मां से बिछड़ने के बाद गम में बीमार हुआ हाथी का शावक, पार्क प्रबंधन जुटा इलाज में
*पनपथा बफर एरिया के छतवा गांव के पास संदिग्ध परिस्थिति में हाथी शावक*
उमरिया
जिला हाथियों के लिए कब्रगाह बन गया है जहां पर 10 हाथी की मौत हो गई है वहीं एक हाथी शावक अब बीमार हो गया है जिसके बाद पूरा प्रशासन अब दहशत में है। यह वही हाथी का बच्चा है जो अपनी मां को ढूंढने के लिए दर दर की ठोकरे खा रहा था। लेकिन मां का कहीं पता नहीं चला पूरा जंगल और पूरा गांव छान मारा गया लेकिन फिर भी उसे उसकी माता नहीं मिली। लेकिन अब एक खबर निकलकर सामने आई है जहां वह बच्चा बीमार हो गया है जिसके बाद पूरे क्षेत्र में एक अलग ही माहौल दिखाई दे रहा है। लेकिन अभी तक यही जानकारी स्पष्ट नहीं हो पाई है कि क्या यह बीमार बच्चा वही है या कोई अन्य।
दरअसल यह पूरा मामला उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का है जहा संदिग्ध परिस्थिति में हाथी शावक बीमार मिला है। वही जानकारी मिलने के बाद डॉक्टरों की टीम इलाज में जुट गई है। प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर निगरानी में जुटे हुए हैं।
आपको बतादे की बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पनपथा बफर एरिया के छतवा गांव के पास संदिग्ध परिस्थिति में हाथी शावक बीमार मिला है। जहा इस जानकारी के बाद डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंचकर इलाज में जुट गई है। वही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर निगरानी में जुटे हुए हैं। इस की उम्र लगभग 1 वर्ष बताई जा रही है।
पूरे मामले मे बांधों का टाइगर रिजर्व के रूप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि झुंड के साथ शावक दिखाई दे रहा था। ग्रामीणों से बात की गई है। डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी हुई है। शावक अब स्वस्थ है। गांव के पास हाथियों का झुंड दिखाई दिया है।