प्रबुद्ध मंच द्वारा महिला उत्पीड़न के विरोध में राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
*रैली निकाल विरोध प्रदर्शन कर, नारा लगाकर किया विरोध, कार्यवाही की हुई मांग*
अनूपपुर
संदेश खाली (पश्चिम बंगाल) में अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न अत्याचार के खिलाफ प्रबुद्ध नागरिक मंच अनूपपुर द्वारा 11 मार्च 2024 को महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया। जिसमें बड़ी तादात में महिला शक्तियां भी सम्मिलित रही।
*यह है मामला*
सौपे गए ज्ञापन पत्र में उल्लेख किया गया है कि संदेश खाली (पश्चिम बंगाल) मे अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति के लोगों पर जिसमें महिलाएं एवं बालिकाएं भी शामिल हैं उन पर कई वर्षों से अत्याचार उत्पीड़न मानवीय व्यवहार तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उसके गुण्डो द्वारा किया जा रहा है। कोलकाता से 75 किलोमीटर दूरी पर उत्तर में 24 परगना में सुंदर वन है जहां पर अनुसूचित जाति /जनजाति के लोग कृषि व अन्य कार्य कर अपना जीवन यापन करते हैं उनके जमीनों पर तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके गुंडो के द्वारा जबरन कब्जा कर महिलाओं को बंधक बनाकर उनका शारीरिक शोष अमानवीय अत्याचार किया जा रहा है इस अमानवीय अत्याचार के विरुद्ध स्थानीय महिलाओं एवं बालिकाओं के द्वारा दिनांक 8 फरवरी 2024 को अपनी जान को जोखिम में डालकर जुलूस निकालकर तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख एवं उनके गुंडो के द्वारा किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ जिला प्रशासन एवं पश्चिम बंगाल शासन स्तर पर शिकायत की गई लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा उनकी सुनवाई नहीं की गई।
*राज्यपाल ने किया था दौरा*
इस पर संज्ञान लेते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीपी आनंद बोस के द्वारा उस क्षेत्र का भ्रमण दौरा किया गया भृमण के पश्चात राज्यपाल द्वारा कहा गया कि मैं वहां पर जो देखा वह भयानक व भयावह है जिसने मुझे अंदर तक झकझोर दिया है मैं वहां पर ऐसी बातें सुनी वह देखी जिसे देखने सुनना नहीं चाहिए यह स्थिति सभ्य समाज के लिए शर्मनाक एवं कलंकित करने वाली है। इसी प्रकार से वहां पर और भी अनेक घटनाएं निकलक सामने आ रही हैं इसके बावजूद वहां की पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
*कार्यवाही की मांग*
अतः राष्ट्रपति महोदया से निवेदन है कि राज्य शासन को सख्त निर्देश दिया जाए की तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख एवं उनके गुंडो के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के साथ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। तथा एक उच्च स्तरीय जांच दल गठित कर संदेश खाली का जांच प्रतिवेदन मांगा कर तुरंत कार्यवाही की जाए। वहां पर ऐसी व्यवस्था स्थापित की जाए कि संदेश खाली के लोग निर्भय होकर अपना वह अपने परिवार का भरण पोषण व जीवन यापन कर सकें।