रेलवे स्टेशन की बदहाली, गंदगी, बदबू और अव्यवस्था से आमजन परेशान, रेलवे प्रबंधन मौन
अनूपपुर
रेलवे स्टेशन और रेलवे कॉलोनी इन दिनों गंदगी के ढेर में तब्दील हो चुके हैं। नालियों का पानी जाम है, चारों ओर दुर्गंध फैली हुई है, और रेलवे परिसर में स्वच्छता पूरी तरह नदारद है। स्थानीय निवासियों और यात्रियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन रेलवे प्रबंधन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। नगर पालिका परिषद कोतमा के सफाई कर्मचारियों द्वारा स्टेशन परिसर में सफाई करने पर भी रेलवे प्रशासन ने रोक लगा दी है। ऐसे में न सफाई हो रही है और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। स्टेशन परिसर के अंदर व आसपास बदबू और गंदगी से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय नागरिकों ने डीआरएम बिलासपुर से इस संबंध में कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। रेलवे प्रबंधन की उदासीनता से नाराज़ लोगों ने सोशल मीडिया पर भी आवाज़ उठाई है। एक यूजर ने लिखा, "इस गर्मी के मौसम में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है और आप बात कर रहे हैं सफाई की!" — यह बयान स्थिति की गंभीरता को उजागर करता है। स्टेशन पर न तो यात्रियों के लिए साफ पेयजल की व्यवस्था है और न ही बैठने के लिए साफ जगह। रेल कर्मचारियों की कॉलोनी की हालत भी दयनीय है, जिससे रेलवे परिवारों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग से आमजन की मांग है कि कोतमा स्टेशन की सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए और जल्द से जल्द स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। अन्यथा, जनता को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।