हाईवे में चक्का जाम, हंसराज के हत्या का परिजनों ने लगाया आरोप, भारी पुलिस बल तैनात
*ढाबा में छापा मारकर किया सील, पुलिस ने संदेहियों से पूछताछ की शुरू*
अनूपपुर
हाईवे के समीप संचालित राजदरबार ढाबे में शराब पीने के दौरान उपजे विवाद के बाद मारपीट किए जाने से बुढ़ानपुर निवासी हंसराज महरा 48 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है। शरीर में जगह जगह आई चोट के निशान के बाद आक्रोशित परिजनों के द्वारा हत्या का आरोप लगाते हुए शनिवार को दोपहर 2 घंटे तक शव को हाइवे में रखकर जाम कर दिया। हत्यारे की गिरफ्तारी एवं प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया। जाम की सूचना पर एसडीएम अजीत तिर्की,एसडीओपी आरती शाक्य ,थाना प्रभारी सुंद्रेश सिंह सहित भालूमाडा , बिजरी , यातायात हाईवे प्रभारी सहित भारी संख्या में पुलिस बल भी पहुंच गई।
घटना के बारे में बताया जाता है कि हंसराज महरा एवं तीन लोग हाईवे किनारे स्थित एक ढाबे में बैठकर शराब पिए थे । उसी दौरान मारपीट की भी घटना हुई थी। मारपीट के कुछ देर बाद हंसराज का शव पाया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी एवं ढाबा पर कार्यवाही की मांग को लेकर 2 घंटे तक चले जाम एवं प्रदर्शन के दौरान मृतक के परिजन एवं ग्रामीणों द्वारा हत्या के दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने एवं अपराध का पर्याय बन चुके ढाबे को बंद कराते हुए संचालक पर भी कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे। एसडीएम एवं एसडीओपी द्वारा जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सहित अवैध ढाबा पर कार्यवाही का भरोसे दिलाए जाने के बाद जाम समाप्त हुआ।
*संदेहियों से पूछताछ शुरू*
पुलिस के द्वारा मामले से जुड़े दो संदेहियों को अभिरक्षा में ले लिया गया है वहीं घटनास्थल ढाबा के संचालक एवं कर्मचारियों को भी उठाते से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार हाईवे किनारे संचालक उक्त ढाबा में प्रशासन का खुला संरक्षण होने के कारण आधी रात तक वहां शराब परोसी जाती है एवं अपराधियों का जमघट लगने के साथ आपराधिक गतिविधियों का केंद्र बिंदु बना हुआ है।
*ढाबा में छापा मारकर किया शील*
खुलेआम ढाबे में हुई शराबखोरी के बाद हुए विवाद पर मारपीट की घटना के बाद ढाबा से कुछ दूर मिले हंसराज की लाश के बाद शनिवार को एसडीओपी आरती आरती शाक्य द्वारा ढाबा में छापेमारी कर शील कर दिया। बताया जाता है इसी प्रकार पूर्व में भी ढाबा में कर्मचारी को शराब पिलाते हुए मौत के घाट उतारकर शव को 100 किलोमीटर दूर शहडोल जिले में फेका गया था। जिसका मामला भी कोतमा न्यायालय में विचाराधीन है। मृतक के द्वारा मारपीट से घायल अवस्था में ही अपने बेटे को फोन कर जान बचाने की गुहार लगाई गई थी इसके कुछ देर बाद ही उसका शव संदिग्ध हालत में पाया गया जिसने शरीर के विभिन्न जगहों पर चोट के भी निशान रहे।
इनका कहना है।
मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। मामले से जुड़े कई संदेहियों को पकड़ पूछताछ जारी है। ढाबे पर सर्चिंग कर शील किया गया है।
*आरती शाक्य, एसडीओपी कोतमा*