हत्या कर, कार की डिक्की में शव रखकर, जंगल मे पेट्रोल डालकर लगाई आग, 2 आरोपी गिरफ्तार, 1 फरार

हत्या कर, कार की डिक्की में शव रखकर, जंगल मे पेट्रोल डालकर लगाई आग, 2 आरोपी गिरफ्तार, 1 फरार

*पुलिस ने अंधी हत्या का हुआ खुलासा*


उमरिया

सुबह घुनघुटी-शहडोल के बीच मदारी ढावे के पास जली हुई कार में मिली लाश की शिनाख्ती जयदीप पिता स्व रणवीर सिंह उम्र 38 साल निवासी गोहलपुर के रूप में हुई है।दरअसल युवक की हत्या कर आरोपियों ने गाड़ी में डेड बॉडी रखकर पूरी गाड़ी को ही आग के हवाले कर दिया था,इस बात की जानकारी 19 अप्रैल शनिवार को पुलिस को लगी थी,जिसके बाद से ही पूरे मामले की तहकीकात में पुलिस लगी थी।हफ्ते भर के अंदर पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है।प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने बताया कि इस जघन्य हत्याकांड में तीन आरोपी शामिल थे,जिसमे दो आरोपी दानिश पिता जुम्मन मंसूरी उम्र 20 वर्ष निवासी अनूपपुर एवम अनुराग पिता प्रदीप केशरवानी उम्र 20 वर्ष निवासी अनूपपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है।तीसरा आरोपी साहिल पिता रहीश मंसूरी उम्र 20 वर्ष निवासी अनूपपुर फिलहाल फरार है,जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

*मिली थी अधजली लाश*

इस जघन्य हत्याकांड में शामिल आरोपी है,जो महज 20 साल की छोटी उम्र के है। इस जघन्य हत्याकांड का शिकार हुआ मृतक जयदीप सिंह अपने ससुराल में रहता था, वह 17 अप्रैल को घर से बाहर गया था,शाम तक ससुराल पक्ष उनसे बात भी किये है, पर बाद में उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। बताया जाता है कि इस बीच तीनो आरोपी जो मृतक के दोस्त थे,उसके साथ हो लिए,और शराब आदि की पार्टी हुई।इस बीच किसी बात को लेकर इनके बीच कहा सुनी हुई और तीनों ने मिलकर मृतक जयदीप की जान ले ली।जयदीप की मौत के बाद डेड बॉडी को इन आरोपियों ने डिक्की में डाल दिया और अनूपपुर में ही सुनसान जगह पर मृतक के साले संस्कार सिंह की ब्रेज़ा गाड़ी को छोड़ दिया।पुलिस सूत्रों की माने तो हत्या के 8 घण्टे बाद आरोपियों को खुद के फंसने का डर सताने लगा।

*शव समेत गाड़ी को किया था आग के हवाले*

साक्ष्य मिटाने की गरज से तीनो आरोपी डेड बॉडी को अनूपपुर से घुनघुटी ले आये, मदारी ढावे के पास हाइवे से 100 मीटर दूर पेट्रोल डालकर आग लगा दिए। बताया यह भी जाता है कि गाड़ी और डेड बॉडी को आग के हवाले करने शातिर आरोपियों ने डीज़ल टँकी से पेट्रोल भी लिया था। हत्या में शामिल सभी आरोपी इतने शातिर थे कि अनूपपुर और शहडोल के बीच मौजूद टोल से गाड़ी को क्रॉस नही किया, बल्कि दूसरे मार्ग का सहारा लिया है। कुल मिलाकर इस जघन्य हत्याकांड में शामिल सभी आरोपी हत्या से जुड़े सभी साक्ष्य मिटाने के प्रयास में थे, पर कहते है पुलिस के हाथ बहुत लंबे होते है,शायद इसी कहावत को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर चरित्रार्थ किया है। इस जघन्य हत्ताकाण्ड को लेकर आईजी शहडोल ने 30 हजार का इनाम घोषित किया था।प्रकरण के खुलासे में एसडीओपी पाली शिव चरण बोहित के नेतृत्व में थाना प्रभारो पाली मदन लाल मरावी एवम उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही है।

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