पटवारी पर रिश्वत मांगने, बैंक प्रबंधक द्वारा गलत आहरण, दबंगो का भूमि पर कब्जा, कलेक्टर से हुई शिकायत
अनूपपुर
ग्राम सकरिया की भूमि का नक्सा, तर्मीम, सीमांकन व नामांत्रण के नाम पर सकरिया पटवारी द्वारा 30 हजार रिश्वत की मांग किए जाने की शिकायत पुरानी बस्ती निवासी कुन्नू गड़ारी पुत्र चिड्डा गड़ारी ने करते बताया कि उसकी भूमि का नक्सा, तर्मीम किए जाने का ओदश 23 सितम्बर 2017 को पारित हुआ था, जिसे पटवारी द्वारा आज दिनांक तक कम्प्यूटर में नहीं चढ़ाया गया और पूछने पर रूपयों की मांग की जाती है, ग्राम सकरिया की भूमि का सीमांकन आदि 17 फरवरी 2021 को लगा था, जिसका सीमांकन पटवारी द्वारा आज तक नही किया गया तथा रूपये नही देने पर सीमांकन करने से मना कर दिया गया। इतना ही नही 14 अप्रैल 2022 को न्यायालय के आदेश पर अपने जमीन का विभाजन कर अपने नाती को दिए जाने के आदेश की कॉपी लेकर नामांत्रण दर्ज करवाने पटवारी के पास जाने पर टालमटोल करते हुए फिर से रूपयों की मांग की गई। जिस पर प्रार्थी ने सकरिया पटवारी पर कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है। 9 जनवरी मंगलवार को संयुक्त कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में आयोजित जनसुनवाई के दौरान आवेदक ने संयुक्त कलेक्टर दिलीप पांडेय को बताई। जनसुनवाई में जिले भर से 80 आवेदकों ने अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन लेकर पहुंचे आवेदकों की समस्याएं सुनते हुए उनके समुचित निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।
तहसील अनूपपुर के ग्राम कांसा निवासी गोविन्द प्रसाद पटेल ने शासकीय हाईस्कूल कांसा में भृत्य के पद पर भर्ती किए जाने, तहसील अनूपपुर के ग्राम पयारी नं. 1 निवासी रुकमणी प्रजापति ने अति गरीबी का राशन कार्ड बनवाए जाने, विकासखंड जैतहरी के ग्राम कोलमी निवासी दुर्गा प्रसाद काछी ने जल जीवन मिषन अंतर्गत नल-जल योजना में लापरवाही बरते जाने, वार्ड नं. 5 जैतहरी निवासी तिजिया बाई प्रजापति ने पट्टे की भूमि पर दबंगों द्वारा जबरन कब्जा किए जाने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किए।
ग्राम मेड़ियारास निवासी नरेन्द्र पटेल ने म.प्र. ग्रामीण बैंक शाखा मेड़ियारास के शाखा प्रबंधक पर मनमाने तरीके से आहरण किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई। जहां उसने बताया कि 81 वर्षीय नानबाई पटेल का खाता म.प्र. ग्रामीण बैंक शाखा मेड़ियारास में है। जिस पर उसके खाते में जमा राशि का आहरण करने पर शाखा प्रबंधक द्वारा अनावश्यक परेशान किया जाता है। खाता में पर्याप्त पैसा होने के बाद भी शाखा प्रबंधक द्वारा मनमाने तरीके से राशि का आहरण करवाया गया, जहां राशि पर्याप्त नही होने प्रार्थिया अपना इलाज समय पर नही करा सकी। आये दिन शाखा प्रबंधक अपनी मनमानी करते हुए शाखा में नगद राशि नही होने की बात कहते हुए प्रार्थिया को परेशान करने बैंक के चक्कर कटवा रहा है। जिस पर शाखा प्रबंधक द्वारा अनावश्यक परेशान किये जाने पर कार्यवाही की मांग की गई है।