13 जिलों में माता शबरी के नाम से रखा जाएगा कन्या शिक्षा परिसरों का नाम

जनजातीय कोल समाज प्राचीन काल से ही अपनी वीरता एवं गंभीरता के लिए जाना जाता है- मुख्यमंत्री

*जनजातीय समाज का गौरवशाली इतिहास, देश की स्वतंत्रता व विकास में महत्वपूर्ण योगदान*

*13 जिलों में माता शबरी के नाम से रखा जाएगा कन्या शिक्षा परिसरों का नाम*


 शहडोल

जनजातीय समाज का समृद्ध एवं गौरवशाली इतिहास रहा है, समाज ने देश की स्वतंत्रता एवं विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जनजातीय कोल समाज प्राचीन काल से ही अपनी वीरता एवं गंभीरता के लिए जाना जाता है। जनजातीय समाज के अनेकों नायकों ने अपना बलिदान देकर जल, जंगल, जमीन एवं अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करके देश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में जहां कोल जनजाति के लोग निवासरत हैं, जिनके पट्टे नहीं बने हैं, उनकी जांच कराकर पट्टा देने का कार्य करेगी। क्रांतिकारी देशभक्त जनजातीय महानायक भगवान बिरसा मुण्डा की पुण्य तिथि पर बिरसा मुण्डा मेडिकल कॉलेज शहडोल में उनकी प्रतिमा तथा बाणसागर जलाशय में बाणभट्ट की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।  जनजातीय समाज के बेटा, बेटियों की शिक्षा तथा कोचिंग का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। प्रदेश के सभी संभागों में 24-24 करोड़ के लागत वाले 100-100 सीटर बालक एवं बालिका छात्रावास एवं परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएंगे । प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव  आज ब्यौहारी में आयोजित राज्य स्तरीय कोल जनजातीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज 11 वर्ष का कार्यकाल पूरा हुआ है। उनके नेतृत्व में देश का मान एवं सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी ने समाज के सभी वर्गों के विकास में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। तेजी से देश का विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री जी के 4 मिशन गरीब, युवा,नारी एवं अन्नदाता के विकास के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि 4 करोड़ लोगों को पक्के आवास दिए गए हैं। जो लोग छूट गए हैं उनका भी सर्वे करके पक्के आवास देने का कार्य सरकार करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रक्षाबंधन में प्रदेश की लाडली बहनों को उपहार स्वरूप 250 रूपए  सप्रेम दिया जाएगा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातियों पर होने वाले झूठे प्रकरणों की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुण्डा की जीवनी स्कूली पाठ्क्रम में शामिल करने  तथा 13 जिलों में कन्या शिक्षा परिसरों का नाम माता शबरी के नाम से रखने की घोषणा की। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य स्तरीय कोल जनजातीय सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलन, कन्या पूजन तथा भगवान बिरसा मुण्डा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। 

*जिले के विकास के लिए दी अनेक सौगातें* 

मुख्यमंत्री ने ब्यौहारी में आयोजित प्रदेश स्तरीय कोल जनजातीय सम्मेलन में जिले के विकास के लिए अनेक सौगातें देने की घोषणा की। शहडोल नगर की पेयजल व्यवस्था  के लिए जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से 28 करोड़ रूपये, ग्राम पंचायत निपनिया में कॉलेज खोलने, सरसी आईलैण्ड में जल पर्यटन को विकसित करने, जयसिंहनगर तहसील के चरकी डोल से ओदारी नदी में 13 करोड़ रूपये की लागत से पुल का निर्माण करने, जिला सतना के रामपुर बघेलान तहसील के भगदेवरा किला का जीर्णोद्धार कराने की घोषणा की। 

भगवान बिरसा मुंडा की पुण्य तिथि के अवसर पर ब्यौहारी में आयोजित कोल जनजातीय सम्मेलन में कोल जनजातीय संस्कृति एवं परंपरा पर आधारित लगाई गई प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अवलोकन किया तथा प्रदर्शनी की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर ब्यौहारी में आयोजित कोल जनजातीय सम्मेलन में 79.06 करोड़ रूपये की लागत से 55 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 244.09  करोड़ रूपये की लागत से 52 विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।

मुख्यमंत्री का शहडोल के ब्यौहारी में आयोजित राज्य स्तरीय कोल जन जातीय सम्मेलन में पहुंचने पर स्थानीय कलाकारों द्वारा जनजातीय संस्कृति के अनुरूप  पारंपरिक लोक नृत्यों गुदुम बाजा, शैला व कर्मा नृत्य एवं गायन के साथ स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर ब्यौहारी में आयोजित कोल जनजाति सम्मेलन में सहभागिता निभाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया।  

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