पशु विभाग की निष्क्रियता व लापरवाही से गोवंश खतरे में, क्षेत्र में बढ़ रहा गोड़हा रोग
अनूपपुर/कोतमा
अनूपपुर जिले के कोतमा पशु विभाग की निष्क्रियता एवं लापरवाही के चलते कोतमा तहसील के अंतर्गत आने वाले अधिकांश गांव में इन दिनों पशुओं में गौड़हा रोग संक्रमित बीमारी है जिसमे मवेशियों के पैर में घाव हो जाता हैं, और जानवर धीरे धीरे चलना फिरना बंद कर देता है और कुछ दिन में मौत के मुंह में चला जाता है इस बीमारी के इलाज के लिए किसानों को विभाग द्वारा मवेशियों के पैर धोकर उसमें कुछ आवश्यक दवाई लगाई जाती है जिसके लिए मध्य प्रदेश शासन द्वारा किसानों को जनजागृति के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराना तथा समुचित दवाइयों तथा टीको का भी प्रबंध कर लगवाने का प्रावधान किया गया है किंतु जिला के उपसंचालक पशु विभाग की निष्क्रियता के चलते आज क्षेत्र में अधिकांश जानवर गोड़हा रोग के कारण मर रहे हैं जबकि उपसंचालक को इस बीमारी के शुरुआत में ही फोन द्वारा अवगत कराया गया था और उन्होंने टीका लगवाने का भी बात कही थी उसके बावजूद भी आज तक किसी जानवर को वास्तविक रूप से टीकाकरण नही किया गया जिसके कारण यह संक्रमित बीमारी एक से दूसरे जानवरों को होती गई और अब अधिकांश जानवर मरने की स्थिति में आ गए हैं। नगर पालिका परिषद कोतमा के सफाई कर्मचारियों से आंकड़ा उपलब्ध कराया गया तो उन्होंने बताया कि इस समय लगभग 4 से 6 जानवर प्रतिदिन मरे मिलते हैं जिसके कारण हमें अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है।
*इनका कहना है*
1 सप्ताह पहले जानकारी दी गई थी मैं डॉक्टर चौधरी को टीकाकरण के लिए बोल दिया था किंतु कार्यालय में काम की व्यस्तता के चलते टीकाकरण ना करवा पाए होगे, मैं अभी दुबारा उन्हें बोलता हूं।
*डॉ. पटेल उपसंचालक पशु विभाग अनूपपुर*