राजू व रेउसा सरपच ने पुराने हल्का पटवारी मिथलेश मिलकर, हड़प ली अजय राव की भूमि
अनूपपुर
पूरे जिले मे इस समय पुरे विभागों मे खुलेआम भृष्टाचार का आलम हैं खाकी और खादी का मीठे सम्बन्ध से गरीब जनता पिस रही हैं, खासकर राजस्व विभाग खुलेआम जनता के मनमाना बर्ताव किया जा रहा हैं, जबसे तिवारी और टांडिया की जुगल जोड़ी बनी हैं, आये दिन जमीनी विवाद को लेकर किसानो के बीच लड़ाई झगडे हो रहे हैं वा खुनी संघर्ष जारी हैं।
*जब सैया कोतवाल तो डर काहे का*
ग्रामीनों से मिली जानकारी के अनुसार पटवारी मिथलेश तिवारी जी का पुलिस विभाग मे अच्छा खाशा पकड़ हैं, क्योंकि इनके ही घर का एक सदस्य अनूपपुर जिले मे पुलिस विभाग मे पदस्थ हैं, इसलिए थाना सँभालने की जिम्मेदारी इनकी रहती है और राजस्व विभाग की तो बात हीं निराली है, क्योंकि वहा टांडिया साहब बैठे हैं।
*राहगीर को बना दिया वारिस दार*
रेउसा पंचायत का मामला सामने आया है, जहा पर इनके के द्वारा प्रमाणित किया गया है, जिसमे पंचायत के मुखिया का समर्थन मिल गया है, वर्षो से हीं अजय राव के पुरखो के ज़मीन रेउसा मे पड़ी थी, जिसमे रेउसा सरपंच की नज़र थी, तुरंत ही अपने पंचायत के पंच को सक्रिय कर ज़मीन हड़पने का प्लान तैयार कर लिए और कोठी निवासी अंजनी राव नामक व्यक्ति को पकड़ कर डायरेक्ट अजय राव के परिवार का सदस्य बनाकर सेजरा तैयार कर पटवारी साहब को सौप दिया गया।
*वार्ड पंच ने खरीद ली ज़मीन*
मजे की बात तो यह हैँ की जैसे ही अंजनी राव क़े नाम जमीन हुई, तुरन्त हीं लेन देन का सिलसिला चालू हो गया, जमीन रेउसा पंचायत मे वारिसदार कोठी पांचायत का पट्टे राजेस्ट्री मे गवाह ख़मरौध पांचायत का और खरीदी करने वाले रेउसा पंचायत क़े जन प्रतिनिधि, थाने कीं जिम्मेदारी पटवारी साहब व राजस्व विभाग टांडिया सम्हालेंगे और ज़मीनी मसला खुद रेउसा पंचायत की जिम्मेदारी। पीड़ित परिवार ने कोतमा थाने सहित पुलिस कप्तान से मिलकर लिखत शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी हैँ परन्तु वजनदारी ज्यादा होने क़े कारण 15 दिवस गुजर जाने क़े बाद भी आज दिनाक तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हैँ