खुलेआम अवैध कोयला हो रहा उत्खनन, पुलिस व खनिज विभाग मौन, कब होगी कार्यवाही
अनूपपुर
अनूपपुर शहडोल के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत केशवाही और जमुनिया के बार्डर नदी पर इन दिनों भारी मात्रा में कोयला उत्खनन किया जा रहा है, लगभग एक से दो ट्रक कोयला निकाल कर ट्रांसपोर्ट किया जाता है। हैरानी की बात तो यह है कि चौकी के बगल से कोयला खुदाई किया जा रहा है, वही चौकी प्रभारी झरिया से पूछे जाने पर कहा जाता है पहले कोयला खुदाई होता था, अब नहीं हो रहा है, जबकि रोजाना जेसीबी पोकलेन से कोयला खुदाई किया जा रहा है, कई फिट नीचे तक खुदाई किया जाता है, यहां तक कि बिजली मोटर, डीजल पंप लगाकर कोयला खदान से पानी निकलकर कोयला खुदाई किया जा रहा है। अधिकारी कोयला माफिया से जुड़कर अवैध कोयला उत्खनन कर परिवहन करते हैं। जिससे भाजपा मोहन सरकार की छवि धूमिल हो रही है।। आखिर क्यू अधिकारी ऐसे कोयला माफिया से डर रहे हैं, क्यों अपनी नौकरी दांव पर लगाकर कोयला माफिया की तरफदारी कर रहे हैं। कितना कमीशन पर बिक चुके हैं चौकी प्रभारी झरिया और माइनिंग के आला अधिकारी, जब इस विषय में जैतपुर विधान सभा के विधायक जयसिंह मरावी से बात किया गया तो वो जांच कराकर कड़ी कार्यवाही की बात कही। लेकिन जांच होगा ऐसा प्रतीत नहीं होता, वही कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ये कोयला तस्कर बड़े बड़े नेताओं और माफियाओं से जुड़े हुए है, कोई राजा नमक व्यक्ति अवैध कोयले का कार्य कर रहा है, जो बुढार का रहने वाला है, राजनीति में अच्छी पकड़ बनाया हुआ है, खदान का मुख्य संचालन मौके पर बाबू उर्फ प्रेम प्रकाश शर्मा नामक व्यक्ति कर रहे हैं। इतने बड़े पैमाने पर कोयला उत्खनन हो रहा है। जिससे मध्यप्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। अब देखना होगा की मोहन यादव का बुलडोजर ऐसे कोयला माफियाओं पर चलता है या आला अधिकारी सहित राजनेता को अवैध कोयला खनन का अभयदान मिलता रहेगा।