिकॉर्ड के आधार पर जांच करते हुए अवैध ऋण पुस्तिका को निरस्त कर हम गरीब आदिवासियों की भूमि वापस दिलाया जाए।
इनका कहना है:-
हमारे द्वारा उक्त भूमि पर वर्तमान कब्जे धारी भू स्वामी से पूछे जाने पर बताया गया कि यह भूमि मुझे जैतहरी निवासी संजय गुप्ता परिवार द्वारा विक्रय किया गया है जिस पर मैं खेती कर रहा हूं।
*धर्मेंद्र दलाल वर्तमान भूमि स्वामी ग्राम पड़री*
शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें हमने जांच व कार्यवाही हेतु एसडीएम जैतहरी को लेख किया है, परंतु इस प्रकरण को निपटाने हेतु राजस्व नियम के तहत आवेदक को 170 (ख)का दरखास्त न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी के समक्ष पेश करना होगा, जिसमें गलत तरीके से बनी हुई ऋण पुस्तिका निरस्त हो जाएगी।
*दिलीप पांडेय अपर कलेक्टर अनूपपुर*
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अवैध हथियार रखने व पशु तस्करी का फरार 2 आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अनूपपुर
जिले में मुखबिर सूचना पर से गुरूकृपा ढ़ाबे के पास अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू के मकान से आरोपगण मुस्तहीफ खान निवासी ग्राम उमरपुर जिला मुजफ्फरनगर (उ.प्र.) तथा मोहम्मद नसीम निवासी खूथी जिला सतना के कब्जे से एक पिस्टल मय कारतूस के जप्त की गई थी, जो कि उक्त पिस्टल लेकर पशु तस्करी को अंजाम देने जा रहे थे । उक्त मामले में आरोपीगण अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू तथा उसका भाई वाजिद खान घटना दिनांक से फरार थे । साथ ही 3 मई 2025 को ही उक्त आरोपियों द्वारा एक पिकअप में मवेशी भरवाकर ले जाने का प्रयास किया जा रहा था, जिस पर पशु क्रूरता अधिनियम तथा म.प्र. कृषि पशु परिरक्षण अधिनियम के अंतर्गत अपराध पंजीबध्द किया गया था, जिसमें आरोपी अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू फरार था । आरोपी पर पुलिस अधीक्षक द्वारा दस हजार रू का ईनाम भी घोषित किया गया था। इसी क्रम में थाना प्रभारी कोतमा के नेतृत्व में पुलिस के संयुक्त प्रयास एवं घेराबंदी से फरार पशु तस्कर अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू पिता मोहम्मद अखलाक निवासी कोतमा तथा उक्त दोनो मामलों में संलिप्त अन्य आरोपी पशु तस्कर मोहित सिंह परिहार पिता सतेन्द्र सिंह परिहार निवासी ग्राम इटमा थाना नागौद जिला सतना हाल निवासी बुढार को गिरफ्तार किया गया है । दोनों आरोपियों पशु तस्करों को न्यायालय पेश कर पुलिस रिमांड प्राप्त किया जा रहा है । आरोपियों से पूछतांछ कर आगे कार्यवाही जारी है।
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सूखी बोरिंग और खुले कुओं से जानवरों को खतरा, समय रहते प्रशासन ने बचाई गाय की जान
अनूपपुर
नगर पालिका परिषद पसान वार्ड क्रमांक 10, भालूमाड़ा के 03 नंबर दफाई निवासी डेयरी संचालक अम्मार खान की गाय सुबह लापता हो गई थी। डेयरी संचालक को पता चला कि उसकी गाय पसान 3 नंबर दफाई सड़क मार्ग पर स्थित स्व. रामटहल जायसवाल की भूमि पर खुदे सूखे कुएं में गिर गई है। इसकी सूचना डेयरी संचालक ने सुबह 5 बजे नगर पालिका अध्यक्ष पसान राम अवध सिंह को फोन के माध्यम से दी और सहायता की गुहार लगाई। नगर पालिका अध्यक्ष राम अवध सिंह ने तुरंत कर्मचारियों को मौके पर भेजा और हर संभव मदद का भरोसा दिया। साथ ही धीरेंद्र सिंह उर्फ मिन्नू ने मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल जेसीबी मशीन मौके पर भेजी और स्वयं भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
कुएं में गिरी गाय को निकालने के लिए कामता पटेल (निवासी कदमटोला) और अजय यादव (निवासी 4 नंबर दफाई) ने अपनी जान की परवाह किए बिना अथक प्रयास किया और अंततः गाय को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यह भी उजागर हुआ कि भूमि स्वामी स्व. रामटहल जायसवाल के पुत्रों द्वारा वर्षों से खुदे सूखे कुएं और बोर को खुला छोड़ दिया गया है, जिससे आए दिन पालतू जानवर और मवेशी इनमें गिरते रहते हैं। प्रशासन से अपील की गई है कि खुले बोर और कुओं को तत्काल मिट्टी से भरवाया जाए ताकि भविष्य में कोई जानलेवा हादसा न हो।
गाय के गिरने वाले स्थान से कुछ कदम की दूरी पर खुला सूखा बोर भी पाया गया, जिससे भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। उल्लेखनीय है कि भालूमाड़ा 03 नंबर दफाई के युवा भारी संख्या में इस स्थान पर क्रिकेट और फुटबॉल खेलने एकत्र होते हैं, जिससे किसी भी दिन गंभीर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नगर पालिका प्रशासन एवं जिला कलेक्टर महोदय से अनुरोध है कि सूखे खुले बोर और कुओं को तत्काल बंद करवाया जाए। अविलंब मिट्टी से भरवाकर दुर्घटना की आशंका को समाप्त किया जाए। पशु व मानव जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
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अस्पताल स्टाफ को यूनिफॉर्म भत्ते का भुगतान लंबित, कर्मचारी संगठन ने दी आंदोलन की चेतावनी
अनूपपुर
कोल इंडिया लिमिटेड की सह कंपनी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के अधीनस्थ कोयला मजदूरों के परिजनों के इलाज के लिए बनाए गए, हॉस्पिटल स्टाफ को यूनिफॉर्म भत्ते की राशि अब तक न मिलने से कर्मचारियों में गहरा असंतोष व्याप्त है। निराश स्टाफ अब अपनी टूटती उम्मीदों और अधिकारों की उपेक्षा से त्रस्त होकर संगठन के माध्यम से घेराव और प्रदर्शन करने को मजबूर हो गया है।
कोयलांचल के अंतर्गत जमुना कोतमा क्षेत्र में कार्मिक विभाग की मनमानी का असर अब पूरे क्षेत्र में देखा जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण हॉस्पिटल स्टाफ की यूनिफॉर्म राशि से संबंधित है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिसंबर माह में सीएमओ , अकाउंट्स तथा महाप्रबंधक से अनुमोदन प्राप्त होने के बावजूद फाइल पिछले चार महीनों से पर्सनल विभाग में धूल खा रही है। पर्सनल विभाग के पास न तो पर्याप्त समय है और न ही गंभीरता, जिससे वे इस फाइल को सिस्टम में भेजकर भुगतान की प्रक्रिया पूरी कर सकें। यह स्थिति अत्यंत शर्मनाक है, विशेषकर उन स्टाफ के लिए जो अपने परिचय पत्र के साथ ईमानदारीपूर्वक ड्यूटी एवं पेशेंट सेवा में समर्पित हैं।
इस संबंध में कोयला मजदूर सभा एच एम एस के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्रीकांत शुक्ला ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अब संगठन हॉस्पिटल स्टाफ को और निराश नहीं होने देगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मई माह के वेतन के साथ यूनिफॉर्म राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो संगठन महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष क्षेत्रीय कार्मिक विभाग का घेराव कर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने आगे कहा कि यदि इस दौरान कोई अव्यवस्था या गतिरोध उत्पन्न होता है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी क्षेत्रीय कार्मिक विभाग की होगी।
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तालाब को पाटने की साजिश पर प्रशासन की सख्ती, एसडीएम के हस्तक्षेप से रुका गैरकानूनी कार्य
अनूपपुर
कोतमा नगर के वार्ड क्रमांक एक स्थित रेलवे के ओवर ब्रिज के पास बने एक पुराने तालाब को मिट्टी डालकर पाटने का काम रेलवे ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था। स्थानीय नागरिकों की सतर्कता और सूझबूझ के चलते यह मामला संबंधित राजस्व अधिकारियों तक पहुँचा, जिसके बाद एसडीएम अजीत तिर्की के तत्काल हस्तक्षेप से इस अवैध गतिविधि पर रोक लगाई गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून की शाम से रेलवे ठेकेदार द्वारा तालाब में मिट्टी डालकर उसे पाटने का कार्य शुरू कर दिया गया था। जबकि प्रशासन द्वारा लहसुई गाँव के पास पहाड़ी नुमा इलाके से मिट्टी निकालकर रेलवे कार्यों हेतु ट्रकों से ले जाने की अनुमति दी गई थी। इसके विपरीत ठेकेदार ने षड्यंत्रपूर्वक पहाड़ी क्षेत्र से मिट्टी निकालकर खसरा नंबर 318 में स्थित सार्वजनिक तालाब को पाटना शुरू कर दिया। स्थानीय ग्रामीणों ने इस अवैध कृत्य की सूचना अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को दी, जिनके निर्देश पर पटवारी अभिमन्यु पाल को मौके पर भेजकर कार्य पर तत्काल रोक लगवाई गई। यह मामला भूमि माफियाओं और भ्रष्ट तत्वों की उस साजिश का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसके तहत तालाबों को पाटकर ऊँचे दामों पर बेचा जाता है।
गौरतलब है कि तालाब न केवल जल संरक्षण का प्रमुख स्रोत होते हैं, बल्कि पशु-पक्षियों और आमजन के लिए जीवनदायिनी भूमिका निभाते हैं। सरकार एक ओर करोड़ों-अरबों रुपए खर्च कर जल स्रोतों का संरक्षण और पुनरुद्धार कर रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसे कृत्य इस उद्देश्य को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। पर्यावरण प्रेमियों और क्षेत्रीय नागरिकों ने शासन से माँग की है कि षड्यंत्रकारी भूमाफियाओं और संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए तथा तालाब पाटने में प्रयुक्त वाहनों को जब्त कर कानूनी कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में कोई इस प्रकार की हरकत करने का दुस्साहस न करे।
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श्री बागेश्वर कसौधन वैश्य समाज के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का प्रथम नगर आगमन हुआ भव्य स्वागत
समाचार
शहडोल श्री बागेश्वर कसौधन वैश्य समाज के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गुप्ता के प्रथम नगर आगमन पर उनका भव्य स्वागत किया गया। होटल कृष्णा में आयोजित स्वागत समारोह मे अपने प्रदेश इकाई के साथ मध्यप्रदेश के नवीन प्रदेशाध्यक्ष गणेश गुप्ता के साथ जबलपुर जिला अध्यक्ष अश्विनी गुप्ता कोषाध्यक्ष विजय गुप्ता कार्यकारिणी सदस्य अजय गुप्ता व मीडिया प्रभारी अश्विनी गुप्ता का आगमन हुआ। सर्वप्रथम बाबा बागेश्वर की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, प्रदेशाध्यक्ष व उनकी टीम के प्रथम नगर आगमन पर कसौधन वैश्य समाज संभाग शहडोल के सदस्यों ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर शाल श्रीफल तथा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया, इसके उपरांत गणेश गुप्ता समाज के सदस्यों के साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया। समाज के वरिष्ठ जनो ने सभी अतिथियों को रामनाम पट्टिका पहना कर स्वागत किया।
इसके उपरांत प्रदेशाध्यक्ष द्वारा शहडोल इकाई अध्यक्ष मनोज गुप्ता व उनकी इकाई के सदस्यों के साथ प्रदेश की कार्यकारिणी समिति गठित करने को लेकर वन टु वन चर्चा कर शहडोल संभाग को प्रतिनिधित्व देने की इच्छा व्यक्त की व कहा कि आप विचार विमर्श कर कर्मठ व समाज सेवी लोगों के नाम दे जिससे उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में जगह दी जाय। साथ ही उन्होंने विविध प्रकार के सुझाव मांगे व उन्होंने समाज के विकास हेतु अपने विचार भी रखे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने शहडोल के *वीर* *सपूत* " सोमिल गुप्ता " जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में अपनी भूमिका का निर्वहन किया था, उनका सम्मान उनके माता-पिता प्रमोद गुप्ता के साथ किया गया। उक्त कार्यक्रम में शहडोल इकाई के सचिव बृजेंद्र गुप्ता द्वारा शहडोल इकाई द्वारा किए गए सामाजिक विकास एवं सांस्कृतिक कार्यो का लेखा-जोखा अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत किया।समाज के सैकड़ो की संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई व सामाजिक विकास पर अपने विचार व्यक्त किए वही आभार व्यक्त कर समापन की घोषणा की गई।
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मृत मादा तेंदुआ का मिला कंकाल, किया अंतिम संस्कार, जांच जारी
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बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के पतौर परिक्षेत्र अंतर्गत मझौली गांव में तेंदुए का कंकाल मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार यह कंकाल राजस्व क्षेत्र में स्थित एक स्थल पर मिला है।
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय, एसडीओ पनपथा भूरा गायकवाड़, वन परिक्षेत्राधिकारी अर्पित मैराल, एनटीसीए प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र प्रजापति, सरपंच मूलचंद जायसवाल सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना स्थल की जांच में डॉग स्क्वॉड की भी मदद ली गई तेंदुए की मृत्यु के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, हालांकि प्रारंभिक जांच से यह अनुमान है कि मृत तेंदुआ लगभग दो सप्ताह से मांसाहारी वन्य प्राणियों का शिकार बना रहा। शनिवार शाम को बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के वन्य प्राणी चिकित्सक राजेश तोमर और मानपुर के पशु चिकित्सक विपिन चंद्र आदर्श ने पोस्टमार्टम कर मौके पर ही तेंदुए का अंतिम संस्कार किया।
डॉ. अनुपम सहाय ने बताया कि एनटीसीए नई दिल्ली और मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक कार्यालय, भोपाल के निर्देशों के अनुसार त्वरित कार्यवाही कर स्थल को सुरक्षित किया गया है। डॉग स्क्वॉड और टीम द्वारा आसपास के क्षेत्र की गहन जांच की गई है। मामले में वन अपराध क्रमांक 446/12 के तहत प्रकरण दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
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रेलवे स्टेशन की बदहाली, गंदगी, बदबू और अव्यवस्था से आमजन परेशान, रेलवे प्रबंधन मौन
अनूपपुर
रेलवे स्टेशन और रेलवे कॉलोनी इन दिनों गंदगी के ढेर में तब्दील हो चुके हैं। नालियों का पानी जाम है, चारों ओर दुर्गंध फैली हुई है, और रेलवे परिसर में स्वच्छता पूरी तरह नदारद है। स्थानीय निवासियों और यात्रियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन रेलवे प्रबंधन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। नगर पालिका परिषद कोतमा के सफाई कर्मचारियों द्वारा स्टेशन परिसर में सफाई करने पर भी रेलवे प्रशासन ने रोक लगा दी है। ऐसे में न सफाई हो रही है और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। स्टेशन परिसर के अंदर व आसपास बदबू और गंदगी से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय नागरिकों ने डीआरएम बिलासपुर से इस संबंध में कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। रेलवे प्रबंधन की उदासीनता से नाराज़ लोगों ने सोशल मीडिया पर भी आवाज़ उठाई है। एक यूजर ने लिखा, "इस गर्मी के मौसम में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है और आप बात कर रहे हैं सफाई की!" यह बयान स्थिति की गंभीरता को उजागर करता है। स्टेशन पर न तो यात्रियों के लिए साफ पेयजल की व्यवस्था है और न ही बैठने के लिए साफ जगह। रेल कर्मचारियों की कॉलोनी की हालत भी दयनीय है, जिससे रेलवे परिवारों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग से आमजन की मांग है कि कोतमा स्टेशन की सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए और जल्द से जल्द स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। अन्यथा, जनता को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।