सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परासी में गर्भवती महिला के परिजनों साथ हुआ दुर्व्यवहार
नर्स पर धमकी देने व इलाज में लापरवाही के लगे गंभीर आरोप*
अनूपपुर/
जिले के परासी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) परासी में एक गर्भवती महिला और उसके परिजनों के साथ हुआ दुर्व्यवहार चर्चा का विषय बना हुआ है। मरीज के परिजनों ने नर्स राजकुमारी उरेती पर लापरवाही, अभद्र व्यवहार और इलाज में लापरवाही करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
*नर्स ने नहीं किया सही इलाज*
रीतू यादव (गर्भवती) को उनके जेठ हरी प्रसाद यादव प्रसाद ने 108 एंबुलेंस के माध्यम से रात में सीएचसी परासी लाया। उस समय नर्स राजकुमारी उरेती ड्यूटी पर थीं, लेकिन वह हॉस्पिटल में सो रही थीं उन्हें जगाने के बाद भी उन्होंने मरीज का उचित इलाज नहीं किया और वापस सो गईं। सुबह होने पर उन्होंने रीतू यादव और परिजनों के साथ दुर्व्यवहार किया और कहा कि डिलीवरी कराने के लिए नर्स नहीं है अभी एक महीने बाद डिलीवरी होगी"जबकि मरीज की हालत गंभीर थी।
*इलाज करने से किया मना*
सुबह जब रीतू यादव की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें दोबारा एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया। इस बार नर्स राजकुमारी ने साफ़ मना कर दिया कि यह मरीज कोटमी वाले है, हम इनका इलाज नहीं करेंगे इन्हें अनूपपुर भेजो उन्होंने अपने जूनियर स्टाफ नर्स पर भी दबाव डाला कि वे रीतू का इलाज न करें। साथ ही, मरीज के परिजनों के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और धमकाने जैसी हरकतें कीं।
*मरीजों का टूट रहा विश्वास*
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। परिजनों का कहना है कि नर्स का यह व्यवहार न केवल अनैतिक है, और इस प्रकार की नीति और बदले की भावना में कभी भी मरीजों के अन होनी कर सकती है इन्हीं नर्स की लापरवाही के कारण से दे रहे ईमानदार डाक्टर नर्स के सेवा पर भी असर पड़ रहा और सरकारी हॉस्पिटल से ग्रामीणों की विश्वास टूट रहा है नर्स की यह कृत ने पूरा सिस्टम को एक चुनौती दे रहा है स्वास्थ्य सेवाओं पर विश्वास को भी ठेस पहुंचाता है। उन्होंने नर्स राजकुमारी उरेती के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई और उनका तत्काल स्थानांतरण करने की मांग की है।
इनका कहना है
यह जानकारी आप मुझे दिए मै देख लेता हुन, इस मामले में इस प्रकार की हरकत की गई है तो कार्यवाही किया जाएगा।
*धनीराम सिंह बीएमओ अनूपपुर*