भूमि को हड़पने के लिए एक परिवार को रिश्तेदारों ने गेट में ताला लगाकर किया नजरबंद
*शिकायत के बाद पुलिस ने नही की कोई भी कार्यवाही*
शहडोल
जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में निवासरत एक परिवार को उसके ही रिस्तेदारों ने गेट में तालाबंदी कर पिछले 24 घंटे से भी अधिक समय से नजर बंद कर रखा हैं। किसी तरह दीवार कूदकर परिवार का मुखिया बुढ़ार थाना पहुँचा और इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कड़ी कार्यवाही करने के बजाए पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य अपराध बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया।
इस संबंध में बुढ़ार थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 15 ईरानी मोहल्ला के बगल में रहने वाले मोहम्मद मजीद पिता मोहम्मद सईद 42 वर्ष ने थाने में दी गईं लिखित शिकायत में आरोपित किया हैं कि वह उक्त स्थान पर अपना मकान बनाकर वर्षो से अपने परिवार के साथ रहता हैं। मेरे अलावा उक्त बाड़ा के अंदर मेरे दो अन्य रिस्तेदारों का भी घर हैं। जिस स्थान पर मेरा मकान हैं वहाँ पर मेरी माँ की पुस्तैनी ज़मीन मौजूद हैं। जिसके खसरे में मेरी माँ का नाम भी दर्ज हैं। उक्त भूमि को मेरे उक्त रिस्तेदार हड़पना चाह रहें हैँ। जिसके लिये वह आए दिन नए नए हथकंडे अपनाते रहते हैँ। ताकि मै उक्त स्थान से भयभीत होकर कहीं और चला जाऊ।
इसके लिए मेरे रिश्तेदार मोहम्मद रईस एवं उसके पुत्र सलीम शहजादा बाड़ा के मुख्य संयुक्त निकासी मार्ग के गेट में ताला लगा दिया गया हैं। जिस कारण मै एवं मेरे परिवार के लोग पिछले 24 घंटे से भी अधिक समय से बाड़ा के अंदर कैद हैं। किसी तरह बाउंड्रीवाल कूदकर मैने थाना तक जाकर अपनी लिखित शिकायत सौंपी लेकिन पुलिस द्वारा अब तक कोई ठोस कार्यवाही आरोपीगणो के खिलाफ नही की गईं हैं। और अभी तक गेट में ताला जड़ा हुआ हैं।
शिकायत कर्ता ने बताया की इस ताला बंदी के कारण मेरी बच्चियों को स्कूल से वापसी के बाद घर के अंदर आने में काफी परेशानी उठानी पड़ी। मेरी पुत्री को अपनी जान जोखिम में डालकर बाड़ा की बाउंड्रीवाल कूदकर घर के अंदर आना पड़ा। आरोपियों के इस कृत्य से मै एवं मेरा परिवार काफी डरा सहमा हुआ हैं। मेरी बच्चिया इतनी भयभीत हो गईं हैँ कि वह अब स्कूल जाने से भी डर रही हैं। उन्हें भय सता रहा हैं कि अगर वह बाहर निकलेंगी तो उनके साथ रिस्तेदारों द्वारा मारपीट की जाएगी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह पेशे से मोटर मैकेनिक हैं और उसकी गैरेज शहडोल में हैँ। इसलिए वह हर सुबह अपनी दुकान शहडोल चला जाता हैं और रात्रि में घर लौटता हैं।मुझे यह भी अंदेशा हैं कि मेरी गैर मौजूदगी में मेरे परिवार के साथ किसी प्रकार की अनहोनी न हो जाए। ऐसी स्थिति में इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी मेरे रिस्तेदार मोहम्मद रईस, उसके पुत्र सलीम शहजादा एवं रसीद उर्फ़ गुड्डा मिस्त्री की होंगी। पीड़ित ने बाड़ा के मुख्य सार्वजनिक गेट में बल पूर्वक लगाए गए ताला को खुलवाने के साथ साथ अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई हैं।